पेरेंट्स बनना किसी भी माता-पिता के जीवन का सबसे ज्यादा खुशी का समय होता है। लेकिन बच्चा जब पैदा होता है तो अपने साथ कई जिम्मेदारियां भी लेकर आता है। नवजात शिशुओं का ख्याल रखना कोई आसान काम नहीं है। छोटे बच्चे बहुत ही नाजुक होते हैं, और उन्हें बहुद अधिक देखभाल की आवश्यकता होती है। पेरेंट्स को रात-रात भर जागकर बच्चे की देखभाल करनी पड़ती है, जिससे कि बच्चे को किसी भी तरह की कोई परेशानी ना हो। जो लोग पहली बार पेरेंट्स बनते हैं उनके लिए यह समय काफी मुश्किल भरा हो सकता है। सबसे ज्यादा परेशानी उन्हें रात के समय होती है, क्योंकि रात के समय छोटे बच्चों को नींद जल्दी नहीं आती है, और वे भूख या अन्य वजह से रोना शूरू कर देते हैं। इस दौरान माता-पिता को खुद के सोने के लिए समय निकाल पाना काफी मुश्किल हो जाता है। जिसका असर उनके स्वास्थ्य पर भी पड़ता है।
संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए पर्याप्त लेना बहुत जरूरी है। लेकिन नींद न पूरे होने के चलते पेरेंट्स पूरे दिन थकान महसूस कर सकते हैं, काम के दौरान नींद आना, आंखों के नींचे काले घेरे होना जैसी समस्याएं बहुत आम हैं। इसके अलावा वे चिड़चिड़ा भी महसूस कर सकते हैं। अब सवाल यह है कि इस स्थिति में पेरेंट्स अपनी नींद पूरी कैसे कर सकते हैं या पर्याप्त नींद कैसे ले सकते हैं? इसमें कुछ सिंपल टिप्स आपकी काफी मदद कर सकती हैं, इस लेख में हम आपके साथ 4 टिप्स शेयर कर रहे हैं, जिससे आपको अपनी नींद पूरी करने में मदद मिलेगी (Tips To Get Enough Sleep In Hindi)।
शिशु रात में सोने नहीं देता, पर्याप्त नींद लेने के लिए अपनाएं ये टिप्स (Tips To Get Enough Sleep In Hindi)
1. बच्चे की देखभाल के लिए बांटे समय
नवजात शिशु की देखभाल करना किसी अकेले व्यक्ति के लिए कर पाना काफी मुश्किल है। बच्चे की देखभाल माता और पिता दोनों को मिलकर करनी चाहिए। आप रात में बच्चे की देखभाल के लिए बारी-बारी जाग सकते हैं। इसलिए दोनों अपना-अपना समय बांट लें। इस तरह एक व्यक्ति के जागने के दौरान दूसरा व्यक्ति सो सकता है। इससे संतुलन बना रहेगा। हालांकि, बच्चे अक्सर रात में रोते हैं क्योंकि उन्हें भूख लगती है। इस स्थिति में मां को उन्हें दूध पिलाने की आवश्यकता होती है। तो आपको इसके अनुसार अपना समय बांट लेना चाहिए।
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2. बच्चे को एक ही समय पर चीजें कराने की आदत डालें
ऐसा शायद ही कोई तरीका है जिससे आप अपने बच्चे को अपने अपनी मर्जी से सुला सकते हैं। बच्चे का रूटीन बनने में थोड़ा समय लगता है। आप उन्हें अपने हिसाब से सुला या कुछ भी खिला नहीं सकते हैं। लेकिन बच्चे को रोजाना एक ही समय पर सुलाने, उसे एक ही समय पर दूध पिलाने, खाना खिलाने से धीरे- उसकी दिनचर्या बनाने में मदद मिल सकती है। एक बार जब बच्चे की दिनचर्या बन जाती है तो वह उसके अनुसार ही सो जाता है। इस तरह आपको सोने के लिए पर्याप्त समय मिल पाता है।
3. बच्चा अगर सो गया है तो आप भी सो जाएं
अगर आप अपनी नींद पूरी करना चाहते हैं तो आपको बच्चे के सोते ही खुद भी सो जाना चाहिए। क्योंकि इस तरह आपको भी सोने के लिए थोड़ा समय मिल जाता है। लेकिन अगर आप ऐसा नहीं करते हैं, तो कुछ समय बाद बच्चा फिर से उठ सकता है जिससे आपके लिए नींद ले पाना आपके लिए काफी मुश्किल हो सकता है। तो ऐसे में बेहतर है कि बच्चे के साथ आप खुद भी सो जाएं। इस तरह ही आप थोड़ी-बहुत नींद ले सकते हैं।
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4. परिवार के सदस्यों की ले सकते हैं मदद
अगर बच्चे की रात में देखभाल के दौरान माता-पिता दोनों की नींद प्रभावित हो रही है, तो ऐसे में आप अपने परिवार के किसी सदस्य की भी मदद ले सकते हैं। अपने परिवार से मदद मांगने में आपको बिल्कुल भी हिचकिचाने की जरूरत नहीं है। इस तरह आप ज्यादा बेहतर तरीके से बच्चे की रात में देखभाल कर पाएंगे, और आपको नींद लेने के लिए भी पर्याप्त समय मिल जाएगा।
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