
येलो टी यानी पीली चाय के बारे में कम ही लोग जानते होंगे। इन दिनों येलो टी का स्वाद और खुशबू लोगों को काफी आकर्षित कर रहा है। ये एक महंगी चाय है, जिसका अरोमा इसकी खासियत है। ये एक चीनी चाय है, जिसे हुआंगचा के नाम से जाना जाता है। येलो टी अब दुनियाभर में उपलब्ध है, लेकिन पहले इसे केवल शाही लोग ही पिया करते थे। ये कई वैराइटी में उपलब्ध है, जिसमें जुनशान यिनझेन और बेगंग मौजियां अधिक पसंद की जा रही हैं। इसमें अधिक मात्रा में पॉलीफेनोल होता है, जो तनाव को कम करने में मदद करता है। येलो टी केवल अपने स्वाद के लिए ही फेमस नहीं है, बल्कि इसके कई हेल्थ बेनिफिट्स भी हैं। इसका नियमित सेवन करने से नींद की समस्या से छुटकारा मिल सकता है। साथ ही ये हार्ट हेल्थ में भी मदद करती है। चलिए जानते हैं क्या है येलो टी और इसके हेल्थ बेनिफिट्स के बारे में।
क्या है येलो टी?
येलो टी कैमेलिया साइनेंसिस पौधे की पत्तियों से तैयार की जाती है। ये ग्रीन टी के समान ही औषधीय गुणों से भरपूर है। इसका स्वाद अन्य हर्बल टी की अपेक्षा अधिक स्मूद होता है। येलो टी के कई हेल्थ बेनिफिट्स हैं, जो कई बीमारियों के खतरे को कम करने के काम आ सकती है। इसकी कई वैराइटी हैं और सभी में पर्याप्त मात्रा में पॉलीफेनोल होता है, जो ब्रेन फंक्शन को आसान बना सकता है।

कैंसर के खतरे को करे कम
येलो टी में कई बायोएक्टिव कंटेंट होते हैं, जो एंटी-कैंसर होते हैं। ये कैंसर के खतरे को कम कर सकती है। इसमें मौजूद कंपाउंड्स ऑक्सीडेशन और सूजन से लड़ने में मदद करते हैं। चाय में पॉलीफेनोल्स होता है, जो कैंसर के लक्षणों को कम करता है।
इसे भी पढ़ें- दूध वाली चाय पीने से सेहत को हो सकते हैं ये फायदे-नुकसान
हार्ट हेल्थ को बढ़ावा देती है
माना जाता है कि येलो टी हार्ट हेल्थ को बढ़ावा दे सकती है। लगभग सभी चाय की वैराइटी की तरह येलो टी में भी पॉलीफेनोल्स होता है। पॉलीफेनोल्स हार्ट डिजीज से सुरक्षा प्रदान करते हैं। इसमें अधिक मात्रा में एंटी-ऑक्सीडेंट होता है, जो हार्ट हेल्थ को बढ़ावा देता है। ये हार्ट से संबंधित सूजन को भी कम करने में मदद करती है।
डाइजेस्टिव हेल्थ का बढ़ावा देती है
येलो टी गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल प्रॉब्लम के इलाज में भी अहम भूमिका निभाती है। ये पेट में सूजन, आंत संबंधी बीमारी, दस्त, कैंसर, अल्सर और डाइजेस्टिव सिस्टम को सुधारने के काम आती है। येलो टी में मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट्स प्रॉपर्टी गैस्ट्रिक चोट के इलाज में भी मदद कर सकती है।
टाइप-2 डायबिटीज में फायदेमंद
टाइप-2 डायबिटीज में येलो टी फायदेमंद हो सकती है। येलो टी में मुख्य रूप से पॉलीफेनोल्स होता है, जो ब्लड शुगर लेवल को भी प्रभावित कर सकता है। डायबिटीज की जटिलताओं को नियंत्रित करने के लिए इसका सेवन किया जा सकता है।
इसे भी पढ़ें- मिट्टी के कुल्हड़ में चाय पीने से सेहत को मिलते हैं ये 4 फायदे
वेट लॉस में सहायक
येलो टी को ग्रीन टी के साथ मिलाकर पीने से वेट लॉस में सहायता मिलती है। इससे बॉडी मास इंडेक्स को कम किया जा सकता है। खाने के साथ यदि येलो टी का सेवन किया जाए तो शरीर की एनर्जी को बढ़ाया जा सकता है।
अगर आप भी यह सब स्वास्थ्य लाभ पाना चाहते हैं तो एक बार इस चाय का सेवन कर के देखें।
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version