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Cryptic Pregnancy में 9वें महीने तक भी नहीं दिखते प्रेग्नेंसी के लक्षण, जानें क्या है यह स्थिति?

क्रिप्टिक प्रेग्नेंसी एक ऐसी स्थिति में जिसमें महिलाओं को गर्भधारण करने बाद भी कोई लक्षण महसूस ही नहीं होते हैं। आगे जानते हैं कि इसके क्या कारण होते हैं। साथ ही क्रिप्टिक प्रेग्नेंसी में महिलाओं को क्या लक्षण महसूस हो सकते हैं?
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Cryptic Pregnancy में 9वें महीने तक भी नहीं दिखते प्रेग्नेंसी के लक्षण, जानें क्या है यह स्थिति?

सामान्य रूप से जब किसी महिला को शादी के बाद पीरियड्स आने मिस होते हैं, तो वह डॉक्टर के पास जाकर प्रेग्नेंसी टेस्ट कराती है। इस टेस्ट में डॉक्टर महिला का ब्लड टेस्ट करते हैं। इस टेस्ट के रिजल्ट पॉजिटिव आने के बाद प्रेग्नेंसी कंंफर्म हो जाती है। लैकिन, कुछ महिलाओं के शरीर में प्रेग्नेंसी के अधिक लक्षण नहीं दिखाई देते हैं। ऐसे में कुछ महिलाओं को प्रेग्नेंसी के अंतिम दौर में जाकर पता चलता है कि वह प्रेग्नेंट थी। इस तरह की स्थिति को क्रिप्टिक प्रेग्नेंसी के नाम से जाना जाता है। इस लेख में आगे साईं पॉलीक्लीनिक की सीनियर गाइनाक्लॉजिस्ट डॉक्टर विभा बंसल से जानते हैं क्रिप्टिक प्रेगनेंसी क्या होती है और इसके लक्षण क्या हो सकते हैं।

क्रिप्टिक प्रेगनेंसी क्या है? - What is Cryptic Pregnancy in Hindi

क्रिप्टिक प्रेगनेंसी एक ऐसी स्थिति है जिसमें महिला को गर्भावस्था के दौरान कोई स्पष्ट लक्षण महसूस नहीं होते, या वे लक्षण इतने हल्के होते हैं कि उन्हें सामान्य शारीरिक बदलाव समझ लिया जाता है। इस प्रकार की गर्भावस्था में महिला को तब तक अपनी प्रेगनेंसी का पता नहीं चलता जब तक कि वह बहुत बाद के चरणों में न पहुंच जाए या कभी-कभी तो डिलीवरी के समय ही गर्भावस्था का पता चलता है। डॉक्टर की मानें तो हार्मोनल अंसुतलन, अनियमित मासिक धर्म, पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS) और गर्भनिरोधक गोलियों लेने की वजह से महिलाओं को इस तरह की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। 

क्रिप्टिक प्रेगनेंसी के लक्षण - Symptoms of Cryptic Pregnancy 

हालांकि क्रिप्टिक प्रेगनेंसी के लक्षण सामान्य गर्भावस्था की तुलना में बहुत हल्के या अलग हो सकते हैं, फिर भी कुछ संकेत होते हैं जो इस स्थिति को पहचानने में मदद कर सकते हैं। आगे जानते हैं इस बारे में। 

हल्का वजन बढ़ना

क्रिप्टिक प्रेगनेंसी में महिलाओं का वजन सामान्य से थोड़ा ही बढ़ता है, जिसे वे अन्य कारणों से जोड़ सकती हैं जैसे कि खान-पान में बदलाव या लाइफस्टाइल में परिवर्तन।

हल्की मतली या उल्टी 

आमतौर पर गर्भावस्था के शुरूआती चरणों में महिलाओं को मतली और उल्टी होती है, लेकिन क्रिप्टिक प्रेगनेंसी में यह लक्षण बहुत हल्के होते हैं या बिल्कुल नहीं होते।

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मासिक धर्म में गड़बड़ी 

कुछ महिलाओं को मासिक धर्म में गड़बड़ी का सामना करना पड़ता है, जो सामान्य से हल्की या अनियमित हो सकती है। इससे वे प्रेगनेंसी के बारे में सोच भी नहीं पातीं।

थकान और कमजोरी 

प्रेगनेंसी में थकान और कमजोरी होना सामान्य है, लेकिन क्रिप्टिक प्रेगनेंसी में यह लक्षण बहुत ज्यादा स्पष्ट नहीं होते।

हल्का पेट दर्द 

पेट में हल्का दर्द या असहजता महसूस हो सकती है, जिसे आमतौर पर मासिक धर्म से संबंधित दर्द समझ लिया जाता है।

गर्भाशय का आकार बढ़ना 

गर्भाशय का आकार धीरे-धीरे बढ़ सकता है, लेकिन यह वृद्धि इतनी धीमी होती है कि महिला इसे महसूस नहीं कर पाती।

कम मूवमेंट्स 

बच्चे की पेट में होने वाली गतिविधियां भी कम महसूस हो सकती हैं, जिससे महिला को गर्भावस्था का एहसास नहीं होता।

इसे भी पढ़ें: प्रेगनेंसी के दौरान खून की कमी पूरा करने के लिए क्या करें?

Cryptic Pregnancy in Hindi: क्रिप्टिक प्रेगनेंसी एक दुर्लभ लेकिन महत्वपूर्ण स्थिति है जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। सही जानकारी और सावधानी से महिलाएं इस स्थिति को समझ सकती हैं और आवश्यक होने पर चिकित्सा सहायता प्राप्त कर सकती हैं। अगर किसी महिला को अपने शरीर में किसी भी प्रकार का असामान्य बदलाव महसूस होता है, तो उसे तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

 

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