ऑस्टियोपोरोसिस में एक्‍सरसाइज़ करते समय इन 5 बातों का रखें ध्‍यान

आस्‍टियोपोरोसिस हड्डियों के भंगुर होने की बीमारी है जिसमें असामान्य रुप से अस्थि ऊतक का नुकसान होता है जिससे हड्डियां छिद्रपूर्ण और कमजोर हो जाती हैं। हालांकि ऑस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारी से बचना है तो आपको कुछ व्‍यायाम अपनाने चाहियें।
  • SHARE
  • FOLLOW
ऑस्टियोपोरोसिस में एक्‍सरसाइज़ करते समय इन 5 बातों का रखें ध्‍यान


आस्‍टियोपोरोसिस हड्डियों के भंगुर होने की बीमारी है जिसमें असामान्य रुप से अस्थि ऊतक का नुकसान होता है जिससे हड्डियां छिद्रपूर्ण और कमजोर हो जाती हैं। जब हड्डियों का घनत्व कम हो जाता है, उनमें  हल्की सी भी चोट लगने से और उठाने और झुकने से भी फ्रेक्चर हो सकता है। हड्डी हानि के लिए आम जगहें रीढ़, कूल्हे और कलाई हैं। आस्‍टियोपोरोसिस महिलाओं में आम है, खासकर रजोनिवृत्ति के बाद, लेकिन यह पुरुषों को भी उम्र के साथ प्रभावित करता है। इस रोग का प्रमुख कारण कुपोषित आहार है जिसमें कैल्शियम और विटामिन डी कम हो और व्यायाम की कमी है। 

 

क्यों जरूरी है एक्सरसाइज

किसी भी उम्र में व्यायाम हड्डियों के निर्माण और घनत्व को बनाए रखने में मदद करता है। आस्‍टियोपोरोसिस कुछ पोषक तत्वों (कैल्शियम और विटामिन डी) वाले संतुलित आहार से और जीवन में जल्दी शुरू किये गये नियमित व्यायाम के संयोजन के द्वारा रोका जा सकता है। हालांकि, वयस्क होने के बाद भी यह शुरू करने के लिए देर नहीं हुई है। वजन उठाने वाले व्यायाम हड्डी के गठन को प्रोत्साहित करते हैं और हड्डियों को कैल्शियम बरकरार रखने में मदद करता है जिससे वे भार सहन कर लेती हैं। 

 

इन बातों का ध्यान रखें

  • वजन उठाने वाले अभ्यास के दौरान, हड्डियों के खिलाफ मांसपेशियों का खींचाव, हड्डियों के निर्माण और उन्हें मजबूत बनाने की प्रक्रिया को प्रोत्साहित करते हैं।
  • यह महत्वपूर्ण है कि हड्डी को मजबूत करना साइट स्पेसिफिक है मतलब यदि आप अपने पैरों को प्रशिक्षित करें तो सिर्फ पैरों की हड्डियां मजबूत होंगी और यदि आप केवल अपने ऊपरी शरीर को भार व्यायाम से प्रशिक्षित करें तो आपकी केवल संबंधित हड्डियां ही मजबूत होंगी।

इसे भी पढ़ें: पुरूषों में आस्टियोपोरोसिस के कारण और लक्षण  

  • व्यायाम से संतुलन, समन्वय और मांसपेशियों की ताकत बढ़ती है, जिससे बुजुर्गों में गिरने की संभावना कम हो जाती है। 
  • वर्तमान में, ऑस्टियोपोरोसिस का कोई इलाज नहीं है लेकिन मेडिकल ट्रीटमेंट और व्यायाम से इसके प्रभाव को धीमा और यहां तक कि उल्टा भी कर सकते हैं।
  • वजन उठाने वाले व्यायाम ऑस्टियोपोरोसिस के इलाज में सबसे ज़्यादा प्रभावी हैं लेकिन कुछ अभ्यास उन्नत ऑस्टियोपोरोसिस में हानिकारक हो सकते हैं।
  • इसलिए किसी भी व्यायाम दिनचर्या शुरू करने से पहले एक चिकित्सक के अनुमोदन आवश्यक है।

ऐसे अन्य स्टोरीज के लिए डाउनलोड करें: ओनलीमायहेल्थ ऐप

Read More Articles On Exercise & Fitness In Hindi

Read Next

पैरों में लगातार तेज दर्द का कारण हो सकता है डीवीटी रोग, जानिये इसके लक्षण

Disclaimer

How we keep this article up to date:

We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.

  • Current Version