बारिश और मानसून का मौसम भला किसे पसंद नहीं होगा। कुछ लोगों को बारिश में भीगना पसंद होता है, तो कुछ बारिश में गरमा गर्म समोसे और पकौड़े खाना पसंद करते हैं। इस मौसम में जून और जुलाई में पड़ने वाली तेज गर्मी से राहत मिलती है। लेकिन, इस दौरान आपको इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। आपने खुद इस बात को महसूस भी किया होगा कि बारिश के बाद लोगों तेजी से बीमार होने लगते हैं। दरअसल, जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है। वह इंफेक्शन जल्द होता है। इस लेख में जानेंगे कि मानसून क दौरान आपके शरीर के किन हिस्सों में इंफेक्शन का खतरा अधिक होता है। इस विषय पर हमने अपोलो स्पेक्ट्रा अस्पताल मुंबई के त्वचारोग विशेषज्ञ डॉ. शरीफा चौसे से बात कि तो उन्होंने बारिश के दौरान इंफेक्शन होने की संभावना के बारे में विस्तार से बताया।
बारिश के मौसम में किन हिस्सों में हो सकता है इंफेक्शन का खतरा : Which Body Parts May Be AT Risk Of Infection During Rainy Season In Hindi
पैर और उंगलियां
बरसात के मौसम में पैरों में इंफेक्शन होने की संभावना अधिक होती है। दरअसल, बारिश के समय पैरों अक्सर गीले ही रहते हैं। गीले जूते व मोजे पहनने से पैरों में फंगल और बैक्टीरियल इंफेक्शन होने की संभावना बढ़ जाती है। इसके अलावा, एथलीट फुट की समस्या हो सकती है। दूषित पानी में नंगे पैर चलने से बैक्टीरियल इंफेक्शन तेजी से फैलता है।
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स्किन इंफेक्शन
बरसात के मौसम में ह्यूमिडिटी अधिक होती है, जो त्वचा संबंधी समस्याओं का कारण बन सकता है। इस तरह के मौसम में त्वचा की सुरक्षा प्रणाली कमजोर होती है, जिससे इंफेक्शन, हिव्स और जलन की समस्या हो सकती है। एक्जिमा और डर्मेटाइटिस जैसी समस्याएं भी इस दौरान बढ़ सकती हैं।
आंखों पर इंफेक्शन होना
बरसात के मौसम में दूषित पानी, नमी और एलर्जी जैसे कुछ कारक आंखों में इंफेक्शन का खतरा बढ़ा सकता हैं। कंजंक्टिवाइटिस, जिसे आमतौर पर पिंक आई के नाम से जाना जाता है, इस समय तेजी से फैलता है। यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को आसानी से हो सकती है।
रेस्पिरेटरी सिस्टम में परेशानी
बरसात का मौसम सांस से संबंधित समस्याएं हो सकती हैं। खासकर, जो पहले से ही अस्थमा और अन्य तरह की एलर्जी जैसी बीमारियों से पीड़ित हैं। नमी के कारण फंगसो होने की संभावना बढ़ जाती है। जिससे एलर्जी और रेस्पिरेटरी इंफेक्शन (श्वसन संक्रमण) हो सकता है। इसके अलावा, रुका हुआ पानी मच्छरों के लिए प्रजनन स्थल प्रदान करता है, जिससे डेंगू और मलेरिया जैसी मच्छर जनित बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
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कान में इंफेक्शन
बरसात के मौसम में नमी की वजह बैक्टीरिया तेजी से फैलते हैं, जिससे कान में संक्रमण हो सकता है। इस मौसम में कान में पानी जानें से कान का मैल फूलने से भी दर्द होने लगता है।
बरसात के मौसम में इंफेक्शन से बचने के लिए बाहर का खाना न खाएं। इसके अलावा, एक्सरसाइज को लाइफस्टाइन का हिस्सा बनाएं। इससे इम्यून सिस्टम बेहतर होता है और आपको इंफेक्शन होने का खतरा कम होता है।