
What Diseases Can Ashwagandha Cure: अश्वगंधा एक बेहतरीन आयुर्वेदिक हर्ब है। जिसका प्रयोग प्राचीन चिकित्सा में कई स्वास्थ्य समस्याओं के दूर करने के लिए काफी व्यापक स्तर पर किया जाता रहा है। यहां तक कि आयुर्वेद में हजारों सालों से दर्द और सूजन, अनिद्रा जैसी समस्याओं के लिए इसे बहुत कारगर औषधि माना जाता है। अश्वगंधा एक बेहतरीन एडाप्टोजेन है, जिसे यह तनाव के प्रबंधन में बहुत लाभकारी है। हम में से ज्यादातर लोग अश्वगंधा को पुरुषों का स्टैमिना बढ़ाने या टेस्टोस्टेरोन बढ़ाने के लिए ही अश्वगंधा को कारगर समझते हैं, लेकिन वे यह नहीं जानते हैं कि यह कई शारीरिक समस्याओं को दूर करने में आपकी मदद कर सकता है। यह कई शारीरिक बीमारियों के लिए भी एक रामबाण औषधि है। बहुत से लोग अक्सर पूछते हैं, कि अश्वगंधा का सेवन करने के किन किन बीमारियों में राहत मिल सकती है? इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ. भुवनेश्वरी (BAMS Ayurveda) से बात की। अश्वगंधा किन बीमारियों में काम आता है (ashwagandha kin bimarion mein kaam aata hai), इस लेख में हम आपको इसके बारे में विस्तार से बता रहे हैं।
अश्वगंधा किन बीमारियों में काम आता है- Ashwagandha kin bimarion mein kaam aata hai
बांझपन दूर करता है
अध्ययन में पाया गया है कि 90 दिनों तक नियमित 5 ग्राम अश्वगंधा लेने से पुरुषों में स्पर्म काउंट बढ़ाने में मदद मिली और उनकी गुणवत्ता में भी सुधार हुआ। सिर्फ पुरुष ही नहीं, महिलाओं में प्रजनन क्षमता बेहतर बनाने में अश्वगंधा लाभकारी साबित हो सकता है।
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नींद से जुड़ी समस्याएं
जिन लोगों का रात में नींद नहीं आती है या नींद के दौरान बेचैनी का अनुभव करते हैं उन लोगों के लिए अश्वगंधा बहुत लाभकारी है। अध्ययन में पाया गया है कि दिन में दो बार 300 mg अश्वगंधा पाउडर लेने से नींद जल्दी और बेहतर आती है। ऐसा इसलिए क्योंकि इसमें ट्राई एथिलीन ग्लाइकोल होता है जो जल्दी नींद लाने में मदद करता है। हालांकि इस पर अभी अधिक शोध चल रहे हैं।
मानसिक रोग
जो लोग चिंता, तनाव और अवसाद जैसी समस्याओं से जूझ रहे है, अश्वगंधा लेने से उनकी समस्याएं दूर हो सकती हैं। यह शारीरिक थकान और तनाव को कम करने में मदद करता है। साथ ही चिंता को दूर करता है।
न्यूरोडीजेनेरेटिव रोग
अश्वगंधा तंत्रिकाओं को नुकसान पहुंचने से बचाता है और उनके नुकसान को भी कम करता है। इस तरह यह अल्जाइमर, पार्किंसंस और हंटिंगटन जैसी बीमारियों के जोखिम को कम करने में भी मदद कर सकता है। हालांकि इस पर अभी अधिक अध्ययन की आवश्यकता है।
गठिया में राहत प्रदान करता है
अध्ययन में पाया गया है कि अश्वगंधा लेने से जोड़ों की सूजन कम करने में मदद मिलती है, और गठिया के लक्षणों को कम होते हैं।
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यह भी ध्यान रखें
इसमें कोई संदेह नहीं है कि अश्वगंधा कई समस्याओं में मदद करता है, लेकिन आपको डॉक्टर की सलाह के बिना इसका सेवन नहीं करना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि ज्यादातर अध्ययन पर आधारित हैं और मनुष्यों पर फिलहाल अध्ययन चल रहे हैं। इसलिए बेहतर स्वास्थ्य और अश्वगंधा के स्वास्थ्य लाभ प्राप्त करने के लिए किसी डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
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