बच्चे के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए जितना खाना, कसरत करना जरूरी होता है। उससे कई ज्यादा जरूरी अच्छी नींद लेना होता है। पूरी नींद लेने से छोटे बच्चों को होने वाली थकान दूर हो जाती है। इससे उसको कई छोटी और बड़ी बीमारियों नहीं होती। मगर कुछ छोटे बच्चे को अच्छी नींद नहीं आती। अगर आप चाहते हैं कि आपका बच्चा पूरी नींद लें तो उसकी बेड रूटीन को ठीक करें।
समय पर सुलाना
अगर आपका बच्चा रातभर सो नहीं पाता तो उसको एक समय पर सुलाने की आदत डालें। जब आप उसको रोजाना एक समय पर सुलाते हैं तो वह समझ जाएगा कि उसको डेली इसी समय पर सोना है।
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लाइट ऑफ कर दें
बच्चे को अच्छी नीद में सुलाने के लिए उसको अंधेरे कमरे में सुलाएं। अंधेरा मेलाटोनिन को बढ़ाने का काम करता है। शरीर में इसकी मात्रा बढ़ने से नींद आने लगती है। अगर बच्चे के कमरे में खिड़की हैं तो उसको भी बंद कर दें ताकि बच्चा डिस्टर्ब न हो।
शोर न करें
कमरे में आवाज आने से बच्चा आधी नींद में उठ जाता है। जो उसके मानसिक विकास के लिए ठीक नहीं है। यही कारण है कि जब बच्चा सो रहा हो तो आवज ना करें।
गर्म पानी से नहलाएं
बच्चे को सुलाने से पहले उसको गर्म पानी से नहलाएं। इसके बाद बच्चे की मालिश करे। एेसा करने से बच्चे को नींद जल्दी आ जाती है।
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दिन में सोना
छोटे बच्चों का दिन में सोना बहुत अच्छा माना जाता है। एक घंटे सोने से बच्चे की याददाशत बढ़ती है। इसके साथ उनका शारीरिक विकास भी ठीक रहता है।
झूले की आदत ना डालें
बच्चे को झूले पर सोने की आदत ना डालें। बच्चे को इसकी आदत पड़ जाती है जो छूटने में बहुत देर लगती है। एेसे में बेहतर है कि बच्चे को अपनी गोद में या बिस्तर पर सुलाने की आदत डालें।
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अच्छा स्थान
जब बच्चे बड़े हो जाते हैं तो उन्हे हर जगह नींद नहीं आती है। उनके लिए एक स्थान या एक कमरा निर्धारित कर दें और उसमें सबसे अच्छी जगह पर उनका बिस्तर लगाएं और वहीं सुलाएं।
आरामदायक कपड़े
बच्चे को तंग कपड़े न पहनाएं। सोने के दौरान हल्के और ढीले कपड़े पहनाएं। रात के दौरान नाइट सूट पहनाकर सुलाएं।
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