हाई ब्लड प्रेशर या हाइपरटेंशन एक ऐसी समस्या है, जो कई तरह के खतरनाक परिणाम ला सकती है, जैसे- हार्ट अटैक, किडनी फेल्योर और हार्ट फेल्योर आदि। आजकल युवाओं में ये समस्या काफी बढ़ रही है। हाई ब्लड प्रेशर लाइफस्टाइल से जुड़ी बीमारी है, यानी इस बीमारी का कारण लोगों की गलत जीवनशैली है। एक शोध के मुताबिक दुनिया के लगभग 26% लोग इसकी चपेट में हैं, वहीं हावर्ड के शोध के अनुसार अमेरिका में लगभग 15% लोगों की मौत का कारण उच्च रक्तचाप (High Blood Pressure) की वजह से होती है। हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करना आसान है और इस बीमारी के रहते हुए भी स्वस्थ जीवन जिया जा सकता है। बस आपको कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए।
क्या है हाई ब्लड प्रेशर?
दिल, धमनियों के जरिये पूरे शरीर में खून का संचार करता है। उच्च रक्तचाप का मुख्य कारण धमनियों की दीवारों का अपने सामान्य आकार से मोटा और संकुचित हो जाने से है। इसके कारण ही बॉडी में रक्त संचार अपनी स्वाभाविक गति से नहीं हो पाता और दिल को खून पंप करने के लिए ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। जब रक्त दिल अथवा दिमाग तक सही ढंग से नहीं पहुंच पाता तो दिल का दौरा पड़ने की संभावना बढ़ जाती है। इसी कारण उच्च रक्तचाप वाले व्यक्ति को सलाह दी जाती है कि वो नियमित रूप से अपने डॉक्टर से अपनी जांच करवाए।
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ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने के टिप्स
डाइट सही रखकर
रक्तचाप को बढ़ाने में खाद्य पदार्थ बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इसलिए हमें अपने भोजन में उन पोषक तत्वों को शामिल करना चहिए जो रक्त संचार को नियंत्रण में रखें। अपने आहार में ताजे फल, हरी सब्जियां, साबुत अनाज और कम वसा और कोलेस्ट्रॉल वाले डेयरी उत्पाद शामिल करने चाहिए। अपनी डायट में प्रोटीन की पर्याप्त मात्रा जरूर रखें। रेड मीट, मिठाइयां और शुगरयुक्त पेय पदार्थ का सेवन कम करें।
कैल्शियम और पोटैशियम
हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों को उच्च कैल्शियम और पोटैशियम वाली डाइट लेनी चाहिए। इसके लिए अपने आहार में ताजे फल और सब्जियों को शामिल करें, कम वसा वाले आहार लें। कैल्शियम और पोटैशियम युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करनेसे हाइपरटेंशन नियंत्रित रहता है। इसमें शकरकंद, टमाटर, संतरे का रस, केला, राजमा, मटर, शहद और सूखे मेवे व किशमिश आदि शामिल हैं।
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नियमित व्यायाम के द्वारा
उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए नियमित व्यायाम बहुत जरूरी है। रोज 30 से 60 मिनट तक व्यायाम करने से रक्तचाप नियंत्रण में रहता है। जॉगिंग, साइकिलिंग आदि कर सकते हैं। तेज गति से चलने से भी ब्लड प्रेशर को कम रखने में मदद मिलती है। तेज चलने से हमारा दिल ऑक्सीजन का सही तरीके से इस्तेमाल कर पाता है। इसके अलावा आप योग भी कर सकते हैं। योगासन को योगगुरू के सामने ही करें। एक सप्ताह में कम से कम पांच दिन कार्डियो एक्सरसाइज करना चाहिए।
कम नमक खाएं
अक्सर यह देखने को मिलता है कि उच्च रक्तचाप वाले लोग सोडियम यानी नमक के प्रति संवेदनशील होते हैं। पर यह जानने की बजाय कि व्यक्ति नमक के प्रति संवेदनशील है या नहीं, हर पीड़ित को नमक की मात्रा का सीमित उपयोग करना चाहिए। दिनभर में 5 ग्राम से अधिक नमक का सेवन न करें। नमक के अधिक सेवन से ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है।
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कैफीन को न बोलें
कैफीनयुक्त पदार्थों का सेवन करने से ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है। इसलिए कॉफी का सेवन करने से परहेज करें। कॉफी की बजाय आप ग्रीन या हर्बल टी पी सकते हैं। यह रक्चाप को सामान्य रखता है। गुड़हल का काढ़ा भी फायदेमंद होता है।
धूम्रपान और एल्कोहल
यदि आप उच्च रक्तचाप को काबू करना चाहते हैं तो धू्म्रपान, तंबाकू और एल्कोहल का सेवन बिलकुल न करें। बीड़ी, सिगरेट में मौजूद तंबाकू रक्त वाहनियों को स्थायी रूप से संकुचित करता है, जिससे धमनियों पर खून का दबाव बढ़ जाता है। इसी तरह एल्कोहल का अधिक सेवन ब्लड प्रेशर को बढ़ाता है। इसलिए इन पदार्थों से दूर रहें।
उच्च रक्तचाप के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इसलिए नियमित रूप से ब्लड प्रेशर की जांच कराते रहें। यदि आपको इससे संबंधित कोई समस्या होती है तो चिकित्सक से अवश्य सलाह लें।
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