कोलेजन शरीर का सबसे प्रचुर मात्रा में पाया जाने वाला प्रोटीन है, जिसमें पूरे शरीर की प्रोटीन सामग्री का लगभग 35 प्रतिशत और त्वचा के एपिडर्मिस का लगभग 80 प्रतिशत हिस्सा होता है। यह अमीनो एसिड से बना होता है, जिसमें ग्लाइसिन, प्रोलाइन, हाइड्रॉक्सीप्रोलाइन और आर्जिनिन आदि शामिल होते हैं। खास बात ये है कि हमारा शरीर अपने आप ही कोलेजन बनाता है। पर शरीर में कोलेजन का बनना बढ़ती हुई उम्र के साध धीरे-धारे कम होने लगता है। इसका असर आपकी त्वचा पर पड़ता है। इसकी के कारण आप देखते होंगे क् बढ़ती हुए उम्र के साथ लोगों की त्वचा में वो बात नहीं रहती। त्वचा में एक अजीब सी शिथिल आने लगती है और चेहरे की हर परत अलग-अलग होने दिखने लगती है।कोलेजन का कॉस्मेटिक सर्जरी और संबंधित प्रक्रियाओं में व्यापक उपयोग होता है, जो जलने वाले रोगियों के लिए, हड्डी के पुनर्निर्माण, कई दंत ऑर्थोडोंटिक और सर्जिकल प्रक्रियाओं के लिए एक उपचार सहायता के रूप में होता है। इसका उपयोग स्किनकेयर और एंटी-एजिंग को कम करने के लिए भी किया जाता है। आइए जानते हैं आपकी खूबसूरती के पीछे कोलेजन की भूमिका कैसे है।
कोलेजन क्या है?
कोलेजन सबसे महत्वपूर्ण प्रोटीन यौगिकों में से एक है, जो शरीर में बनता है और टेंडन, लिग्मेंट्स और त्वचा जैसे रेशेदार ऊतकों का प्राथमिक घटक है। वहीं ये हमारे शरीर में, प्रति यूनिट क्षेत्र में कोलेजन सामग्री हर साल 1 प्रतिशत की दर से कम होने लगती है। इसलिए, उम्र बढ़ने और शिकन के गठन में देरी के लिए कोलेजन के टूटने को रोकना आवश्यक है।इसे भोजन की खुराक लेकर भी ठीक किया जा सकता है। जहां ये त्वचा के स्वास्थ्य में सुधार करता है, वहीं ये जोड़ों के दर्द से राहत प्रदान करता है। साथ ही हड्डियों की क्षति को रोकने में मदद करता है। कोलेजन मांसपेशियों को बढ़ाने में सहायक होता है और स्वस्थ हृदय को भी बढ़ावा देता है। कोलेजन में अमीनो एसिड होते हैं, जो आमतौर पर अंडे की सफेदी में पाए जाते हैं। ये अनीनो एसिड एक साथ मिलकर लम्बे टेंडन्स के ट्रिपल हेलिक्स का निर्माण करते हैं। फाइब्रोब्लास्ट सबसे आम कोशिका है, जो कोलेजन बनाता है। खनिज सिलिका, रॉक-फ़ार्मिंग खनिज, जो सिलिकेट समूहों से बना होता है, ये कोलेजन संश्लेषण को बढ़ावा देते हुए हाइड्रॉक्सिलेशन एंजाइम को सक्रिय करता है, जो त्वचा की शक्ति और लोच में सुधार करने में मदद करता है। सिलिका के सामान्य स्रोत है जिनमें ताजे फल, जड़ी-बूटियाँ और सब्जियाँ विशेष रूप से विभिन्न फलों के खाद्य छिलके जैसे सेब, खीरा, गाजर आदि शामिल हैं।
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कोलेजन के अन्य लाभ-
- - कोलेजन रक्त वाहिकाओं को मजबूत करता है और टिशूओं के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह क्रिस्टलीय रूप में कॉर्निया और आंख के लेंस में भी मौजूद होता है।
- - खाद्य उद्योग में भी इसके कई उपयोग हैं विशेष रूप से जिलेटिन के उत्पादन की प्रक्रिया में जिसका उपयोग कई डेसर्ट में किया जाता है।
- - दवा और फोटोग्राफिक उद्योगों में भी कोलेजन का व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है।
कैसे होती है शरीर में कोलेजन की कमी?
- -शरीर में कोलेजन की कमी के पीछे बाहरी और आंतरिक दोनों कारक हैं। जबकि इंटरसेलुलर डिग्रेडेशन प्रोटीयोलाइटिक एंजाइमों के कारण होता है जो प्रोटीन को एक अम्लीय वातावरण में पेप्टाइड्स में हाइड्रोलाइज करते हैं।
- - कोलेजन का एक्स्ट्रासेलुलर डिग्रेडेशन लंबे समय तक सूर्य के संपर्क में रहने के कारण भी होता है।
- - वहीं धूम्रपान और गलत जीवन शैली भी इसके पीछे के कुछ मुख्य कारणों में से एक है।
- - आहार और आपकी डाइट में कुछ कमी होने के कारण भी शरीर में कोलेजन का मात्रा घटने लगती है।
- -बढ़ती हुए उम्र भी इसके अहम कारणों में से एक है।
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कोलेजन की मात्रा कैसे बढ़ाएं?
- -पानी भी सिलिकॉन डाइऑक्साइड का एक महत्वपूर्ण स्रोत है, जो कोलेजन बनाने में सहायता करता है। इसलिए आप शरीर को अच्छी तरह से हाइड्रेटेड रखें और इसके लिए खूब पानी पिएं।
- - पत्तेदार साग जैसे कि पालक, केल, पुदीना, धनिया, बीन्स, काजू, टमाटर, घंटी मिर्च, आदि में भी पर्याप्त कोलेजन होता है। इसे अपने डाइट में शामिल कर के आप अपनी त्वचा का निखार बनाए रख सकते हैं।
- -विटामिन- सी प्रो-कोलेजन के उत्पादन में एक प्रमुख भूमिका निभाता है इसलिए संतरे, अंगूर, और नीबू जैसे खट्टे फल को खाना न भूलें।
- -आजकल कुछ पौधों के अर्क और जड़ी बूटी कोलेजन बिल्डरों के रूप में लोकप्रियता प्राप्त कर रहे ,हैं जो त्वचा में संश्लेषण की शुरुआत करते हैं। वे शाकाहारी लोगों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद हैं। पौधे के अर्क त्वचा की मैट्रिक्स की रक्षा करने में मदद करते हैं।
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