
Swollen Eyes In Babies: शिशु की आंख में सूजन होना किसी भी तरह से सामान्य नहीं है। आंख में सूजन होने पर अगर लापरवाही बरती, तो लक्षण गंभीर हो सकते हैं। शिशु की इम्यूनिटी हमारे मुकाबले कमजोर होती है। ऐसे में अगर वो आंख के संक्रमण का शिकार हो गए, तो उन्हें ठीक होने में ज्यादा समय लग सकता है। दर्द और तकलीफ के कारण बच्चे चिड़चिड़े हो जाते हैं और उन्हें शांत रखना मुश्किल हो सकता है। कई बार आंख में सूजन, एक गंभीर रूप ले लेती है और ध्यान न देने पर आंख का संक्रमण अन्य अंगों में भी फैल सकता है। शिशु की आंख में सूजन से जुड़े कुछ लक्षण नजर आने पर तुरंत चिकित्सा सहायता लें और आगे जानें इनके बारे में। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के केयर इंस्टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फिजिशियन डॉ सीमा यादव से बात की।
1. आंख में सूजन के साथ बुखार आना
शिशु की आंख में सूजन के साथ बुखार के संकेत भी नजर आ रहे हैं, तो ये एक गंभीर लक्षण है। इसके लिए तुरंत चिकित्सा सहायता लें। अगर बच्चे के शरीर का तापमान बदल रहा है, या उसके शरीर के अन्य अंग में सूजन है या नहीं इस पर गौर करें। शरीर में गंभीर इंफेक्शन होने पर उल्टी या पेट फूलने जैसे लक्षण भी नजर आ सकते हैं।
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2. शिशु की आंख में सूजन बढ़ना
अगर शिशु की आंख में सूजन बढ़ रही है, तो आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। ये बैक्टीरियल या फंगल इंफेक्शन के लक्षण हो सकते हैं। शिशु को संक्रमण के दौरान ऐसे लोगों से दूर रखें जिन्हें सर्दी-जुकाम या अन्य कोई बीमारी हो। इससे बच्चे का संक्रमण जल्दी ठीक नहीं होगा।
3. आंख का लाल होना
शिशु की आंख में सूजन के साथ रेडनेस बढ़ना सामान्य नहीं है। ऐसा होना संक्रमण बढ़ने की ओर संकेत करता है। सूजी हुई आंखों में संक्रमण हो सकता है। संक्रमण से बचने के लिए शिशु की आंखों को साफ रखें। शिशु की आंख को टिशू पेपर की मदद से साफ कर सकते हैं। लेकिन टिशू को आंख के अंदर न टच होने दें।
4. आंख में दर्द बढ़ना
आंख में सूजन के साथ शिशु को तेज दर्द होने पर वो रोने लगेगा। ये एक गंभीर लक्षण है, इस पर गौर करें। साथ ही डॉक्टर से जल्दी से जल्दी सलाह लें। सूजन और आंख में होने वाले दर्द को कम करने के लिए डॉक्टर एंटीबायोटिक या आई ड्रॉप दे सकते हैं।
5. आंख से पानी आना
शिशु की आंख में सूजन के साथ पानी निकल रहा है, तो भी सावधानी बरतें और सफाई पर गौर करें। शिशु की आंख के आसपास के हिस्से में किसी भी तरह की क्रीम, डॉक्टर की सलाह लिए बगैर अप्लाई न करें। ऐसा करने से आंख में सूजन, एक गंभीर रूप ले लेती है।
शिशु को स्तनपान करवाएं
शिशु के लिए मां का दूध, एंटीबॉडी का काम करता है। ब्रेस्ट मिल्क में एंजाइम, व्हाइट ब्लड सेल्स पाए जाते हैं। शिशु में संक्रमण को कम करने के लिए उसे फीडिंग करवाते रहें। अगर शिशु स्तनपान नहीं कर पाता है, तो उसे कटोरी-चम्मच की मदद से मां का दूध पिलाएं। इससे शिशु के शरीर को संक्रमण से लड़ने की ताकत मिलेगी
शिशु के मामले में लापरवाही न बरतें और जल्दी से जल्दी डॉक्टर से संपर्क करें। लेख पसंद आया हो, तो शेयर करना न भूलें।