सिर पर चोट लगने से ही नहीं इन 6 कारणों से भी खोती है याददाश्त, जानें कैसे करें बचाव

सिर पर लगी जोरदार चोट किसी व्यक्ति को यह याद रखने में दिक्कत पैदा कर सकती है वह कौन और कहां से आया है। हालांकि अचानक याददाश्त खोना बहुत ही कम मामलों में देखने को मिलता है लेकिन याददाश्त खोना बहुत से लोगों को प्रभावित करता है।    
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सिर पर चोट लगने से ही नहीं इन 6 कारणों से भी खोती है याददाश्त, जानें कैसे करें बचाव

अक्सर हम देखते हैं कि कई लोग पल भर पहले रखी चीजों को किसी जगह रखकर भूल जाते हैं और कई घंटों तक ढूंढने के बाद भी वह उन चीजों को हासिल नहीं कर पाते। सिर पर लगी जोरदार चोट किसी व्यक्ति को यह याद रखने में दिक्कत पैदा कर सकती है वह कौन और कहां से आया है। हालांकि अचानक याददाश्त खोना बहुत ही कम मामलों में देखने को मिलता है लेकिन याददाश्त खोना बहुत से लोगों को प्रभावित करता है।  याददाश्त खोने के भी कई रूप हैं, जिसमें से याददाश्त का पूरा खोना और शॉर्ट टर्म मेमोरी लॉस ज्यादातर लोगों को प्रभावित करता है। याददाश्त खोने के कई आम कारण हैं, जिनके बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं।

दवाएं (Medications)

कई सारे प्रीसक्रिप्शन और आपके द्वारा खरीदी गई दवाएं याददाश्त खोने का कारण बन सकती हैं। अवसादरोधी, एंटीथिस्टेमाइंस, तनाव कम करने वाली दवाएं, मांसपेशियों को आराम देनी वाली, नींद की गोलियां और सर्जरी के बाद दी जाने वाली दर्द निवारक दवाएं याददाश्त चले जाने में अहम भूमिका अदा करती हैं।

शराब, तंबाकू और मादक पदार्थों का प्रयोग (Alcohol, tobacco, or drug use)

जरूरत से ज्यादा शराब पीने को याददाश्त खोने के एक कारक के रूप में मान्यता दी गई है।  वहीं धूम्रपान मस्तिष्क में जाने वाली ऑक्सीजन की मात्रा में कमी कर याददाश्त को नुकसान पहुंचाता है। अध्ययन में दर्शाया गया है कि वे लोग, जो धूम्रपान करते हैं उन्हें ऐसा नहीं करने वालों की तुलना में चीजों को याद रखने में काफि दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। वहीं मादक पदार्थ मस्तिष्क में रसायनों में परिवर्तन करते हैं, जो चीजों को याद रखने में मुश्किल पैदा करते हैं।

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नींद न आना (Sleep deprivation)

याददाश्त के लिए नींद की गुणवत्ता और नींद के घंटे दोनों ही बेहद जरूरी है। कम घंटों की नींद लेना या रात में बार-बार उठने से थकान हो जाती है, जिसके कारण चीजों को याद रखना मुश्किल हो जाता है।

निराशा और तनाव (Depression and stress)

निराश होने के कारण किसी चीज पर ध्यान देना और ध्यान केंद्रित करना मुश्किल हो सकता है, जो याददाश्त को प्रभावित कर सकता है। निराशा और चिंता एकाग्रता के जरिए भी हो सकती है। जब आप तनावग्रस्त होते हैं और आपका मन बैचेन होता है, तो आपकी याद रखने की क्षमता प्रभावित हो सकती है। भावनात्मक आघात पहुंचने के कारण भी याददाश्त कमजोर हो सकती है।

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पोषण की कमी (Nutritional deficiency)

उच्च गुणवत्ता वाले प्रोटीन व फैट सहित अच्छा पोषण आहार मस्तिष्क गतिविधियों के सुचारू रूप से काम करने के लिए बेहद जरूरी है। विटामिन बी1 और बी 12 की कमी विशेषरूप से याददाश्त को प्रभावित कर सकती है।

सिर पर लगी चोट (Head injury)

सिर पर लगी गंभीर चोट, ऊंची जगह से गिरना या सड़क दुर्घटना में लगी चोट दिमाग को थोड़ी देर के लिए या फिर लंबे समय तक याददाश्त खोने का कारण बन सकता है। हालांकि इस तरह के मामलों में समय के साथ याददाश्त में धीरे-धीरे सुधार हो सकता है।

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