सर्दियां आ गई हैं। इन दिनों सुबह और शाम के समय ठंड बढ़ जाती है क्योंकि तापमान बहुत कम हो जाता है। इस मौसम में अचानक ठंडे माहौल में जाने पर आप बीमार पड़ सकते हैं। सर्दियों के मौसम में खांसी,जुकाम, नाक बहना, बुखार आदि समस्याएं सामान्य मानी जाती हैं। मगर कई बार जब आप गर्म माहौल से अचानक ठंड में चले जाते हैं, तो आपको कई और गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। इसलिए इस मौसम में आपको विशेष सावधानी बरतने की जरूरत होती है। आइए आपको बताते हैं कि ठंड के मौसम में आप खुद को और छोटे बच्चों को कैसे सुरक्षित रख सकते हैं।
क्यों बढ़ जाती हैं सर्दियों में बीमारियां?
सर्दियों में होने वाली ज्यादातर बीमारियां ठंड के कारण नहीं, बल्कि वायरस के कारण होती हैं। गर्मी की अपेक्षा ठंडा मौसम वायरस और बैक्टीरिया के विकास और प्रजनन के लिए उपयुक्त होता है, इसलिए वे इस मौसम में तेजी से बढ़ते हैं और ज्यादा लोगों को शिकार बना पाते हैं। दूसरा बड़ा कारण ये है कि ठंड के मौसम में हमारे शरीर का प्रतिरक्षा तंत्र (Immune System) कमजोर हो जाता है, जिसके कारण ये वायरस और बैक्टीरिया से पूरी तरह सुरक्षा नहीं प्रदान कर पाता है।
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अचानक ठंड में जाने पर क्या होता है?
सर्दी के मौसम में जब आप गर्म रजाई, कंबल या कमरे में रहने के बाद अचानक ठंडे माहौल में चले जाते हैं, तो आपकी रक्त वाहिकाएं (Blood Vessels) सिकुड़ना शुरू हो जाती हैं, जिसके कारण रक्त संचार (Blood Circulation) प्रभावित होता है और इसी के साथ इम्यून सिस्टम की क्षमता भी घट जाती है।
सर्दियों में होने वाली ज्यादातर बीमारियों का कारण राइनोवायरस (Rhinoviruses) होता है। ये वायरस ठंडे और शुष्क मौसम में तेजी से बढ़ता है। ठंड के मौसम में ज्यादातर इसी वायरस की चपेट में आने के बाद आपको बुखार, जुकाम, खांसी, गला जाम होने जैसी समस्याएं होती हैं। सर्दियों के मौसम में हवा में नमी कम हो जाती है। रिसर्च बताती हैं कि शुष्क मौसम के कारण हमारे इम्यून सिस्टम की क्षमता कम हो जाती है।
बच्चों-बुजुर्गों के लिए जानलेवा हो सकता है हाइपोथर्मिया
ठंड के मौसम की मार का सबसे ज्यादा खतरा छोटे बच्चों और बुजुर्गों को होता है। कई बार अचानक शरीर का तापमान बहुत अधिक कम (95 डिग्री फॉरेनहाइट) हो जाने पर व्यक्ति को हार्ट अटैक, किडनी की समस्या, लिवर डैमेज होने की समस्या आदि हो सकती हैं। ठंड के दौरान देर तक बाहर रहने के कारण भी ऐसी समस्या हो सकती है। हाइपोथर्मिया जानलेवा हो सकता है और लक्षण दिखने के 10 से 15 मिनट के भीतर ही व्यक्ति की मौत हो सकती है। इसलिए इससे सावधान रहने की जरूरत है।
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ठंड के मौसम में जरूरी सावधानियां
- ठंड के मौसम में घर से बाहर निकलते समय हमेशा पर्याप्त गर्म कपड़े पहनकर ही निकलें, ताकि ठंड आपके शरीर तक न पहुंचे।
- ठंड का असर ज्यादातर सीने और कान से होता है, इसलिए अपने सीने और कान को हमेशा ढक कर रखें।
- खुली गाड़ी, बाइक, बस, ट्रेन आदि से यात्रा करते समय तापमान को नियंत्रित करने के लिए जरूरी कपड़े, दास्ताने, स्कार्फ आदि पहनें।
- बाइक से लंबी यात्रा कर रहे हैं, तो थोड़ी-थोड़ी देर में रुककर शरीर को गर्म करते रहें और शरीर में पानी की कमी न होने दें।
- छोटे बच्चों को गर्म कपड़े पहनाकर रखें और जरूरी न हो, तो सप्ताह में 3-4 दिन ही नहलाएं। बाकी दिन गीले कपड़े से शरीर को अच्छी तरह पोंछ सकते हैं।
- बुजुर्गों को इस मौसम में कम से कम बाहर निकलने की हिदायत दी जाती है।
- ठंड लगने, कंपकंपी होने, चक्कर आने और तलवे ठंडे होने जैसे लक्षण दिखने पर जितनी जल्दी हो सके डॉक्टर से संपर्क करें।
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