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PCOD से पीड़ित महिलाएं डाइट में शामिल करें ये वेट लॉस रेसिपी, तेजी से कम होगा वजन

महिलाओं को पीसीओडी की समस्या में वजन कम करने में पेरशानी हो सकती है। आगे जानते हैं इसके वजन करने का तरीका
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PCOD से पीड़ित महिलाएं डाइट में शामिल करें ये वेट लॉस रेसिपी, तेजी से कम होगा वजन

महिलाओं को हार्मोन से संबंधित कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। कुछ महिलाओं में एंड्रोजन हार्मोन की अधिकता होने से पीसीओडी की समस्या होती है। इसके लक्षणों में महिलाओं को पीरियड्स से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। साथ ही, पीरियड में दर्द, पेल्विक पेन, एक्ने, अनचाहे बाल उगना आदि लक्षण देखने को मिल सकते हैं। पीसीओडी की समस्या में महिलाओं को संतान प्राप्ति में समस्या का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा, महिलाओं को मोटापा, हृदय रोग, ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया और एंडोमेट्रियल कैंसर का जोखिम अधिक होता है। डॉक्टर के अनुसार कुछ महिलाओं को यह समस्या अनुवांशिक होती है। इस लेख में आगे डायटिशियन से जानते हैं कि पीसीओडी में मोटापे से बचने के लिए आपको किस तरह की रेसिपी को ट्राई करना चाहिए। क्लीनिकल डायटिशियन काजल अग्रवाल ने पीसीओडी में वजन कम करने की रेसिपी को अपने इंस्टा पेज पर शेयर किया है।  

PCOD से पीड़ित महिलाएं डाइट में शामिल करें ये वेट लॉस रेसिपी - Summer Weight Loss Recipe For PCOD In Hindi 

आज के समय में लाइफस्टाइल और डाइट का असर महिलाओं के हार्मोन बदलाव पर पड़ता है। यही वजह है कि आज के समय में पीसीओडी एक आम समस्या बनती जा रही है। इसमें मोटापे को कम करने के लिए आप नीचे बताई रेसिपी को डाइट में शामिल कर सकते हैं। 

  • इसे बनाने के लिए आप रोजाना सुबह एक बाउल में नारियल पानी निकाल लें। 
  • इस बाउल करीब 2 से 4 बड़े चम्मच आम के टुकड़ों को मिलाएं। 
  • इसके साथ ही, इसमें आप 2 से 4 बड़े चम्मच तरबूज को मिलाएं। 
  • इसमें ऊपर से धनिया या पुदीने के पत्तों को बारिक काट कर डालें। 
  • इसके बाद आप इसमें सब्जा के बीज (तुलसी के बीज) करीब एक चम्मच मिलाएं। 
  • आपकी वेट लॉस डिश तैयार है, इसे आप रोजाना सुबह खाली पेट ले सकते हैं। 
  • कुछ ही दिनों में आपका वजन तेजी से कम होने लगेगा। 
  • इसका असर आपके हार्मोन पर पड़ेगा और हार्मोन नियंत्रित होगें। 

weight loss recipe in PCOD

होने के कारण - Causes Of PCOD In Hindi 

पीसीओडी की समस्या ज्यादातर 18 से 44 वर्ष की आयु की महिलाओं में देखने को मिलती है। यह एक हार्मोनल विकार है, जो पीरियड्स से जुड़ी कई समस्याओं के जोखिम को बढ़ा देता है। महिलाओं में हार्मोनल बदलाव होने के पीछे कई कारण हो सकते हैं। जैसे मोटापा, डाइट में तैलीय और जंक फूड खाना व शराब, सिगरेट का अधिक सेवन करना, आदि। वैसे, तो इस समस्या का कोई सटीक इलाज उपलब्ध नहीं है। लेकिन, डॉक्टर संबंधित लक्षणों को कम करने का प्रयास करते हैं। इसमें लाइफस्टाइल और डाइट में बदलाव की सलाह दी जाती है। 

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पीसीओडी होने पर महिलाओं को पीरियड्स में अनियमितता और दर्द हो सकता है। ऐसे में डॉक्टर महिलाओं को वजन कंट्रोल करने की सलाह देते हैं। यदि, आपको भी पीरियड्स से जुड़ी समस्या हो रही है तो ऐसे में आप इसे अनदेखा न करें। इस समस्या में आप तुरंत डॉक्टर की सलाह अवश्य लें। 

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