Eyes Say About Your Health : आंखें हमारे अंदर छिपे हर राज को बयां करती हैं, चाहे वह इमोशन से जुड़ा हो या फिर सेहत से। जी हां, शायद आपको यह सुनकर अटपटा लगे, लेकिन यह सच है। आपकी आंखें न सिर्फ इमोशन बयां करती हैं, बल्कि इससे सेहत का राज भी खुल सकता है. इसलिए नियमित रूप से आंखों का चेकअप कराना जरूरी माना जाता है। आज हम इस लेख में आंखों से किन बीमारियों के बारे में पता लगाया जा सकता है।
तनाव
आंखों से स्ट्रेस के बारे में पता लगाया जा सकता है। आंखों का काफी ज्यादा फड़कना स्ट्रेस का कारण हो सकता है। इसके अलावा आंखों में जलन और दर्द भी स्ट्रेस से जुड़ा हो सकता है।
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डायबिटीज
आंखों से डायबिटीज का भी पता लगाया जा सकता है। आमतौर पर जिन लोगों को डायबिटीज की परेशानी होती हैं, उनकी दृष्टि धुंधली होने लगती है। हालांकि, सभी व्यक्ति में इस तरह की समस्या हो यह जरूरी नहीं होता है। इसलिए नियमित रूप से आई चेकअप कराना चाहिए।
हाई कोलेस्ट्रॉल
अगर आपकी आंखों के कॉर्नियल आर्कस (आईरिस) के चारों ओर एक सफेद रिंग बना हुआ है, तो समझ लें कि आप हाई कोलेस्ट्रॉल से पीड़ित हैं। यह समस्या उच्च कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स का भी संकेत हो सकता है, जिसका मतलब यह है कि व्यक्ति में दिल का दौरा या स्ट्रोक का खतरा बढ़ सकता है।
हाई ब्लड प्रेशर
हाई ब्लड प्रेशर की परेशानी होने पर रेटिना के ब्लड वेसेल्स को नुकसान पहुंचने का खतरा रहता है। यह सामान्य रूप से नजर नहीं आता है। लेकिन आई टेस्ट कराने पर आपको इस तरह की समस्या दिख सकती है। इसलिए अगर आई टेस्ट कराने से आपको हाई ब्लड प्रेशर के बारे में भी पता चल सकता है।
एलर्जी
अगर आपकी आंखें काफी ज्यादा ड्राई हो रही हैं, तो समझ जाएं कि आप एलर्जी से ग्रसित हैं। आंखों में खुलजी और ड्राई जैसा महसूस होने पर इसे बार-बार न रगड़ें। इस स्थिति में तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।
आंखों से कई तरह की बीमारियों का पता चल सकता है। इसलिए नियमित रूप से आंखों का चेकअप कराएं। साथ ही अगर आपको किसी तरह की परेशानी है, तो आई टेस्ट करान भी जरूरी होता है।