जीवनशैली, मौसम में बदलाव और गलत-खान-पान के चलते अक्सर महिलाओं को पेट में दर्द की समस्या होती है लेकिन कई बार इस दर्द के पीछे गंभीर बीमारी भी हो सकती है। ऐसा अक्सर जानकारी के अभाव में होता है। महिलाओं के पेट में कई बार दर्द बच्चेदानी में सूजन के कारण भी होता है। मौसम में बदलाव भी गर्भाशय में सूजन के कारण होता है। उस स्थिति में महिलाओं को असहनीय पेट दर्द, बुखार, सिरदर्द और कमर दर्द जैसी समस्या का सामना करना पड़ता है। अगर समय रहते इस समसया का इलाज न कराए जाए तो यह बीमारी कैंसर का रूप ले लेती है।
श्री बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टिट्यूट की सीनियर कंसलटेंट गाइनकॉलजस्ट डॉ. साधना सिंघल का कहना है कि मूल रूप से जब गर्भाशय की आंतरिक कोशिकाएं समान्य से अधिक बढ़ जाती हैं तो कैंसर का रूप ले लेतीं हैं। गर्भाशय के कैंसर का एक कारण अनुवांशिक भी हो सकता है इसके अलावा रजोनिवृत्ति से गुज़र चुकने के बाद अधिकांश कैंसर के मामले सामने आते हैं। साथ ही जिन महिलाओं को शुगर, हाई ब्लड प्रेशर की समस्या होती है, उनको यह होने की संभावना अधिक होती है।
गर्भाशय में सूजन कब आती है
- गर्भाशय में सूजन आने के बहुत से कारण हैं, जैसे यौन संपर्क से होने वाला संक्रमण, योनि में सामान्य बैक्टीरिया के मिश्रण से होने वाला संक्रमण आदि।
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गर्भाशय में सूजन के लक्षण
- योनि से असामान्य रक्तस्त्राव या डिस्चार्ज होना।
- अस्वस्थ या बेहद थका हुआ महसूस करना।
- कब्ज़ रहना।
- पेशाब करते वक्त दर्द महसूस करना।
- पेट की मांसपेशियों में कमजोरी
- पीठ में दर्द, बुखार
- प्राइवेट पार्ट में खुजली या जलन
- महावारी के दौरान ठंड लगना
- यौन संबंध के दौरान दर्द
- महावारी के दौरान असहनीय दर्द
- लगातार पेशाब आना
- लूज मोशन, उल्टी
गर्भाशय में सूजन को दूर करने के उपाय
- गर्भाशय में सूजन एक बार हो जाने के बाद सही इलाज ही उपाय है जिसके तहत संक्रमण से लड़ने के लिए दवाएं दी जातीं हैं, ज़रूरत पड़ने पर सर्जरी की जाती है।
- हरी पत्तेदार सब्जियां और फलों के सेवन से भी बच्चेदानी की सूजन से राहत मिलती है।
- हल्दी को दूध में मिलाकर पीने से बच्चेदानी की सूजन दूर होती है।
- रात को बादाम, दूध के साथ भिगो दें। सुबह उठकर वह पी लें। इससे भी सूजन से छुटकारा मिलेगा।
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गर्भाशय में सूजन से बचाव के तरीके
- कंडोम जैसे सुरक्षित तरीकों का पालन।
- नियमित स्क्रीनिंग।
- संदिग्ध एसटीआई (सेक्सुअली ट्रांस्मितटेड इंफेक्शन) का जल्द निदान।
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