इन कारणों से महिलाओं को करनी चाहिए वेट लिफ्टिंग

वेट लिफ्टिंग करना महिलाओं के लिए कितना फायदेमंद है, जानने के लिए इस लेख में पढ़ें।
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इन कारणों से महिलाओं को करनी चाहिए वेट लिफ्टिंग

यूं तो यह माना जाता है कि महिलाओं का शरीर बहुत ही नाजुक होता है इसलिए वे भारी-भरकम काम नहीं कर सकती हैं। लेकिन वास्तविकता यह है कि महिलाओं से अधिक दृढ़ निश्चयी पुरुष नहीं होते हैं, महिलायें जो ठान लें उसे करके ही दिखाती हैं। वर्तमान में बॉडी-बिल्डर सिर्फ पुरुष ही नहीं बल्कि महिलायें भी हैं। यहां हम बॉडी-बिल्डर जैसे शरीर के बारे में बात नहीं कर रहे हैं बल्कि महिलाओं को वेट लिफ्टिंग से होने वो फायदों के बारे में बात करते हैं। हालांकि महिलाओं के लिए वेट-लिफ्टिंग खतरनाक हो सकती है, क्योंकि इससे उनकी हड्डियों के जोड़ अधिक प्रभावित होते हैं। लेकिन सही तरीके से अगर वेट लिफ्टिंग की जाये तो महिलाओं के लिए इससे बढि़या दूसरा वर्कआउट नहीं हो सकता है। इसके फायदों के बारे में इस लेख में विस्तार से चर्चा करते हैं।

 

तेजी से वजन घटायें

वेट लिफ्टिंग तेजी से वजन घटाने का बेहतर विकल्प है। इससे तेजी से शरीर का अतिरिक्त फैट बर्न हो जाता है। दूसरे व्यायाम की तुलना में स्ट्रेंथ ट्रेनिंग तेजी से वजन घटाता है।

 

मांसपेशियां मजबूत होती हैं

स्ट्रेंथ ट्रेनिंग करने से शरीर को अधिक कैलोरी की जरूरत होती है जिससे मांसपेशियों की कमजोरी दूर होती है और वे अधिक मजबूत होती हैं। यानी आप जितनी अधिक कैलोरी की खपत करेंगे मांसपेशियां उतनी ही अधिक मजबूत होंगी, इसके लिए स्ट्रेंथ ट्रेनिंग करें।

अच्छी नींद आती है

अच्छी नींद कई बीमारियों को दूर करती है। अच्छी नींद अगर आप लेना चाहती हैं तो वेट लिफ्टिंग करें। स्पोर्टमेड नाम अंतर्राष्ट्रीय पत्रिका में छपे शोध की मानें तो स्ट्रेंथ ट्रेनिंग से अच्छी और सुकूनभरी नींद आती है।


एक्टिव रहती हैं

अगर आपको दिनभर आलस आता है तो स्‍ट्रेंथ ट्रेनिंग करें। सुबह के वक्त वेट लिफ्टिंग करने से शरीर अधिक एक्टिव हो जाता है। इससे दिन में भी आलस नहीं आयेगा और आप ऊर्जावान महसूस करेंगी।

 

दिल दुरुस्त रखता है

दिल को स्वस्थ और बीमारियों से बचाने के लिए वेट लिफ्टिंग करें। अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन की मानें तो, दिल की धड़कन बढ़ाने वाले व्यायाम करने से दिल अधिक मजबूत होता है और दिल की बीमारियां नहीं होती। इससे ब्लड प्रेशर भी नियंत्रण में रहता है और हाइपरटेंशन नहीं होता।

 

हड्डियां मजबूत होती हैं

महिलाओं की हड्डियों का घनत्व कम होता है जिसके कारण उम्र बढ़ने के साथ उनको हड्डियों संबंधी बीमारियां खासकर ऑस्टियोपोरोसिस और अर्थराइटिस अधिक होता है। इससे बचने के लिए स्ट्रेंथ ट्रेनिंग करें।

 

तनाव दूर करता है

तनाव आजकल की दिनचर्या का अहम हिस्सा हो गया है, इसके कारण कई बीमारियां और त्वचा की समस्या यें कम उम्र में होने लगी हैं। महिलाओं की बात करें तो उनके लिए तनाव बिलकुल भी अच्छा नहीं। कई शोधों में यह प्रमाणित हुआ है कि नियमित स्ट्रेंथ ट्रेनिंग करने से तनाव बिलकुल नहीं होता है।

इसके अलावा स्ट्रेंथ ट्रेनिंग आपको अधिक विश्वसनीय, मजबूत और सशक्त बनायेगा। इसलिए फिटनेस के साथ-साथ खुद को मजबूत बनाने के लिए रोज स्ट्रेंथ ट्रेनिंग करें।

 

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