जरूरी नहीं कि हर बार बच्चे पढ़ाई में अच्छे रहें, कई बार कुछ बच्चे पढ़ाई में थोड़े खराब होते हैं। लेकिन इसका ये मतलब नहीं कि बच्चा ही खराब है या उसमें दिमाग नहीं है। कई बार बच्चे का पढ़ाई में मन नहीं लग पाता या फिर कई बार उन्हें कोई समझने वाला नहीं होता। ये बच्चे के पैरेंट्स पर निर्भर करता है कि वो अपने बच्चे को कितना समझते हैं। बच्चे को पढ़ने लिखने और समझने में परेशानी होना कोई असामान्य बात नहीं है, लेकिन आप बच्चे के नियमित पढ़ने और जिन बच्चे में पढ़ाई न करने की क्षमता होती है उसमें कैसे अंतर करेंगे।
आपको ये जानना बहुत ही जरूरी है कि किन बच्चों में पढ़ाई करने की क्षमता नहीं होती। अक्सर लोग अपने बच्चों को पढाई न करने पर मारते या डांटते हैं। जबकि ये किसी भी बच्चे की परवरिश का कोई तरीका नहीं है। सभी बच्चों को पढ़ाई करने में थोड़ी परेशानी जरूर होती है लेकिन ये समस्या समय के साथ ही गायब भी हो जाती है और अगर ये नहीं गायब हो रहा तो आपको समझना चाहिए कि आपके बच्चे के साथ सब ठीक नहीं। ज्यादातर पैरेंट्स ये समझने में असफल हो जाते हैं कि जिन बच्चों में पढ़ाई करने की क्षमता नहीं होती यानी जिनमें लर्निंग डिसैबिलिटी होती है।
पैरेंट्स और बच्चे दोनों के ये जरूरी होता है कि बच्चे की पढ़ाई कैसी है। बच्चों को समझने या फिर उनकी पढ़ाई करने की क्षमता न होने को समझने के लिए पैरेंट्स को जरूरी है कि उन्हें उन संकेतों का पता हो जिससे वो पता लगा सके कि उनका बच्चा कैसा है। हम आपको इस लेख के माध्यम से बताते हैं कि आप कैसे अपने बच्चे की लर्निंग डिसैबिलिटी की समस्या है।
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शब्दों और अक्षरों में गलतियां
सीखने की अक्षमता वाले बच्चे अक्सर लिखने या कुछ पढ़ने के दौरान शब्दों और अक्षरों को आपस में उल्टा-सीधा मिला देते हैं। इसका मतलब बच्चे को ये समझ ही नहीं आया है कि कौन सा शब्द और कौन से अक्षर कैसा होगा। जिसकी वजह से वो इस तरह की गलतियां कर बैठता है। बच्चे कई बार ऐसी गलतियां कर सकते हैं लेकिन हमेशा इस तरह की गलती बच्चे की पढ़ाई में अक्षमता को दर्शाता है।
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बोलने में परेशानी होना
किसी भी चीज को लिखने से ज्यादा अहम होता है उसका उच्चारण करना यानी उसे बोलकर बताना। अगर आपका बच्चा बोलकर बताने में भी गलितयां कर रहा है और उसे बोलने में काफी परेशानी हो रही है या फिर काफी बार समझाने के बाद भी नहीं बोल पा रहा तो इसका मतलब बच्चे में सबकुछ ठीक नहीं। हो सकता है एक या दो बार बच्चे इन चीजों में गलतियां करें लेकिन हमेशा इस तरह की गलतियां गंभीर बन जाती है। ऐसे में आप इन संकेतों से समझ सकते हैं कि बच्चे में सीखने की अक्षमता है।
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हमेशा पढ़ाई में ढीलापन
कई बच्चों में किसी चीज या पढ़ाई में ध्यान लगाने में परेशानी होती है। हर बच्चा हमेशा पढ़ाई के लिए तैयार नहीं रहा इसलिए कई बार अक्सर बच्चों का मन पढ़ाई में नहीं लगता ये एक आम बात है। लेकिन अगर आपका बच्चा अगर पढ़ाई में हमेशा ही अपना ध्यान नहीं कर पा रहा या फिर किसी आम चीजों में भी वो अपना ध्यान नहीं लगा पा रहा तो इसका मतलब उसमें सीखने की अक्षमता है।
अगर आपको इस तरह की किसी भी चीज का अंदाजा होता है तो आप ऐसे में बच्चे को डांटने या मारने की जगह उन्हें डॉक्टर के पास लेकर जाएं जिससे की बढ़ती उम्र से पहले ही इस तरह की समस्या का इलाज हो सके।
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