
Ultra Processed Food Impact On Brain: जेएएमए न्यूरोलॉजी (JAMA Neurology study) की मानें, तो अल्ट्राप्रोसेस्ड फूड्स का सेवन करने से दिमाग पर बुरा असर पड़ता है। शोधकर्ताओं ने पुरुष और महिला दोनों पर ही शोध किए, जिसमें एक जैसे परिणाम देखने को मिले। अल्ट्राप्रोसेस्ड फूड्स की बात करें, तो उसमें पिज्जा, रेडी-टू-ईट फूड जैसे फ्रोजन आहार, फ्राइज, बर्गर आदि शामिल है। आज के समय में लोग ऐसा खाना ही खा पाते हैं, जो जल्दी तैयार हो जाए। समय की कमी के कारण लोगों के पास खाने को ताजा बनाकर खाने का समय भी नहीं है। इसका बुरा असर शारीरिक और मानसिक सेहत पर पड़ता है। इसी तथ्य को उजागर करने के लिए शोध किया गया। जो आउटलेट हर कोने में खुल गए हैं, उनमें आप कुछ भी ऑर्डर करेंगे, तो आपकी कुल कैलोरीज 500 से ज्यादा ही होंगी। आगे लेख में जानेंगे इस शोध से जुड़ी जरूरी बातें। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के केयर इंस्टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फिजिशियन डॉ सीमा यादव से बात की।
अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड्स क्या होते हैं?- Ultra Processed Foods
अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड्स की बात करें, तो उसमें चिप्स, नमकीन, कोल्ड्रिंक्स, फ्रोजन पिज्जा या फ्रोजन फूड्स आदि शामिल होते हैं। इसके अलावा अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड्स में चॉकलेट, कैंडी, आइसक्रीम, हॉटडॉग, चिकन नगेट्स भी आते हैं। अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड्स में कैलोरीज ज्यादा होती हैं जिससे मोटापा, हार्ट डिसीज, डायबिटीज आदि बीमारियों का खतरा बढ़ता है।
अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड्स दिमाग को कमजोर करता है: स्टडी
इस शोध में जिन लोगों ने अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड्स का सेवन किया, उनके सोचने-समझने की क्षमता में ज्यादा गिरावट देखी गई। शोध में ये भी बताया गया कि जो लोग दैनिक कैलोरीज में 20 प्रतिशत से ज्यादा अल्ट्राप्रोसेस्ड फूड्स खाते हैं, वो जल्दी गंभीर बीमारियों का शिकार हो सकते हैं। शोध में ये बताया गया है कि अल्ट्राप्रोसेस्ड फूड्स हमारे दिमाग के लिए हानिकारक होते हैंं। स्टडी के मुताबिक ये हमारे निर्णय लेने की क्षमता पर सीधा असर डालते हैं। अल्ट्राप्रोसेस्ड फूड्स, आहार की क्वॉलिटी कम कर देते हैं। इससे हमारे शरीर को खाकर भी पोषक तत्व नहीं मिल पाते। शोध में ये बात भी सामने आई कि अच्छी क्वॉलिटी के खाने के साथ अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड्स खाने का भी बुरा असर दिमाग पर पड़ता है और खाने के पोषक तत्व कम हो जाते हैं।
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दिमाग की क्षमता पर हुई जांच
इस स्टडी के लिए दस हजार लोगों को चुना गया जिन पर पिछले 10 सालों से शोध किया जा रहा था। इन लोगों की उम्र 51 या उससे कम थी। दिमाग के क्षमता का परीक्षण करने के लिए डॉक्टरों ने शब्दों की पहचान, मौखिक परीक्षाएं, शब्दों को याद रखने के टेस्ट लिए। इस स्टडी को सैन डिएगो में हुए 2022 अल्जाइमर एसोसिएशन अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में प्रस्तुत किया गया। स्टडी में ये भी बताया गया है संयुक्त राज्य अमेरिका में कैलोरीज की खपत 48 प्रतिशत है, ब्रिटिश नागरिक में कैलोरीज की खपत 56.8 प्रतिशत है और कनाडाई लोगों में कैलोरीज की खपत 48 प्रतिशत है जो अल्ट्राप्रोसेस्ड फूड्स से आता है।
अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड्स का सेवन दिमाग के साथ-साथ शारीरिक स्वास्थ्य के लिए भी नुकसानदायक होता है। इसका सेवन करने से बचना चाहिए।