Metabolism Myths: क्‍या ग्रीन टी मेटाबॉलिज्‍म को बढ़ा सकती है? जानें मेटाबॉलिज्‍म से जुड़े 4 मिथ

Myths about Metabolism: क्‍या आपको भी लगता है कि ग्रीन टी या कम खाना आपके मेटाबॉलिज्‍म को बढ़ावा देता है? अगर हां, तो यहां जान लें सच क्‍या है?
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Metabolism Myths: क्‍या ग्रीन टी मेटाबॉलिज्‍म को बढ़ा सकती है? जानें मेटाबॉलिज्‍म से जुड़े 4 मिथ

इस बात को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता कि स्‍वास्‍थ्‍य को बेहतर बनाए रखने के लिए आपका मेटाबॉलिज्‍म बेहतर होना चाहिए। यह आपके वजन को कंट्रोल में रखने के साथ-साथ आपको कई तरह से स्‍वस्‍थ रखने में मददगार है। आपने मेटाबॉलिज्‍म को बेहतर बनाने या उससे जुड़ी कई खाद्य-पदार्थों और बातें सुनी होंगी, जो मेटाबॉलिज्‍म दर बढ़ाने के बारे में कही जाती हैं।

हालांकि, मेटाबॉलिज्‍म को बढ़ाने के कई विकल्प हैं और इससे जुड़े कुछ मिथक व तथ्य भी हैं, जिन्‍हें जानने की जरूरत है, ताकि आप इन पर विश्‍वास कर अपना समय बर्बाद न करें। आइए हम आपको यहां आपको मेटाबॉलिज्‍म से जुड़ी उन गलतियों के बारे में बताते हैं, जो आपको नुकसान में डाल सकती हैं। 

Green Tea Benefits

ग्रीन टी मेटाबॉलिज्‍म के लिए बेस्‍ट है 

ग्रीन टी के नियमित सेवन के सभी लाभों में से एक मेटाबॉलिज्‍म को बढ़ावा देना भी शामिल है। जिसकी वजह से अधिकतर वजन घटाने वाले लोग रोजाना ग्रीन टी पीना नहीं भूलते। हालाँकि, जबकि खाद्य पदार्थ आपके मेटाबॉलिज्‍म में सुधार कर सकते हैं, यह केवल एक हद तक ही संभव है। इसलिए ऐसा नहीं है कि आप वजन घटाने और मेटाबॉलिज्‍म को बढ़ावा देने के लिए केवल ग्रीन टी पर निर्भर रहें। इसके लिए आपको हेल्‍दी डाइट के साथ हेल्‍दी लाइफस्‍टाइल को फॉलो करना पड़ेगा। रेगुलर एक्‍सरसाइज के साथ सही प्रकार के कार्ब्स, प्रोटीन और वसा को अपनी डाइट में जोड़ने की कोशिश करें। 

कार्डियो एक्‍सरसाइज मेटाबॉलिज्‍म के लिए अच्‍छा 

कार्डियो एक्‍सरसाइज की मदद से कैलोरी को तेजी से बर्न करने में मदद मिलती है। लेकिन यह आपके मेटाबॉलिज्‍म रेट को बढ़ाने के लिए सबसे अच्छा विकल्‍प नहीं हो सकता है। यदि आपके मेटाबॉलिज्‍म को बढ़ावा देने के लिए आप प्रयास कर रहे हैं, तो आप अन्‍य प्रकार की एक्‍सरसाइज और वर्कआउट्स को भी चुन सकते हैं, जो आपके बॉडी फैट को बर्न करने में मदद करते हैं और मांसपेशियों के निर्माण में मददगार हैं। 

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Cardio For Metabolism

इसलिए घंटों तक एक्‍सरसाइज और वर्कआउट करना जरूरी नहीं कि मेटाबॉलिज्‍म को बढ़ाएगा। वास्तव में, ऐसा करना आपके लिए महंगा साबित हो सकता है और आपके शरीर को एक तनावग्रस्त और इंफ्लामेंटेशन की स्थिति में धकेल सकता है, जो आपके बीएमआर (बॉडी मेटाबोलिक रेट) के साथ गड़बड़ी कर सकता है।

अच्‍छे स्‍वास्‍थ्‍य के लिए कम खाएं

वजन घटाने के लिए, आपको कैलोरी की कमी, या सरल शब्दों में कहें, तो कम खाने की जरूररत नहीं है। बहुत से लोग वजन घटाने के लिए कम खाना खाते हैं या खाना ही छोड़ देते हैं। ऐसा करने से आपके मेटाबॉलिज्‍म को बढ़ावा नहीं मिलता। यह तथ्य एक कारण से सही नहीं है। क्‍योंकि डाइट और खाने के पैटर्न में बदलाव से शरीर के वजन और फैट के नियमन में बदलाव आ सकता है, लेकिन यह आपके मेटाबॉलिज्‍म को तेज या बढ़ावा नहीं देगा। आपके कैलोरी सेवन में अचानक गिरावट या स्पाइक आपके मेटाबॉलिज्‍म को धीमा कर सकता है, जो बिल्कुल भी अच्‍छा नहीं है। इसलिए बेहतर परिणामों के लिए सही खाना, सही समय पर लें।  

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Eat Less

पुरुषों और महिलाओं में समान मेटाबॉलिज्‍म 

पुरुषों और महिलाओं में शारीरिक अंतर होता है, जो हम सभी जानते हैं और हार्मोन के काम करने के तरीके में भी काफी अंतर होता है। लेकिन फिर भी कई बार यह सवाल उठता है कि पुरुषों और महिलाओं में समान मेटाबॉलिज्‍म होता है। इसका जवाब है, पुरुषों और महिलाओं का वजन अलग-अलग होता है और इसके पीछे का कारण उनकी अलग मेटाबॉलिज्‍म रेट का होना है। यह पूरी तरह सच नहीं है, जबकि पुरुष और महिलाएं थोड़ा अलग तरीके से अपना वजन कम करते हैं, मेटाबॉलिज्‍म भी इसके पीछे नहीं है। 

वजन कम होना काफी हद तक मांसपेशियों की संरचना और बोन डेंसिटी के कारण होता है, क्योंकि जैसे उम्र के साथ मेटाबॉलिज्‍म रेट में भी बदलाव आता है, लेकिन इसके लिए केवल मेटाबॉलिज्‍म जिम्‍मेदार नहीं है। 

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