Ayurvedic Herbs For Healthy Liver: संपूर्ण स्वास्थ्य की भलाई के लिए लिवर का स्वस्थ होना और सही तरीके से काम करना बहुत जरूरी है। क्योंकि यह शरीर के कई कार्यों में बहुत अहम भूमिका निभाता है। लेकिन इन दिनों खराब खानपान, जीवनशैली की खराब आदतें हैं और गतिहीन जीवनशैली के कारण अधिकतर लोग लिवर से जुड़ी समस्याओं का सामना कर रहे हैं। फैटी लिवर, पीलिया, शरीर में टॉक्सिन्स की अधिक मात्रा, खराब पाचन आदि जैसी सभी समस्याएं लिवर फंक्शन ठीक न होने की वजह से ही होती हैं। लिवर को डिटॉक्स करने और फंक्शन में सुधार करने के लिए लोग तरह-तरह के घरेलू नुस्खे और डिटॉक्स ड्रिंक ट्राई करते हैं।
आमतौर पर लिवर से जुड़ी समस्याएं होने पर डॉक्टर से परामर्श करना है बेहतर माना जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं अगर कुछ आयुर्वेदिक हर्ब्स को अपनी डाइट में शामिल करें, तो इससे लिवर स्वास्थ्य और फंक्शन में सुधार करने में मदद मिल सकती है। लिवर को स्वस्थ रखने वाली कुछ आयुर्वेदिक हर्ब्स के बारे में डायटीशियन मनप्रीत कालरा ने अपने एक इंस्टाग्राम पोस्ट में विस्तार से बताया है। तो चलिए जानते हैं स्वस्थ लिवर के लिए 5 आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी (liver ke liye ayurvedic jadi buti)।
स्वस्थ लिवर के लिए आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी- Best Ayurvedic Herbs For Liver In Hindi
1. शिसांद्रा (Schisandra herb in hindi)
NCBI में प्रकाशित एक जर्नल के अनुसार के शिसांद्रा चीनेंसिस (SC), ऐसी अद्भुत जड़ी बूटी है, जिसका प्रयोग लिवर से लेकर, हाइपरकोलेस्ट्रोलेमिया और लिवर से जुड़ी अन्य समस्याओं को दूर करने के लिए दवा के रूप में किया जाता है। यह एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होती है और लिवर फंक्शन में सुधार करती है।
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2. बरडॉक रूट (Burdock root in hindi)
बरडॉक रूट में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट विशेष रूप से लीवर को जहरीले पदार्थों से बचाने में मदद करते हैं। बरडॉक को इसका कड़वा स्वाद देने वाले यौगिक पित्त उत्पादन को प्रोत्साहित करने में मदद कर सकते हैं, जिससे लीवर को अधिक गति और आसानी से विषाक्त पदार्थों को दूर करने में मदद मिलती है।
3.मिल्क थिसल (Milk thistle)
यह जड़ी-बूटी टॉक्सिन्स को लिवर की कोशिकाओं से जोड़ने से रोकने में मदद करती है। अध्ययनों में पाया गया कि यह सूजन कम करने और कोशिकाओं की मरम्मत में मदद करती है। पीलिया, सिरोसिस, लिवर कैंसर और फैटी लीवर रोग के लक्षणों में भी सुधार करती है।
4. मुलेठी (Licorice Root)
मुलेठी में एंटी इन्फ्लेमेटरी, एंटी-कैंसर, एंटीऑक्सीडेंट और एंटीबैक्टीरियल गुण मौजूद होते हैं। यह लिवर की चोट को कम करने में मदद करती है और फंक्शन में सुधार करती है।
5. डैंडेलियन (Dandelion)
विभिन्न लिवर रोगों के जोखिम को कम करने, रोकने या उनका इलाज में इस जड़ी-बूटी का प्रयोग बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है। इसमें मौजूद फाइटोकेमिकल्स लिवर की चोट को ठीक करने और डैमेज को रिपेयर करने में मदद करते हैं।
6. हल्दी (Turmeric)
हल्दी में मौजूद एक्टिव कंपाउंड करक्यूमिन एंटी-इन्फमेलेटरी यौगिक के रूप में काम करता है। साथ ही इसमें एंटीऑक्सीडेंट और एंटीबैक्टीरियल गुण भी होते हैं। यह डायबिटीज, हाइपरलिपिडिमिया और फैटी लिवर आदि के उपचार में बहुत लाभकारी है।
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लिवर को स्वस्थ रखने के लिए इन आयुर्वेदिक हर्ब्स का सेवन कैसे करें?
अगर आप लिवर से जुड़ी समस्याओं का सामना कर रहे हैं, या अपने लिवर को स्वस्थ और मजबूत बनाना चाहते हैं तो आपको किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक से परामर्श करने की जरूरत है। वह आपको आपकी स्थिति के अनुसार कौन सी जड़ी-बूटी बेहतर है इस विषय पर बेहतर तरीके से बता सकते हैं। साथ ही आपको इनका कितनी मात्रा में और कैसे सेवन करना है, यह भी डॉक्टर ही बेहतर बता सकते हैं।
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