
Vitamins Sources For Muscle Cramps: अगर आपकी हड्डियां कमजोर हैं, तो मांसपेशियों में ऐंठन या क्रैम्प्स की समस्या हो सकती है। एक से ज्यादा मांसपेशियां, जब आपस में सिकुड़कर सख्त हो जाती हैं, तब मसल्स क्रैम्प (Muscle Cramps) या मांसपेशियों में ऐंठन होती है। मांसपेशियों में ऐंठन होने पर चलने पर तेज दर्द महसूस होता है। ये दर्द कुछ घंटों से लेकर दिन या महीनों तक भी बना रह सकता है। कई बार विटामिन्स और मिनरल्स की कमी के कारण भी मांसपेशियों में ऐंठन की समस्या हो जाती है। इस समस्या को दूर करने के लिए विटामिन्स और मिनरल्स से भरी डाइट का सेवन कर सकते हैं। आगे जानेंगे 5 जरूरी विटामिन्स और उनके स्रोत। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के विकास नगर में रहने वाली फिटनेस एक्सपर्ट और न्यूट्रिशनिस्ट पायल अस्थाना से बात की।
1. विटामिन डी रिच फूड्स खाएं- Vitamin D Rich Foods
मांसपेशियों और हड्डियों की अच्छी सेहत के लिए विटामिन डी एक जरूरी विटामिन है। विटामिन डी की कमी के कारण, मसल्स क्रैम्प्स की समस्या आ सकती है। कैल्शियम को एब्सॉर्ब करने के लिए विटामिन डी की जरूरत पड़ती है। विटामिन डी की कमी के कारण, पसीना ज्यादा आता है। इस कारण से शरीर में पोटैशियम और सोडियम की भी कमी हो जाती है। विटामिन डी की कमी दूर करने के लिए, हर दिन 10 से 15 मिनट, सुबह की धूप लेनी चाहिए। इसके अलावा, डाइट में कॉर्ड लिवर ऑयल, अंडे की जर्दी, फोर्टिफाइड अनाज और दूध आदि को शामिल करें।
2. कैल्शियम के स्रोत को चुनें- Calcium Rich Foods
कैल्शियम की कमी से मांसपेशियों में कमजोरी आ सकती है। शरीर में कैल्शियम की कमी से, नर्व सेल्स ज्यादा सेंसिटिव हो जाते हैं। इसके कारण अचानक से मसल्स में दर्द उठ सकता है। कैल्शियम रिच फूड्स की बात करें, तो डाइट में हरी पत्तेदार सब्जियां, सीरियल्स, खट्टे फल, सोय उत्पाद, डेयरी उत्पाद, स्किम्ड और नॉन फैट मिल्क आदि को शामिल कर सकते हैं।विटामिन डी की कमी दूर करने के लिए सप्लीमेंट्स का सेवन भी कर सकते हैं। सप्लीमेंट्स का सेवन खुद से नहीं करना चाहिए। इसके लिए पहले डॉक्टर से सलाह लें। सप्लीमेंट्स को सीमित मात्रा में और सीमित समय तक ही खाना चाहिए।
3. पोटैशियम को डाइट में शामिल करें- Potassium Rich Foods
मसल्स को हेल्दी रखने के लिए पोटैशियम का सेवन जरूरी है। पोटैशियम की कमी से मसल्स में कमजोरी और थकान महसूस हो सकती है। पोटैशियम, सोडियम के साथ मिलकर मसल्स के फंक्शन में मदद करता है। पोटैशियम की मदद से शरीर, कैल्शियम और मैग्नीशियम को एब्सॉर्ब कर पाता है। केला, संतरा, स्ट्रॉबेरी, आम, कीवी, खजूर, गाजर, स्वीट पोटैटो, पालक और ब्रोकली आदि में पोटैशियम की भरपूर मात्रा पाई जाती है। इस स्रोतों को डाइट में शामिल करें। डाइट में ज्यादा नमक का सेवन न करें, इससे शरीर में पोटैशियम की मात्रा कम हो सकती है।
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4. मैग्नीशियम रिच फूड्स का सेवन करें- Magnesium Rich Foods
शरीर में मैग्नीशियम की कमी के कारण मसल्स क्रैम्प्स की समस्या हो सकती है। मसल्स और नसों को स्वस्थ रखने के लिए, शरीर में मैग्नीशियम की सही मात्रा का होना जरूरी है। शरीर में मैग्नीशियम की कमी है, तो उसे दूर करने के लिए डाइट में कई हेल्दी विकल्पों को शामिल कर सकते हैं। जैसे अपनी डाइट में बादाम, केला, बीन्स, कद्दू के बीज, टोफू, सोय मिल्क, काजू, अखरोट, योगर्ट, होल ग्रेन्स और हरी पत्तेदार सब्जियों को शामिल करें। हाई फैट डाइट का सेवन न करें। ऐसी डाइट से, शरीर की मैग्नीशियम को एब्सॉर्ब करने की क्षमता कम हो जाती है।
5. सोडियम की कमी से बचें- Add Sodium in Diet
हेल्दी रहने के लिए लो-सोडियम डाइट का सेवन फायदेमंद होता है। लेकिन शरीर में सोडियम की मात्रा जरूरत से ज्यादा कम होने के कारण मांसपेशियों में दर्द उठ सकता है। मसल्स की हेल्थ के लिए सोडियम की सही मात्रा जरूरी है। मसल्स के सही फंक्शन के लिए सोडियम एक जरूरी मिनरल है। जब सोडियम की कमी हो जाती है, तो हाथ-पैर में दर्द हो सकता है। अगर आप एक्सरसाइज करते हैं, तो ध्यान रखें कि डाइट में सोडियम की सही मात्रा शामिल करें। जिन लोगों को हाई बीपी, डायबिटीज या क्रॉनिक किडनी की समस्या है, उन्हें नमक का ज्यादा सेवन नहीं करना चाहिए।
ऊपर बताए 5 विटामिन्स और मिनरल्स का सेवन करने से मसल्स क्रैम्प्स की समस्या से छुटकारा मिलेगा। लेख पसंद आया हो, तो शेयर करना न भूलें।