Which Mineral Deficiency Causes High Blood Pressure: खानपान और जीवनशैली से जुड़ी गलतियों की वजह से ही लोगों में हाई बीपी, डायबिटीज जैसी बीमारियां हो रही हैं। ब्लड प्रेशर ठीक रखने के लिए हेल्दी डाइट और बैलेंस लाइफस्टाइल अपनानी चाहिए। इसके लिए सभी तरह के पोषक तत्वों से युक्त फूड्स का नियमित रूप से सेवन करना फायदेमंद होता है। देखा जाता है कि लोग अक्सर डाइट में पोषक तत्वों की मात्रा का ध्यान नहीं रखते हैं। इसकी वजह से बीमारियों का खतरा बढ़ता है। शरीर में कुछ मिनरल्स की कमी के कारण हार्ट अटैक और हाई ब्लड प्रेशर जैसी समस्याओं का खतरा रहता है। मिनरल्स की कमी से आर्टरीज से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं और इसकी वजह से आप हाई ब्लड प्रेशर का शिकार हो सकते हैं। आइये इस लेख में विस्तार से जानते हैं कि शरीर में कौन से मिनरल्स की कमी के कारण हाई ब्लड प्रेशर और हार्ट का खतरा रहता है।
किस मिनरल की कमी से हाई ब्लड प्रेशर होता है?- Which Mineral Deficiency Causes High BP in Hindi
शरीर को ठीक ढंग से काम करने और हेल्दी बनाए रखने के लिए मिनरल्स का संतुलित मात्रा में होना जरूरी है। शरीर में मिनरल्स की कमी के कारण कई समस्याएं हो सकती हैं। इसकी वजह से आपको हार्ट से जुड़ी बीमारियों का खतरा ज्यादा रहता है। हार्ट को ठीक ढंग से काम करने के लिए पोटैशियम और मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है। लखनऊ के मशहूर कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. के के कपूर कहते हैं कि ऐसे लोग जिनकी फैमिली हिस्ट्री में हार्ट की बीमारी है, उन्हें इनका विशेष ध्यान रखना चाहिए। ऐसे लोगों में मैग्नीशियम और पोटैशियम की कमी होने से हाई ब्लड प्रेशर का खतरा अन्य लोगों की तुलना में ज्यादा रहता है।
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पोटैशियम की कमी- शरीर में पोटैशियम नसों को ठीक ढंग से काम करने और मांसपेशियों के सिकुडन को ठीक रखने में मदद करते हैं। दिल को ठीक ढंग से धड़कने में भी पोटैशियम मदद करता है। शरीर में पोटैशियम की कमी को हाइपोकैलेमिया कहते हैं। इस स्थिति में आपके शरीर में पोटैशियम लेवल 3.6 मिलिमोल्स प्रति लीटर से कम हो जाता है। ऐसा होने पर आपको नसों में दिक्कत होने लगती है और धीरे-धीरे शरीर का ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित होता है। इसकी वजह से हाई ब्लड प्रेशर की बीमारी हो सकती है।
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मैग्नीशियम की कमी- हार्ट को ठीक ढंग से फंक्शन करने के लिए मैग्नीशियम की पर्याप्त मात्रा जरूरी है। जब शरीर में मैग्नीशियम की मात्रा ठीक रहती है, तो आर्टरीज ठीक ढंग से फंक्शन करती हैं और शरीर में आसानी से ब्लड सर्कुलेशन होता है। लेकिन मैग्नीशियम की कमी के कारण नसें सिकुड़ने लगती हैं और इससे ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है। लंबे समय तक इस समस्या का शिकार होने पर हार्ट अटैक भी आ सकता है।
मिनरल्स की कमी से कैसे करें बचाव- How To Improve Mineral Deficiency in Hindi
शरीर में मिनरल्स की कमी से बचने के लिए आपको डाइट का विशेष ध्यान रखना चाहिए। डाइट में मैग्नीशियम और पोटैशियम की पर्याप्त मात्रा वाले फूड्स को शामिल करना चाहिए। शरीर में पोटैशियम की कमी पूरा करने के लिए डाइट में टमाटर, पालक, बीन्स, आलू, मसूर की दाल, हरी मटर, आदि को शामिल करें। इसके अलावा नियमित रूप से केला, खुबानी, शकरकंद और किशमिश जैसे फलों का सेवन करें। वहीं मैग्नीशियम की कमी पूरा करने के लिए डाइट में हरी सब्जियां, फलियां, साबुत अनाज और नट्स शामिल करें। रोजाना मुट्ठी भर बादाम खाने से भी आपको पर्याप्त मात्रा में मैग्नीशियम मिलेगा।
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