
जब हड्डियों के जोड़ों में यूरिक एसिड जमा हो जाता है, तो वह गठिया का रूप ले लेता है। इस रोग के कारण कई बार चलना-फिरना और उठना-बैठना भी मुहाल हो जाता है।
गठिया को आमतौर पर बड़ी उम्र की बीमारी माना जाता है। मगर आजकल छोटे बच्चों को भी गठिया की बीमारी हो रही है। जब हड्डियों के जोड़ों में यूरिक एसिड जमा हो जाता है, तो वह गठिया का रूप ले लेता है। इस रोग के कारण कई बार चलना-फिरना और उठना-बैठना भी मुहाल हो जाता है। गठिया होने पर रोगी के एक या कई जोड़ों में दर्द, सूजन या अकड़न हो जाती है। जोड़ों में गांठें जैसी बन जाती हैं और कुछ चुभने जैसा दर्द होता है। गठिया रोग का प्रभाव सबसे ज्यादा घुटनों, नितंबों व मेरू की हड्डियों में होता है, फिर बाद में कोहनी, कलाई, टखनों और कंधों पर भी इसके प्रभाव दिखने लगते हैं।गठिया रोग को ठीक करने के लिए बहुत सारे घरेलू नुस्खे अपनाए जा सकते हैं।
अदरक का सेवन
गाउट में अदरक का सेवन काफी फायदेमंद साबित होता है। आप चाहें तो इसे अपने हर रोज के खाने के साथ ले सकते हैं या फिर इसकी कोई खास डिश बनाकर भी खा सकते हैं। कई लोग अदरक की चाय लेते हैं जिसमें अदरक को चाय की पत्तियों के साथ उबाला जाता है। जोड़ों के दर्द से जल्द राहत पाने के लिए अदरक के पेस्ट को जोड़ों पर लगा सकते हैं।
इसे भी पढ़ें:- घुटनों के दर्द में फायदेमंद हैं मेथी के बीज, इस तरह करें प्रयोग
दालचीनी
जब बात गठिया रोग के घरेलू इलाज की होती है तो दालचीनी का नाम सबसे पहले आता है। प्राचीन काल से जोड़ों के दर्द के लिए एक आयुर्वेदिक इलाज के रूप में इसका इस्तेमाल होता आया है। डेढ़ चम्मच दालचीनी पाऊडर और एक चम्मच शहद मिला लें। रोज़ सुबह खाली पेट एक कप गर्म पानी के साथ इसका सेवन करें। एक सप्ताह में इसका असर दिखना शुरू हो जाएगा। जो लोग इस रोग की वजह से चलने फिरने में असमर्थ हो गए हैं, वो भी चलने फिरने लायक हो जाएंगे।
कैमोमाइल टी
गाउट के लिए जितने भी हर्ब हैं उसमें कैमोमाइल टी सबसे ज्यादा फायेदमंद मानी जाती है। इसमें मौजूद एंटी इंफेल्मैटरी तत्व गाउट के इलाज में फायदेमंद है। इसे आप चाय की तरह या खाने के तौर भी ले सकते हैं। यह जोड़ों में यूरिक एसिड बनने से रोकता है।
इसे भी पढ़ें:- कब्ज और एसिडिटी का रामबाण इलाज है अजवाइन, जानें इसके फायदे
सेब का सिरका
सेब का सिरका गाउट ठीक करने की प्रमाणित दवाओं में से एक है। आप एक गिलास पानी में एक चम्मच सेब का सिरका मिलाकर हर रोज ले सकते हैं। इससे आप गाउट की समस्या पर निजात पा सकते हैं।
हल्दी
यह तो हर कोई जानता है कि हल्दी में कई आयुर्वेदिक गुण समाए होते हैं। गाउट की समस्या में हल्दी काफी फायदेमंद होती है। यह ना सिर्फ जोड़ों के दर्द को कम करती है बल्कि जोड़ों में होने वाली सूजन को भी दूर करती है।
ऐसे अन्य स्टोरीज के लिए डाउनलोड करें: ओनलीमायहेल्थ ऐप
Read More Articles On Home Remedies In Hindi
इस जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है हालांकि इसकी नैतिक जि़म्मेदारी ओन्लीमायहेल्थ डॉट कॉम की नहीं है। हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें। हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है।