क्या वेगेनिज्म कोरोनोवायरस से सुरक्षा का एक रास्ता हो सकता है? क्या कोरोनोवायरस से शाकाहारी लोग सुरक्षित हैं? क्या शाकाहारी भोजन खाने से COVID-19 संक्रमण को रोका जा सकता है? ये कुछ सवाल हैं जो हाल ही में उठाए गए थे, जब यह पाया गया कि वेगन लोगों में शाकाहारियों या मांस मांस खाने वालों की तुलना में मजबूत प्रतिरक्षा होती है। इस कोरोनावायरस के प्रकोप की उत्पत्ति वुहान के मांस बाजार से हुई, जिसे जानने के बाद, लोगों ने अपने स्वास्थ्य को जोखिम में नहीं डालने के लिए मांस की सेवन पर रोक लगा दी। लेकिन बाद में यह पाया गया कि जानवरों और उनके मांस का इस वायरस से कोई लेना-देना नहीं है, मांस की खपत धीरे-धीरे शुरू हुई। लेकिन रिसर्च बताती है कि मांस प्रतिरक्षा को प्रभावित करता है। यह जानने के लिए कि क्या वास्तव में वेगेनिज्म कोरोनावायरस की रोकथाम में मदद करता है, इस लेख को आगे पढ़ें।
क्या सचमुच वेगन डाइट से हो सकता है कोरोनावायरस से बचाव ?
फल और सब्जियां स्वास्थ्य के लिए अच्छे हैं क्योंकि इनमें महत्वपूर्ण पोषक तत्व होते हैं, जो प्रतिरक्षा को बढ़ाते हैं और हमारे स्वास्थ्य को ठीक करते हैं। जो लोग इन दिनों बहुत सारे फलों और सब्जियों का सेवन कर रहे हैं, उनमें दूसरों की तुलना में बेहतर प्रतिरक्षा पायी जाती है। इसके अलावा, शाकाहारी और मांसाहारी दोनों ही इस वायरस से प्रभावित होते हैं। आपको बता दें, शाकाहारी और वेगन डाइट के बीच एक महीन रेखा होती है। वेगन्स वो होते हैं, जो किसी भी तरह के जानवर या उनसे जुड़े कोई भी प्रॉडक्ट नहीं खाते हैं। जैसे- दूध, पनीर या फिर अंडे। इस प्राकृतिक डाइट में वजन घटाने, कोलेस्ट्रॉल नियंत्रण, हृदय स्वास्थ्य और मजबूत प्रतिरक्षा प्रणाली सहित अनगिनत स्वास्थ लाभ हैं।
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लेकिन क्या यह आहार वास्तव में COVID-19 वायरस को रोकने में मददगार है?
पब्लिक हेल्थ फ़ाउंडेशन ऑफ़ इंडिया के अध्यक्ष और एक प्रमुख स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ. के. श्रीनाथ रेड्डी कहते हैं कि इस सिद्धांत का अभी तक कोई प्रमाण नहीं है। उनके अनुसार, यहां तक कि शाकाहारी भी इस वायरस का शिकार होते हैं, जो एक स्वस्थ आदमी के शरीर में संक्रमित बूंदों के कारण होता है।
हालांकि, इन दिनों केवल फल और सब्जियां खाने के साथ शाकाहारी लोगों का अनुसरण करने वाले लोगों में स्वाभाविक रूप से मजबूत प्रतिरक्षा होने की अधिक संभावना है। यह वायरस और अन्य संक्रमणों से लड़ने में मदद करता है। पीटीआई को दिए एक साक्षात्कार में, डॉक्टर रेड्डी, जो अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में कार्डियोलॉजी विभाग के पूर्व प्रमुख हैं, ने कहा कि इस समय, अपने आहार में बहुत सारे जैविक फल और सब्जियां शामिल करना सबसे अच्छा है। यह घातक कोरोनावायरस के खिलाफ हमारे शरीर की रक्षा प्रणाली को मजबूत करने में मदद करते हैं।
अन्य सुरक्षात्मक उपाय
हेल्दी डाइट के साथ डॉ. रेड्डी चेहरे की सुरक्षा पर भी जोर देते हैं। सिर्फ मुंह और नाक ही नहीं बल्कि आंखें भी होती हैं, जो इस वायरस का शरीर में प्रवेश करने का जरिया बनते हैं। क्योंकि यह वायरस आंखों के जरिए भी आपके शरीर में भी प्रवेश कर सकता है। इसलिए हमें फेस मास्क का उपयोग करना चाहिए और हमें अपने हाथों को अक्सर साफ करना चाहिए। आप घर पर भी हैंड सैनिटाइजर बना सकते हैं। पीटीआई को दिए साक्षात्कार में डॉ. रेड्डी ने कहा है, "क्या होता है कि यह वायरस मुख्य रूप से चेहरे के माध्यम से प्रवेश करता है, जिसका अर्थ है नाक, मुंह या आंखें। हम आम तौर पर आंखों के बारे में बात नहीं करते हैं। जब बूंदें चेहरे पर गिरती हैं, तो यह आंख के माध्यम से भी (शरीर में) प्रवेश कर सकता है क्योंकि आंखें भी नाक से जुड़ी होती हैं। वायरस आंखों में प्रवेश कर सकता है और फिर नाक से भी जा सकता है। "
यदि आप लंबें समय के लिए बाहर जाने वाले हैं, तो मास्क के साथ चश्मा पहनना बेहतर है। कई लोगों दूसरों के या वायरस के संपर्क से बचने के लिए अपने पूरे चेहरे को प्लास्टिक की चादर से ढंकते हुए देखा जाता है, जो कि एक बेहतरीन विचार भी है। बस फलों और सब्जियों की डाइट पर ध्यान दें और सुरक्षित रहने के लिए सावधानी बरतें।
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