
रक्त में शर्करा की मात्रा अधिक होने का अंदेशा भर ही आपके जीवन की रफ्तार को थाम लेता है। आप चाहकर अपने जीवन का आनंद नहीं उठा पाते। लेकिन, इसे काबू करते ही आपका जीवन नये रोमांच और उत्साह से भर जाता है।
रक्त में शर्करा की मात्रा अधिक होने का अंदेशा भर ही आपके जीवन की रफ्तार को थाम लेता है। आप चाहकर अपने जीवन का आनंद नहीं उठा पाते। लेकिन, इसे काबू करते ही आपका जीवन नये रोमांच और उत्साह से भर जाता है। आपकी भूख और वजन नियंत्रण में रहता है। आप पहले से अच्छा महसूस करते हैं और साथ ही साथ आपका मूड भी बेहतर रहता है।
इतना ही नहीं अगर आपकी ब्लड शुगर काबू में है, तो आपकी याद्दाश्त भी अच्छी रहती है और आपके हॉर्मोंस भी संतुलित रहते हैं। इतना ही नहीं जब आप अपनी रक्त शर्करा को नियंत्रण करना सीख जाते हैं, तो आपको इससे होने वाली अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा भी कम हो जाता है। आपको डायबिटीत और दिल की बीमारियां होने का खतरा कम हो जाता है।
ऊर्जा का जल्द उत्सर्जन करने वाले आहार का सेवन करने से आपको थकान और चिड़चिड़ापन हो सकता है। इसके साथ ही इससे आपको जल्द भूख लगने लगती है। इसके साथ ही संसाधित (प्रोसेस्ड) भोजन और ऐसे आहार जिनमें शर्करा की मात्रा काफी अधिक होती है भी ब्लड शुगर के बढ़ने का खतरा बढ़ा देती है। ये आहार बहुत तेजी से ग्लूकोज का स्राव करते हैं।
रक्त शर्करा को नियंत्रण करने के लिए कुदरत ने हमारे शरीर में इनसुलिन नाम का हॉर्मोन दिया है। इनसुलिन शक्कर को अवशोषित करने में मदद करती है। लेकिन, जब यह शक्कर आवश्यकता से अधिक हो जाती है, तो शरीर इसे वसा के रूप में जमा कर लेता है। जब यह प्रक्रिया लगातार और काफी लंबे समय तक चलती रहती है, तो हमारे उत्तक थककर इनसुलिन के प्रति असंवेदनशील हो जाते हैं। इससे इनसुलिन प्रतिरोधकता की स्थिति उत्पन्न होती है। इसे डायबिटीज का पहला जोखिम कारक मान सकते हैं।
तो अगर आप मूडी हैं, चिड़चिड़े रहने लगे हैं, आपको लगातार भूख लगती रहती है, आपको एकाग्र होने अथवा आपका वजन बढ़ने लगा है, जो आपको अपने रक्त शर्करा को नियंत्रित करने की जरूरत है। इस लेख में हम बता रहे हैं ऐसे आहार के बारे में जो कुदरती तौर पर आपको रक्त शर्करा कम करने में मदद करते हैं।
आहार जो पचे आराम से
ग्लाइसेमिक सूचकांक में कम वाले आहार का सेवन करें। ऐसे आहार आपके रक्त में धीमे-धीमे पचते हैं। ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन करने से आपकी सेहत दुरुस्त रहती है और रक्त में शर्करा का स्तर भी नियंत्रित रहता है। इसके लिए आपको सब्जियों, फलियों और कुछ फलों (जैसे बैरी आदि) का सेवन करना चाहिए। इसके साथ ही साबुत अनाज, नट्स और बीज आदि भी आपकी सेहत के लिए काफी फायदेमंद रहते हैं।
स्नैक्स दें रिलैक्स
दो भोजन के बीच स्नैक्स का सेवन करें। इससे आपका पेट भरा रहेगा और आप अतिरिक्त खाने से बचेंगे। लेकिन, स्नैक्स चुनते समय विशेष सावधानी बरतें। आपको उच्च प्रोटीन युक्त स्नैक्स ही चुनने चाहिए।
हर आहार में हो प्रोटीन
प्रोटीन आपकी सेहत के लिए बहुत जरूरी है। आपको अपने हर आहार में प्रोटीन को जरूर शामिल करना चाहिए। ऐसा करना तब और भी जरूरी हो जाता है जब आप कार्बोहाइड्रेट का सेवन कर रहे हों। प्रोटीन धीरे-धीरे ऊर्जा का उत्सर्जन करता है, जिससे आपके मस्तिष्क को संतुष्टि का संकेत जाता है।
नाश्ता करें
नाश्ता जरूर करें। अकसर लोग नाश्ता करने से बचते हैं। ऐसा करना आपकी सेहत के लिए अच्छा नहीं होता। नाश्त में प्रोटीन और स्वस्थ फैट की मात्रा को शामिल करें। ये पोषक तत्व आपके रक्त में शर्करा की मात्रा को नियंत्रित करने का काम करते हैं।
शुगर और परिष्कृत कार्बोहाइड्रेट से रहें दूर
चीनी और परिष्कृत कार्बोहाइड्रेट आपके शरीर में शर्करा की मात्रा को काफी तेजी से बढ़ा सकते हैं। चीनी को वैसे भी सफेद जहर कहा जाता है। वहीं परिष्कृत कार्बोहाइड्रेट काफी तेजी से पचता है और ग्लूकोज बनाता है। इससे भी शर्करा की मात्रा बढ़ जाती है।
सोडे से करें तौबा
सोडा और मीठे ड्रिंक में इस्तेमाल किये जाने वाले स्वीटनर और प्रिजरवेटिव आपकी सेहत को काफी नुकसान पहुंचा सकते हैं। इतना ही नहीं इससे हॉर्मोन असंतुलन की स्थित उत्पन्न हो जाती है, जिससे रक्त में शर्करा की मात्रा काफी तेजी से बढ़ती है।
कृत्रिम मीठे से बचें
हालांकि कृत्रिम मीठे में ग्लूकोज नहीं होता, और इसी भ्रम में लोग इसे पूरी तरह सुरक्षित मान लेते हैं। हालांकि सत्य इससे बिलकुल अलग हैं। कृत्रिम मीठे पदार्थ भी यह आपके रक्त शुगर पर वही प्रभाव डालते हैं जो सामान्य मीठा डालता है।
कॉफी, धूम्रपान छोड़ें
चाय और कॉफी में कैफीन होता है जो रक्त शर्करा बढ़ा सकते हैं। इसके साथ ही धूम्रपान और अल्कोहल भी आपके रक्त में शर्करा के स्तर में इजाफा कर सकते हैं।
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