
Yoga Mudras To Control Diabetes: खराब जीवनशैली के कारण आज के समय में लगभग हर घर में डायबिटीज का एक मरीज मिल ही जाता है। ब्लड शुगर लेवल के सामान्य न रहने के कारण, हर समय कमजोरी, थकान, घबराहट आदि लक्षण महसूस होते हैं। जब पैंक्रियाज में इंसुलिन की कमी हो जाती है, तो खून में ग्लूकोज की मात्रा बढ़ने लगती है। इंसुलिन एक हार्मोन है। यह पाचन ग्रंथि से बनता है। इंसुलिन हार्मोन, खाने को ऊर्जा में बदलने का काम करता है। लेकिन डायबिटीज होने पर इंसुलिन का संतुलन बिगड़ जाता है। डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए, डॉक्टर की सलाह पर सही डाइट और मेडिकेशन की मदद ले सकते हैं। वहीं वैकल्पिक इलाज के लिए हस्त या योग मुद्राओं का सहारा भी लिया जा सकता है। वैकल्पिक चिकित्सा पद्यति में योग मुद्राओं का खास महत्व है। योग मुद्रा को करने के लिए अंगूठे को विभिन्न उंगलियों के पोर से स्पर्श कराया जाता है। इन उंगलियों को स्पर्श कराने से, शरीर पर अलग-अलग तरह के प्रभाव पड़ते हैं। सभी उंगलियां, शरीर के पांच तत्वों का प्रतीक होती हैं। डॉक्टर्स ऐसा मानते हैं कि उंगलियों के खास बिंदुओं पर हल्का दबाव डालने से हाई बीपी, मोटापा, डायबिटीज, डिप्रेशन जैसी कई बीमारियों को कंट्रोल किया जा सकता है। आगे लेख में जानेंगे 5 ऐसी योग मुद्राओं के बारे में, जिनका नियमित अभ्यास करने से डायबिटीज कंट्रोल (Yoga Mudras For Diabetes) करने में मदद मिलती है। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने तबाता फिटनेस की प्रबंधक, न्यूट्रिशनिस्ट और फिटनेस एक्सपर्ट पायल अस्थाना से बात की।
1. लिंग मुद्रा- Linga Mudra
लिंग मुद्रा की मदद से मेटाबॉलिज्म रेट बढ़ता है और वजन कम करने में मदद मिलती है। इन दोनों गुणों के चलते, ब्लड शुगर लेवल कम होता है। यह एक बहुत पुरानी योग मुद्रा है। इस मुद्रा को करने से हाई बीपी की समस्या से भी छुटकारा मिलता है।
- लिंग मुद्रा का अभ्यास बैठकर या खड़े होकर कर सकते हैं।
- सभी उंगलियों को आपस में जोड़ लें।
- बाएं हाथ के अंगूठे को ऊपर की ओर रखें।
- इससे अपने दाहिने हाथ के अंगूठे को लॉक करें।
2. अपान मुद्रा- Apan Mudra
यह मुद्रा सबसे आसान मुद्रा है। इसको करने से ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल करने में मदद मिलती है। यह शरीर में मौजूद विषाक्त पदार्थों को साफ करके, शरीर को डिटॉक्सीफाई करता है। अपान मुद्रा करने से डाइजेशन बेहतर होता है। पाचन तंत्र में सुधार होने से डायबिटीज कंट्रोल होती है।
- अंगूठे से अनामिका और मध्यमा (दूसरी और तीसरी उंंगली) को स्पर्श कराएं।
- खड़े होकर या बैठकर इस मुद्रा का अभ्यास कर सकते हैं।
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3. ज्ञान मुद्रा- Gyan Mudra
नर्वस सिस्टम के लिए यह मुद्रा फायदेमंद मानी जाती है। मेमोरी पॉवर बढ़ाने के लिए यह मुद्रा अच्छी होती है। इस मुद्रा को ब्रीदिंग एक्सरसाइज के साथ कर सकते हैं। तनाव कम करने में ज्ञान मुद्रा लाभकारी मानी जाती है। ज्ञान मुदा को करने से अनिद्रा की समस्या दूर होती है। वजन और ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने के लिए इस मुद्रा को रोजाना करना चाहिए।
- अंगूठे से तर्जनी (पहली उंगली) को स्पर्श कराएं।
- अपनी आंखों को बंद करें और गहरी सांस लें।
- इस मुद्रा के 5 सेट्स कर सकते हैं।
4. प्राण मुद्रा- Prana Mudra
प्राण मुद्रा की मदद से इम्यूनिटी बढ़ती है। ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है। शरीर के कई अंगों का फंक्शन बेहतर होता है। शरीर पांच तत्वों से बनता है। इसे आधार मानकर कहें, तो प्राण मुद्रा करने से शरीर में धरती, पानी और अग्नि का संतुलन बनाने में मदद मिलती है।
- प्राण मुद्रा को बैठकर या खड़े होकर सकते हैं।
- अंगूठे के सिरे को कनिष्ठा और अनामिका (तीसरी और चौथी उंगली) से स्पर्श कराएं।
- इस मुद्रा के 3 सेट्स रोजाना करें।
5. सूर्य मुद्रा- Surya Mudra
सूर्य मुद्रा करने से शरीर में गर्मी बनती है। गर्मी बनने से मेटाबॉलिज्म रेट बढ़ता है। ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल करने के लिए, पाचन तंत्र को इंप्रूव करना जरूरी है। इस मुद्रा करने से शरीर हेल्दी रहता है।
- अंगूठे के सिरे को अनामिका (तीसरी उंगली) से स्पर्श कराएं।
- इस मुद्रा में 5 मिनट तक रुकें।
- फिर समय को बढ़ा भी सकते हैं।
- इस मुद्रा के 3 सेट्स कर सकते हैं।
Hand Gestures To Control Diabetes: डायबिटीज कंट्रोल करने के लिए लिंग मुद्रा, अपान मुद्रा, ज्ञान मुद्रा, प्राण मुद्रा, सूर्य मुद्रा आदि का अभ्यास कर सकते हैं।