दिमागी चोट से जल्दी उबरने में मदद करेंगे ये 5 घरेलू नुस्खे, जानें तरीका

सिर में लगी अचानक चोट के कारण होता मस्तिष्काघात होता है।  कुछ मामलों में इसके लक्षण शुरुआती दिनों या सप्ताह तक दिखाई नहीं देते हैं, जिसके कारण मस्तिष्काघात का उपचार करना थोड़ा मुश्किल हो जाता है। मतली, याददाश्त खोना, थकान, बोलने में दिक्कत मस्तिष्काघात के कुछ प्रमुख लक्षण हैं।   
  • SHARE
  • FOLLOW
दिमागी चोट से जल्दी उबरने में मदद करेंगे ये 5 घरेलू नुस्खे, जानें तरीका

घाव संबंधी दिमागी चोट के आम और कम घातक प्रकार मस्तिष्काघात कहलाते हैं। ऐसा सिर में लगी अचानक चोट के कारण होता है। दरअसल हमारा मस्तिष्क नरम ऊतकों से बना होता है, जो कि रीढ़ की हड्डी के तरल पदार्थ से बचा होता है। सिर को अचानक झटका पुहंचने की स्थिति में आपका मस्तिष्क आपके सिर के अंदर हिल सकता है, जिससे रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंच सकता है और मस्तिष्क के भीतर रक्तस्राव होता है।

मस्तिष्क के भीतर रक्तस्राव के परिणामस्वरूप आपका दिमाग सही तरीके से काम नहीं कर सकेगा और इससे भूलने, देखने में समस्या, शरीर संतुलन को बनाए रखने में दिक्कत और भी कई समस्याएं हो सकती हैं। कुछ मामलों में इसके लक्षण शुरुआती दिनों या सप्ताह तक दिखाई नहीं देते हैं, जिसके कारण मस्तिष्काघात का उपचार करना थोड़ा मुश्किल हो जाता है। मतली, याददाश्त खोना, थकान, बोलने में दिक्कत मस्तिष्काघात के कुछ प्रमुख लक्षण हैं। अगर आप भी इस समस्या से दो-चार हो रहे हैं तो हम आपको ऐसे 5 घरेलू उपचार के बारे में बताने जा रहे हैं, जो आपकी तेज रिकवरी में मदद कर सकते हैं।

आराम

अगर आपके सिर पर चोट लगी है तो यह जरूरी हो जाता है कि आप खुद से अपनी रिकवरी प्रक्रिया शुरू कर दें। जितना हो सके उतना आराम करें। केवल शारीरिक आराम ही नहीं आपके मस्तिष्क को मानिसक आराम की भी जरूरत है। इसके लिए आपको आठ से ज्यादा घंटे की नींद लेने पर ध्यान देना चाहिए।

इसे भी पढ़ेंः माथे पर होने वाले दानों से पाएं चुटकियों में राहत, आजमाएं ये 4 घरेलू उपाय

हल्की एक्सरसाइज करें

मस्तिष्क आघात के बाद आप कब से वर्कआउट शुरू करें इसको लेकर अपने डॉक्टर के साथ परामर्श लें। स्ट्रेच और सामान्य रूप से चलना जैसे एक्सरसाइज के साथ शुरुआत आपकी स्थिति पर प्रतिकूल प्रभाव को दूर कर सकती है।

फिश ऑयल

जर्नल एडवांस इन न्यूट्रिशन में प्रकाशित एक अध्ययन में बताया गया कि फिश ऑयल वाले खाद्य पदार्थ दिमागी चोट से उबरने की प्रक्रिया में गति लाते हैं, विशेषकर उन लोगों में, जो मस्तिष्कआघात से जूझ रहे हैं।

इसे भी पढ़ेंः ऑयली स्किन से निपटने के लिए अपनाएं ये 6 आसान घरेलू नुस्खे, जानें तरीका

कैफिन

कैफिन का सेवन बढ़ाने से आप अपने रिकवरी समय को कम कर सकते हैं। जर्नल ऑफ सेरेब्राल फ्लो एंड मेटाबॉलिज्म में प्रकाशित एक अध्ययन के मुताबिक, उच्च कैफिन स्तर मस्तिष्क की चोट के छह महीने के भीतर अनुकूल परिणामों से जुड़ा होता है।

हल्दी

हल्दी अपने एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों के लिए प्रसिद्ध है। हल्दी के गुण सूजन को कम कर सकते हैं और अवसादग्रस्तता की भावनाओं को कम करने में मदद करता है। दोनों ही मस्तिष्क आघात के सामान्य लक्षण हैं।

Read More Articles On Home Remedies in Hindi

Read Next

फोड़े-फुंसियों को चुटकियों में दूर करती है काली मिर्च, जानें प्रयोग का तरीका

Disclaimer