हार्ट अटैक से भी ज्यादा खतरनाक है एक्यूट कोरोनरी सिंड्रोम, जानें क्या है ये

एक्यूट कोरोनरी सिंड्रोम दिल से जुड़ा एक ऐसा रोग है जिसमें कोरोनरी आर्टरी में खून का बहाव रूक जाता है, जिससे स्ट्रोक, एंजाइना या फिर हार्ट अटैक आ सकता है। डॉक्टर्स कहते हैं कि इस रोग में खून की रुकावट अचानक होती है। जिससे दिल तक खून सही तरह से नहीं पहुंच पाता है।  
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हार्ट अटैक से भी ज्यादा खतरनाक है एक्यूट कोरोनरी सिंड्रोम, जानें क्या है ये


आजकल दिल की बीमारियों की वजह से लोगों की मौत होना बहुत आम हो गया है। केवल आम लोग ही नहीं बल्कि नेता—अभिनेता भी दिल की बीमारियों से अछूते नहीं है। हाल ही में हमारे देश की पूर्व वित्त मंत्री और बीजेपी की बड़ी नेता सुषमा स्वराज का निधन भी कार्डियक अरेस्ट से हुआ है। ज्यादातर लोग केवल दिल से जुड़ी बीमारियों में केवल हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट के बारे में ही जागरुक होते हैं। जबकि एक्यूट कोरोनरी सिंड्रोम हार्ट की इतनी भयंकर बीमारी है कि उसके बारे में लोगों को पहले पता होना चाहिए। जब इसका अटैक पड़ता है तक अगर मरीज केा तुरंत डॉक्टर को नहीं दिखाया गया तो मरीज की मौके पर ही मौत हो सकती है। आज इस लेख में हम आपको बताएंगे कि एक्यूट कोरोनरी सिंड्रोम क्या है और इससे कैसे बचा जा सकता है।

क्या है एक्यूट कोरोनरी सिंड्रोम?

एक्यूट कोरोनरी सिंड्रोम दिल से जुड़ा एक ऐसा रोग है जिसमें कोरोनरी आर्टरी में खून का बहाव रूक जाता है, जिससे स्ट्रोक, एंजाइना या फिर हार्ट अटैक आ सकता है। डॉक्टर्स कहते हैं कि इस रोग में खून की रुकावट अचानक होती है। जिससे दिल तक खून सही तरह से नहीं पहुंच पाता है। साथ ही एक्यूट कोरोनरी सिंड्रोम में आर्टरी में खून का बहाव कभी भी रुक जाता है और कभी भी सामान्य हो जाता है। यह अक्सर तब होता है जब कोरोनरी आर्टरी की दीवारों पर फैट जमा हो जाता है। फैट जमा हो जाने से वे ब्लॉक हो जाती हैं। जिसके चलते दिल तक ऑक्सीजन और पोषक तत्व पहुंच नहीं पाते हैं। असल में कोरोनरी ब्लड के माध्यम से हमारे दिल को आक्सीजन और जरूरी पोषक तत्व पहुंचती है। अगर हार्ट तक पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन पहुंचे तो हार्ट मसल्स के सेल्स की मृत्यु हो सकती है। जिससे हार्ट अटैक की संभावना बढ़ जाती है।

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एक्यू कोरोनरी सिंड्रोम के लक्षण 

  • अचानक से सीने में दर्द होना
  • उलटी करने जैसा मन होना
  • अचनाक घबराहट और चिड़चिड़ाहट होना
  • तेज तेज खट्टी डकार
  • सांस की तकलीफ (अपच)
  • अचानक से तेज पसीना आना 
  • चक्कर आना या बेहोशी
  • असामान्य या अस्पष्टीकृत थकान
  • बेचैन या आशंकित महसूस करना
  • सीने में बेचैनी, दबाब, जकड़न और जलन का होना
  • छाती से कंधे, हाथ, ऊपरी पेट, पीठ, गर्दन या जबड़े तक दर्द का फैलना

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एक्यू कोरोनरी सिंड्रोम से बचाव के तरीके

  • उपरोक्त बताएं गए लक्षणों में से अगर कोई भी 2 लक्षण आपको खुद में महसूस हो तो अस्पताल जाकर ECG (इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम) कराएं। इसके अलावा अगर डॉक्टर आपसे कुछ ब्लड टेस्ट और कार्डिएक परफ्यूजन स्कैन कराने के लिए कहे तो तुरंत हामी भर दें।
  • यदि आप अपनी डाइट से फास्ट फूड और फैट युक्त चीजों का हटा देंगे तब भी आप एक्यूट कोरोनरी सिंड्रोम से काफी हद तक बच सकते हैं। क्योंकि ये चीजें सीधे दिल पर हमला करती हैं।
  • जिन लोगों का कोलेस्ट्रॉल व ब्लड प्रेशर सामान्य नहीं रहता है उन्हें ज्यादा अहतियात बरतने की आवश्यकता है। ऐसे लोग अपना एक रूटीन बनाएं और डाइट चार्ट बनाएं जिसे गंभीरता के साथ नियमित फॉलो करें।
  • अपनी डाइट में दूध, पनीर, हरी सब्जियां, ताजे फल, मछली, जूस और नारियल पानी को शामिल करें। साथ ही डाइट में लीन प्रोटीन से भरपूर फूड्स लें।
  • सिगरेट, शराब और अन्य कैमिकल्स का अगर आप सेवन करते हैं तो इसे आज से ही बंद कर दें। इससे न सिर्फ एक्यू कोरोनरी सिंड्रोम बल्कि कैंसर का खतरा भी बढ़ता है।
  • रोजाना 8 से 10 ग्लास पानी पीएं

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