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Deficiency causes fainting: बेहोशी एक बहुत ही आम प्रक्रिया है। कई बार घंटों तक काम करने, थकान और धूप में ज्यादा समय बिताने के कारण बेहोश होना आम माना जाता है, लेकिन अगर ये बार-बार होती है तो एक गंभीर समस्या मानी जाती है। बेहोशी मिर्गी, लो ब्लड शुगर, माइग्रेन और दिमागी संबंधित समस्याओं के कारण भी हो सकती है। बेहोशी एक ऐसी बीमारी है, जिसे लोग यूं ही ले लेते हैं। कुछ लोग कहते हैं चेहरे पर पानी छिड़क दो तो इंसान होश में आ जाएगा और कुछ देर आराम कर लो बेहोशी से छुटकारा मिल जाएगा। हालांकि बेहोशी की समस्या हो क्यों रही है इसके बारे में ज्यादा लोग जानना नहीं चाहते हैं या जानकर अनजान बनते हैं। बेहोशी के कारणों और बेहोशी से छुटकारा पाने के लिए क्या किया जाना चाहिए इसके बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए हमने महाराष्ट्र के मुलुंड स्थित फॉर्टिस अस्पताल में कार्यरत डॉ. शोभा सुब्रमण्यन से बातचीत की। आइए जानते हैं इन सभी सवालों के जवाब।
क्यों होती है बेहोशी?
डॉक्टर का कहना है बेहोशी आमतौर पर दिमाग तक ऑक्सीजन सही तरीके से न पहुंचने के कारण होती है। लो ब्लड प्रेशर के कारण भी बेहोशी की समस्या देखी जाती है। बेहोशी आमतौर पर गंभीर नहीं होती है, लेकिन कुछ मामलों में मरीज को अस्पताल में भर्ती तक करवाना पड़ सकता है।
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शरीर में इन चीजों की कमी की वजह से होती है बेहोशी
शरीर को हाइड्रेट न रखना
डॉ. शोभा सुब्रमण्यन का कहना है कि बेहोशी की समस्या होने का मुख्य कारण है शरीर में पानी की कमी। जो लोग अपना ज्यादातर समय घर से बाहर धूप में बिताते हैं उनमें बेहोशी की समस्या ज्यादा देखने को मिलती है। डॉ शोभा सुब्रमण्यन ने कहा, गर्मियों के मौसम बेहोशी के मामले ज्यादा देखने को मिलते है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि लोग पानी कम मात्रा में पीते हैं। पानी कम पीने से शरीर सही तरीके से हाइड्रेट नहीं रहता है, जिससे नर्वस सिस्टम पर असर पड़ता है। नर्वस सिस्टम पर असर पड़ने के कारण व्यक्ति होश खो बैठता है। इसलिए हर मौसम में शरीर को हाइड्रेट रखना बहुत जरूरी है। डॉक्टर का कहना है कि बेहोशी की समस्या न हो इसके लिए प्रतिदिन 2.5 से 3 लीटर पानी पीना जरूरी है।
शुगर लेवल का कम होना
डॉक्टर के मुताबिक बेहोशी पैदा करने वाला दूसरा पदार्थ चीनी है। आम तौर पर, एक व्यक्ति जो स्वस्थ है और उसका शुगर लेवल सामान्य है, उसके होश खोने की संभावना बहुत कम होती है। परन्तु किसी व्यक्ति का शुगर लेवल कम है या बार-बार असामान्य तरीके से घटता-बढ़ता रहता है तो ये बेहोशी की वजह बन सकता है। डॉक्टर का कहना है, डायबिटीज के मरीज जो दवाएं लेते हैं या दवाओं को बीच-बीच में छोड़ देते हैं उनमें शुगर लेवल का असंतुलन बना रहता है जिसकी वजह से उनमें बेहोशी के मामले ज्यादा देखने को मिलते हैं। बेहोशी से बचने के लिए शरीर में शुगर लेवल को संतुलित बनाए रखना बहुत जरूरी है।
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लो सोडियम
बेहोशी के तीसरे कारण में शामिल है शरीर में सोडियम का स्तर लो होना। लो सोडियम जिसे डॉक्टरी भाषा में हाइपोनेट्रेमिया भी कहा जाता है। ये आम तौर पर उन लोगों में देखा जाता है, जो दस्त और उल्टी जैसी समस्या से जूझ रहे हैं। डॉक्टर का कहना है जिन लोगों को उल्टी, दस्त की समस्या होती है उन्हें नियमित तौर पर नमक, चीनी को घोल या ORS पीना चाहिए, ताकि वो बेहोशी की समस्या से बच सकें।
With Inputs: Dr. Shobha Subramanian Itolikar, Consultant-Internal Medicine, Fortis Hospital Mulund