बहुत से लोगों में ब्रश करते वक्त या कुछ खाते वक्त जीभ से खून बहता है। जीभ से खून बहने के कई कारण हो सकते हैं। इनमें से कुछ बेहद आम होते हैं, जैसे खाते वक्त जीभ का कट जाना या कभी ब्रश से ज्यादा तेज लग जाना। वहीं कई तरह के संक्रमण और घाव भी जीभ से खून बहने का कारण बन सकते हैं। आमतौर पर, थोड़ा सा रक्तस्राव चिंता की बात नहीं है। लेकिन अगर ये बहुत बार होता है या लगातार हो रहा है, तो ये गंभीर हो सकता है। पर सबसे पहले आपको ये जानना होगा कि ये परेशानी होती क्यों है और अगर ये कोई गंभीर बीमारी का लक्षण है, तो इसे आप पहचानेंगे कैसे? तो आइए हम आपको बताते हैं इसके बारे में।
ज्यादातर लोगों को समय-समय पर जीभ से खून आने का अनुभव होगा। ऐसा इसलिए है क्योंकि आपकी जीभ का स्थान ऐसा है कि मुंह की कई गतिविधियों के वक्त ये चोट की चपेट में आ जाते है। आपकी जीभ कई चीजों से घायल हो सकती है, जैसे:
- जीभ का कट जाना
- दांत में ब्रेसिज के वजह से
- डेन्चर की वजह से
- टूटे हुए दांत के कारण
- रेडिएशन थेरेपी के कारण
- तेजी से खाने की वजह से
जीभ से खून आने के पीछे हो सकते हैं ये 3 कारण
ओरल फंगल इंफेक्शन (Oral Fungal Infection)
कैंडिडिआसिस या थ्रश जैसे फंगल संक्रमण आम हैं। थ्रश सबसे अधिक बार शिशुओं में देखा जाता है या ऐसे लोगों में जिनकी प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होती है। इसके अलावा एंटीबायोटिक्स लेने वाले लोगों में भी जीभ में फंगल इंफेक्शन होने के कारण जीभ से खून आ सकता है। थ्रश और अन्य मौखिक खमीर संक्रमण के कारण दर्दनाक सफेद या पीले-सफेद धब्बे या मुंह और गले के पीछे खुले घाव होते हैं। इसके कारण कई लोगों को खाने और निगलने में परेशानी का अनुभव हो सकता है। अधिकांश परिस्थितियों में, थ्रश गंभीर नहीं है। ओरल फंगल इंफेक्शन का आमतौर पर जीभ देखकर ही पता लगाया जा सकता है। वहीं इसमें एंटिफंगल क्रीम का उपयोग थ्रश और अन्य फंगल संक्रमणों को कम कर सकता है। अगर संक्रमण अधिक व्यापक है, तो आपका डॉक्टर मौखिक ऐंटिफंगल दवाओं को लिख सकता है।
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मुंह में दाद का होना (Oral Herpes)
ओरल हर्पीज एक संक्रमण है, जो हर्पीज सिम्प्लेक्स वायरस के कारण होता है। मौखिक दाद के अधिकांश मामले एचएसवी -1 से होते हैं, जिन्हें आमतौर पर मुंह का दाद कहा जाता है। जबकि HSV-2 या जननांग दाद, त्वचा से त्वचा के संपर्क द्वारा प्रेषित होता है, HSV-1 को कभी-कभी तौलिये, पीने के चश्मे, कांटे, आदि के माध्यम से फैलता है। इनका मुंह के संपर्क में आने से ये मुंह में फैल जाता है और आम तौर पर ये चुंबन या मौखिक सेक्स के माध्यम से हो जाता है। ये एक व्यक्ति के साथ साझा की गई वस्तुओं को खा कर भी हो सकता है। ओरल हर्पीज में व्यक्ति को सुस्ती और बुखार हो सकता है। छाला होने पर अगर इसे ठीक न किया जाए, तो भी ये मुंह में दाद हो सकता है।
- मौखिक दाद के लक्षणों में शामिल हैं:
- लाली और दर्द
- दाने या तरल पदार्थ से भरे फफोले
- फफोले के गुच्छे जो एक साथ बढ़ते हैं, एक बड़ा घाव बनाते हैं
- मुंह में खुजली या जलन
ब्लड वेसल्स और लिम्फ प्रणाली की खराबी (Blood vessel and lymph system malformations)
जीभ से रक्तस्राव रक्त वाहिकाओं के विकृतियों के कारण हो सकता है, जिसे हेमांगीओमास कहा जाता है। यह लिम्फ प्रणाली की असामान्यताओं के कारण भी हो सकता है, जैसे कि लिम्फैंगियोमा और सिस्टिक हाइग्रोमा। ये स्थितियां अक्सर सिर और गर्दन पर पाई जाती हैं और बहुत गंभीर होने पर मुंह में। ज्यादातर मामलों में, बच्चे इन स्थितियों के साथ पैदा होते हैं। बच्चों के 2 वर्ष की आयु तक ये तमाम विकृतियों देखने को मिल जाती हैं। वैज्ञानिकों का मानना है कि वे ब्लड वेसेल्स से जुड़ी परेशामियों के कारण होता है। ये परेशानी पूरी तरह से मेडिकल कंडिशन से जुड़ी हुई है इसलिए ऐसा होने पर आपको अपने डॉक्टर की मदद लेनी चाहिए।
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राहत के लिए कुछ घरेलू उपचार
घरेलू उपचार आपकी जीभ को खून बहाने की स्थिति में ठीक न करें, लेकिन वे राहत प्रदान कर सकते हैं। जैसे-
- - जीभ पर एक साफ कपड़े में बर्फ लपेट कर खून बंद होने तक कोमल दबाव डालें। पर इसे करने से पहले अपने हाथों को अच्छी तरह से धोना सुनिश्चित करें।
- - खट्टी दही खाएं। ये आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने और पाचन में सहायता करने में भी मदद कर सकता है।
- -एक कप गर्म पानी में 1 चम्मच नमक या बेकिंग सोडा मिलाएं और इसका उपयोग प्रति दिन कई बार अपने मुंह को कुल्ला करने के लिए करें।
- -एंटीसेप्टिक माउथवॉश या बराबर भागों हाइड्रोजन पेरोक्साइड और पानी के मिश्रण के साथ प्रति दिन कई बार गार्गल करें।
- - ज्यादा से ज्यादा ठंडी चीजें खाएं और ठंडा पानी पिएं।
- - बहुत मसालेदार खाद्य पदार्थों से बचें, जो आपकी जीभ पर दाद और घाव को ट्रिगर कर सकते हैं।
- - वहीं बहुत गर्म भोजन और पानी से भी बचें।
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