वैज्ञानिकों ने खोजा मच्छर भगाने का नया तरीका

मलेरिया, फाइलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया आदि जानलेवा बीमारियों को जड़ से कत्म करने के लिए एक नई तरीके की खोज की गई है।
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वैज्ञानिकों ने खोजा मच्छर भगाने का नया तरीका

मौसमी बीमारियों का सबसे बड़ा कारण मच्छर होता है जिसको भगाने के लिए लोग कई तरकीबें अपनाते हैं। इन तरकीबों के बावजू भी मच्छर नहीं भागते हैं। अगर आपके साथ भी ऐसा है तो ये रिसर्च आपके काम आ सकती है। वैज्ञानिकों ने मच्छर भगाने के लिए एक नई तरीके की खोज की है।


मच्छरों को भगाने के लिए पूरी दुनिया में सामान्य तौर पर मॉस्कीटो क्वॉयल या मॉस्कीटो लिक्विड का इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन ये पूरी तरह हानिरहित नहीं होते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए अमरीका के वैज्ञानिकों ने मच्छरों को भगाने के लिए नए तरीके की खोज की है। इस खोज की रिपोर्ट 'पैरासाइट्स एंड वेक्टर' नामक पत्रिका में प्रकाशित हुई है। रिपोर्ट के अनुसार एक खास वेवलेंथ की रोशनी से मच्छरों के काटने और उडऩे के व्यवहार में परिवर्तन लाया जा सकता है।

dengue mosquito


कैसे काम करती है ये खोज


यह शोध अमरीका की यूनिवर्सिटी ऑफ नॉट्रेडम के प्रोफेसर गिल्स डफिल्ड और उनकी टीम ने की है। डफिल्ड इस खोज के बारे में विस्तार से बताते हुए कहते हैं कि रोशनी पर किए गए प्रयोग के शुरुआती नतीजे बताते हैं कि इसकी मदद से मच्छरों को हम खुद से दूर रख सकते हैं। डफिल्ड और उनकी टीम ने इसके लिए उस समय का चुना को जिस समय में मच्छर सबसे ज्यादा सक्रिय रहते हैं।


उन्होंने  बताया कि एक जब किसी जगह में खास वेवलेंथ की रोशनी होती है तो मच्छर इधर-उधर तेजी से भागने लगते हैं और उन पर लगभग 12 घंटे तक इसका प्रभाव रहता है। उनकी टीम ने यह प्रयोग अलग-अलग वेवलेंथ की रोशनी पर किया। उन्होंने सबसे पहले अपना प्रयोग लाल रंग पर किया, क्योंकि सोते समय इंसान को लाल रंग की रोशनी से सबसे कम परेशानी होती है। अब उनकी टीम सफेद रंग की रोशनी पर अध्ययन कर रही है। अगर यह तरीका सफल होता है तो मच्छरों को भगाने का सबसे हेल्दी तरीका मिल जाएगा।

 

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