आज की ये आधुनिक चमचमाती दुनिया, लोगों की जिंदगी में अंधेरा ही अंधेरा भरती जा रही है। बच्चों से लेकर बूढ़ों तक सब में तनाव व अवसाद के लक्षण आसानी से देखे जा सकते हैं। लोग इस अंधेरे में इस तरह खुद को छुपा लेते हैं कि सूरज की रोशनी से भी नाता नहीं रखते। शायद आपको पता नहीं होगा की सूरज की किरण आपकी जिंदगी में किस तरह रोशनी फैला सकती है। वो आपको तनाव व अवसाद से बाहर ला सकती है। आपकी जिंदगी में भी एक खूबसूरत सवेरा ला सकती है बशर्ते आप सूरज से दोस्ती करने को तैयार हों।
पर्याप्त मात्रा में विटामिन डी
सूरज की रोशनी से हमें प्रचुर मात्रा में विटामिन डी की प्राप्ति होती है, जो हमें तनाव और अवसाद से निकलने मदद करता है। कई शोधों का मानना है कि विटामिन डी मस्तिष्क में सेरोटोनिन तथा डोपामाइन का अधिक स्राव करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है और ये दोनों हार्मोंस अवसाद से संबंधित हैं। मालूम हो, जिनमें बचपन में विटामिन डी का स्तर कम था उनमें किशोरावस्था में अवसाद के लक्षण पनपने की आशंका सर्वाधिक रही। विटामिन डी का मुख्य स्रोत सूरज की रोशनी होती है।
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दर्द से दिलाती है राहत
सूरज की रोशनी आपको दिन की शुरूआत में जो गर्माहट देती है उससे आप पूरे दिन तरोताजा रहते हैं। ऐसा माना जाता है कि उगते सूरज की गर्मी आपके मूड को भी ठीक करती है और जिन मरीजों की सर्जरी हुई है उसके दर्द को कम करती है। एक शोध की मानें तो जिन मरीजों को बड़े रोशनीयुक्त कमरों में रखा जाता है उन्हें तनाव और दर्द का अहसास अन्य लोगों की तुलना में कम होता है।
भरपूर नींद का आंनद
तनाव और अवसाद से घिरे लोगों को सबसे अधिक शिकायत अनिद्रा की होती है। अवसाद होने के बाद नींद उड़ सी जाती है, ऐसे में आपकी मदद सूरज की किरणें करती हैं। सूरज आपके शरीर में मेलाटोनिन नामक हार्मोन का उत्पादन करता है, जो रात को नींद आने में मदद करता है। सूरज की पर्याप्त रोशनी आपके शरीर के सिरकैडियन राइम को बनाएं रखती है। सिरकैडियन राइम 24 घंटे आपके शरीर के बायोकेमिकल, फिजियोलॉजिकल और बिहेवियरल प्रक्रिया को बनाएं रखता है और जब बाहर अंधेरा होता है तो आपको थका सा महसूस कराता है जिससें आपको ऩींद आने में आसानी हो।
इस तरह सूरज की रोशनी हमारे जीवन के तनाव व अवसाद के अंधेरे को दूर कर उसमें ढ़ेर सारा उजाला भर देती है। सूरज की रोशनी हमारे शरीर को नई ऊर्जा और स्फूर्ति भी देती है।
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