
महिलाओ के बाल झड़ने को एंड्रोजेनिक एलोपेसिया भी कहा जाता है। यह टेस्टोस्टेरोन हार्मोन के (DTH) डिहाइड्रो टेस्टोस्टेरोन में परिवर्तित होने के कारण होता है। इस स्थिति में महिलाओं के बाल आगे के भाग में ज्यादा झड़ जाते हैं, जिससे स्कैल्प पर M के आकार जैसा दिखने लगता है। सेलिब्रिटी हेयर स्टाइलिस्ट, प्रियंका बोरकर बताती हैं कि डिहाइड्रो टेस्टोस्टेरोन (DHT) सेक्स हार्मोन टेस्टोस्टेरोन का ही रूप होता है। डीएचटी हार्मोन की ज्यादा मात्रा शरीर में होने पर महिलाओ के मुंह पर ज्यादा बाल उगने लगते हैं और सिर से बाल झड़ने लगते हैं। जिससे महिलाएं गंजेपन का शिकार हो जाती हैं। हालांकि पूरी तरह से गंजापन नहीं आता। लेकिन फिर भी यह स्थिति जीवन को कई तरह से प्रभावित कर सकती है। इस समस्या में पहले धीरे धीरे बाल कमजोर होने लगते हैं। डीएचटी बालों के फॉलिकल्स को कमजोर करता है, जिससे बालों का विकास रुक जाता है और बाल झड़ने लगते हैं। डीएचटी नए बालों के विकास को भी रोकता है।
DHT की समस्या कंट्रोल करने के लिए लाइफस्टाइल में बदलाव
लाइफस्टाइल में बदलाव और वजन कम करने से आप डीएचटी प्रोडक्शन को कंट्रोल कर सकते हैं। क्योंकि इससे आपका डीएचटी लेवल कम होगा और आपके बालों पर फॉलिकल्स पर इसका प्रभाव पड़ेगा।
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अल्कोहल छोड़ें
अल्कोहल, स्मोकिंग से दूरी बनाने और रेगुलर योग और एक्सरसाइज करने ने आपके बालों की क्वालिटी अच्छी हो सकती है। धूम्रपान और शराब की आदत आपके स्किन और बालों को हाइड्रेट कर देती है, जिससे बालों के झड़ने की समस्या बढ़ जाती है।
हेयर कलर से दूरी
अगर डीएचटी हेयर लॉस हो रहा है तो हेयर बैंड्स हेडबैंड्स रफ्फल्स हेयर कलर और सल्फेट युक्त शैंपू का प्रयोग कम करें। इनमें मौजूद केमिकल्स आपके हेयर फॉलिकल्स को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
एंटी हेयर फॉल शैंपू
एंटी हेयर फॉल शैंपू का प्रयोग करें क्योंकि कभी-कभी बालों का झड़ना स्कैल्प के पोर्स के बंद होने की वजह से भी हो सकता है। शैंपू आपके स्कैल्प के पोर्स की गंदगी साफ कर देते हैं, जिससे बालों की ग्रोथ अच्छी होती है।
हेल्दी डाइट
स्वस्थ आहार खाने से बालों के सामान्य विकास में भी मदद मिलती है। दरअसल हेल्दी डाइट से सभी जरूरी पोषक तत्व और कंपाउंड मिल सकते हैं, जो बालों को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।
स्कैल्प मसाज
स्कैल्प मसाज से भी बालों के झड़ने की समस्या दूर हो सकती है। दरअसल सिर की मसाज करने से ब्लड सर्कुलेशन तेज होता है, जिससे न्यूट्रिएंट्स सिर के हिस्से में पहुंच जाते हैं।
आयरन सप्लीमेंट
कुछ महिलाओं में बालों के झड़ने का कारण आयरन की कमी होती है। ऐसे में आयरन युक्त डाइट या आयरन सप्लीमेंट लेना आपको इस परेशानी से काफी हद तक बचा सकता है। लेकिन आयरन सप्लीमेंट डॉक्टर की सलाह पर ही लें।
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डीएचटी कंट्रोल के मेडिकल तरीके
हार्मोन थेरेपी
अगर हेयर फॉल मेनोपॉज की वजह से है तो डॉक्टर हार्मोन थेरेपी सजेस्ट कर सकते हैं. जिसमें बर्थ कंट्रोल पिल्स या हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी (एस्ट्रोजन या प्रोजेस्ट्रोन) शामिल हैं।
लाइट थेरेपी
लो लेवल लाइट थेरेपी हालांकि हेयर लॉस पूरी तरह से रोक नहीं सकती, लेकिन फिर भी हेयर लॉस को कम कर सकती है।
मेडिकेशन
कुछ दवाइयों द्वारा उपचार जिससे हेयर लॉस रुक सके। इसके लिए आपको डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।
प्लेटलेट रिच प्लाज्मा
प्लेटलेट रिच प्लाज्मा का इंजेक्शन भी हेयर लॉस को रोक सकता है और टिशू रिपेयर की स्पीड बढ़ा सकता है।
हेयर ट्रांसप्लांट
जब कसी भी प्रकार की थेरेपी असरदार नहीं होती तो हेयर ट्रांसप्लांट एक विकल्प है।
इन उपायों की मदद से बालों के झड़ने की समस्या को कुछ हद तक कंट्रोल किया जा सकता है। लेकिन अगर फिर भी समस्या बढ़ रही है तो डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है।