World Cancer Day 2021: सर्वाइकल कैंसर से बचने के लिए महिलाओं को जरूर कराने चाहिए ये स्‍क्रीनिंग टेस्‍ट

World Cancer Day 2021: महिलाओं में ब्रेस्‍ट कैंसर के बाद सबसे ज्‍यादा सर्वाइकल कैंसर के लक्षण दिखाई देते हैं। जानें सर्वाइकल कैंसर से बचने के उपाय
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World Cancer Day 2021: सर्वाइकल कैंसर से बचने के लिए महिलाओं को जरूर कराने चाहिए ये स्‍क्रीनिंग टेस्‍ट

सर्वाइकल कैंसर (Cervical cancer) को गर्भाशय ग्रीवा कैंसर के नाम से भी जानते हैं। बता दें कि सर्वाइकल कैंसर तब होता है जब महिला के गर्भाशय ग्रीवा (Cervix) में कोशिकाएं बदलती हैं! ये कोशिकाएं उनके गर्भाशय (Uterus) को उसकी योनि (Vagina) से जोड़ती है। ऐसे में इन कोशिकाओं के संक्रमित होने से अनेक परेशानी का सामना करना पड़ता है। ध्यान दें कि सर्वाइकल कैंसर गर्भाशय ग्रीवा के गहरे ऊतकों को भी प्रभावित कर सकता है और यह शरीर के अन्य हिस्‍सों में फैल सकता है। 

सर्वाइकल कैंसर 35 से 44 साल की महिलाओं में इसके होने की संभावना अधिक है। इन महिलाओं को सतर्कता बदलने की जरूरी है। 15% से अधिक नए मामले 65 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं में हैं। सर्वाइकल कैंसर के अधिकांश मामले ह्यूमन पेपिलोमावायरस (Human Papillomavirus-HPV) के संक्रमण के कारण होते हैं, जिन्‍हें टीके के माध्‍यम से रोका जा सकता है। 

सर्वाइकल कैंसर धीरे-धीरे विकास करता है, इसलिए गंभीर परिणामों से पहले समय रहते इसका इलाज करना आसान है। मगर यह हर साल लाखों महिलाओं की जान लेता है, मगर शुक्र है कि कुछ मेडिकल टेस्‍ट महिलाओं की जान बचा सकते हैं। आज हम आपको इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि ऐसे कौन से टेस्ट हैं, जिनके माध्यम से आप इस कैंसर को ठीक कर सकते हैं। इसके लिए हमने एक्सपर्ट सी भी बात की है पढ़ते हैं आगे...

शुरुआती निदान से बच सकती है जान

पारस हॉस्पिटल गुरुग्राम के चेयरमैन, डॉक्‍टर कर्नल आर रंगा राव कहते हैं, "हर साल लाखों भारतीय यह जानकर परेशान हो जाते हैं कि उन्हें कैंसर है, औसतन 1300 भारतीय प्रतिदिन कैंसर का शिकार होते हैं। इंडियन काउंसिल आफ मेडिकल रिसर्च के अनुसार, 2020 में कैंसर के मामलों में 25% की वृद्धि का अनुमान है, फिर भी लोग इस बारे में ठीक से बात नहीं कर पाते हैं। हालांकि, यह कैंसर से निपटने के लिए सही तरीका नहीं है क्योंकि लोगों को इसके बारे में बात करते समय अधिक जागरूक होने की आवश्यकता है और बीमारी से गुज़र रहे लोगो को समर्थन और मदद देने की कोशिश करनी चाहिए।

यह सकारात्मक प्रोत्साहन और सहायता प्रदान करेगा। नियमित परीक्षण और जांच के लिए जाएं, अगर कैंसर का सही समय पर पता चल जाए तो इसका उपचार किया जा सकता है और व्यक्ति स्वस्थ जीवन जी सकता है। अध्ययनों से पता चला है कि 85 प्रतिशत मामलों में लक्षणों और शुरुआती निदान के बारे में जागरूकता व्यक्ति को बचा सकती है।"

सर्वाइकल कैंसर से खुद को कैसे बचाएं? 

Centers for Diseases Control and Prevention के मुताबिक, 'सर्वाइकल कैंसर को रोकने में आपकी मदद करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि 21 साल की उम्र से नियमित रूप से स्क्रीनिंग टेस्ट करवाएं।' 

सर्वाइकल कैंसर बचाव के लिए जो सबसे अच्‍छी चीज आप कर सकती हैं उनमें नियमित परीक्षण और टीके मुख्‍य है। इसके अलावा अपनी जीवनशैली में सकारात्‍मक बदलाव कर के इससे बच सकती हैं। यहां हम आपको विस्‍तार से बता रहे हैं। 

पारस हॉस्पिटल गुरुग्राम के चेयरमैन, डॉक्‍टर कर्नल आर रंगा राव कहते हैं, "हर साल लाखों भारतीय यह जानकर परेशान हो जाते हैं कि उन्हें कैंसर है, औसतन 1300 भारतीय प्रतिदिन कैंसर का शिकार होते हैं। इंडियन काउंसिल आफ मेडिकल रिसर्च के अनुसार, 2020 में कैंसर के मामलों में 25% की वृद्धि का अनुमान है, फिर भी लोग इस बारे में ठीक से बात नहीं कर पाते हैं। हालांकि, यह कैंसर से निपटने के लिए सही तरीका नहीं है क्योंकि लोगों को इसके बारे में बात करते समय अधिक जागरूक होने की आवश्यकता है और बीमारी से गुज़र रहे लोगो को समर्थन और मदद देने की कोशिश करनी चाहिए।

यह सकारात्मक प्रोत्साहन और सहायता प्रदान करेगा। नियमित परीक्षण और जांच के लिए जाएं, अगर कैंसर का सही समय पर पता चल जाए तो इसका उपचार किया जा सकता है और व्यक्ति स्वस्थ जीवन जी सकता है। अध्ययनों से पता चला है कि 85 प्रतिशत मामलों में लक्षणों और शुरुआती निदान के बारे में जागरूकता व्यक्ति को बचा सकती है।"

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स्‍क्रीनिंग टेस्‍ट: Screening Tests

दो स्‍क्रीनिंग टेस्‍ट सर्वाइकल कैंसर का पता लगाने और इससे बचने में मदद कर सकते हैं।

1: पैप परीक्षण या पैप स्मीयर: यह परीक्षण कैंसर के शुरूआती स्‍टेज का पता लगाता है। यह गर्भाशय ग्रीवा पर कोशिकाओं के परिवर्तन की तलाश करता है। यदि सही समय पर इलाज नहीं किया जाता है तो यह परिवर्तन सर्वाइकल कैंसर बन सकता है। 

2: एचपीवी टेस्‍ट: इस परीक्षण के माध्‍यम से उस वायरस का परीक्षण किया जाता है, जिसे ह्यूमन पेपिलोमावायरस (Human Papillomavirus-HPV) कहते हैं। ये दोनों परीक्षण किसी भी अस्‍पताल या क्लिनिक में करा सकते हैं।

इसे भी पढ़ें: महिलाओं को क्‍यों होता है सर्विक्स कैंसर, इन 5 तरीकों लगाएं बीमारी का पता

एचपीवी टीका: HPV Vaccine

एचपीवी टीका ह्यूमन पेपिलोमावायरस से बचाता है, जो सर्वाइकल कैंसर का कारण बन सकता है:  

  • यदि आपकी उम्र 30 साल से अधिक है आपको अपने पैप परीक्षण के साथ एचपीवी परीक्षण कराना चाहिए जिससे ये पता चल सके कि आपको किस प्रकार का कैंसर है। 
  • ज्‍यादातर लोगों को पता ही नहीं होता कि उन्‍हें एचपीवी है, इसलिए नियमित जांच जरूरी है। 
  • वे महिलाएं जो जांच नहीं करवाती हैं या जो उतनी अवधि में जांच नहीं करवाती हैं जितनी पर उन्‍हें करवाना चाहिए, सर्वाइकल कैंसर होने की संभावना सबसे अधिक होती है।
  • आपने भले ही एचपीवी का टीका लगवा लिया हो, फिर भी आपको 65 वर्ष की आयु तक नियमित पैप और एचपीवी परीक्षण कराते रहना चाहिए।

सर्वाइकल कैंसर से बचने के अन्‍य उपाय

  • धूम्रपान और अल्‍कोहल का सेवन करने से बचें
  • संभोग के दौरान कंडोम का इस्‍तेमाल करें
  • कई पार्टनर के साथ सेक्‍सुअल रिलेशनशिप से परहेज करें

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