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कैसे जानें बिगड़ रही है कैंसर की स्थिति, डॉक्टर से जानें इन 5 संकेतों के बारे में

Cancer Ke Kya Lakshan Hote Hain: कैंसर की स्थिति बिगड़ने पर कई तरह के लक्षण नजर आते हैं, जैसे तेजी से वजन का घटना, बार-बार बुखार आना आदि।
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कैसे जानें बिगड़ रही है कैंसर की स्थिति, डॉक्टर से जानें इन 5 संकेतों के बारे में

What Are Signs That Cancer Has Progressed In Hindi: कैंसर एक घातक बीमारी है। यह बात हम सभी जानते हैं। कैंसर को परिभाषित किया जाए, तो नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट के अनुसार, "कैंसर एक ऐसी बीमारी है, जिसमें कुछ सेल्स अनियंत्रित तरीके से शरीर के कुछ हिस्सों में बढ़ती जाती है। कैंसर शरीर के किसी भी हिस्से में विकसित हो सकता है। ध्यान रखें कि हमारा शरीर कई ट्रिलियन सेल्स से मिलकर बना है।" वेबसाइट में आगे लिखा है, "हमारे शरीर में सेल्स ग्रो करते हैं, पुराने सेल्स मर जाते हैं। इस तरह हम हेल्दी यानी स्वस्थ रहते हैं। लेकिन, शरीर में एब्नॉर्मल सेल्स या डैमेज्ड सेल्स ग्रो करते हैं, तो उनकी वजह से ट्यूमर हो जाता है। इस तरह के ट्यूमर भविष्य में कैंसर में बदल सकते हैं। हालांकि सभी ट्यूमर कैंसर बन जाएं यह जरूरी नहीं है। बहरहाल, कैंसर सेल्स तेज गति से बढ़ते हैं और हमारे शरीर के हेल्दी सेल्स को नुकसान पहुंचाते हैं। ऐसे में शरीर के कई ऑर्गन नष्ट हो सकते हैं। इसलिए, अगर किसी को कैंसर है, तो उन्हें न सिर्फ रेगुलर ट्रीटमेंट लेना चाहिए। इसके  साथ ही, उन्हें ऐसे लक्षणों पर भी गौर करना चाहिए, जिससे यह पता लग सके कि कैंसर की स्थिति दिनों दिन बिगड़ रही है।आइए, जानते हैं इस बारे में रोहतक स्थित Positron Superspeciality and Cancer Hospital में वरिष्ठ ओंकोलॉजिस्ट डॉ. मनीष शर्मा का क्या कहना है।

कैंसर के बिगड़ने के संकेत- Signs And Symptoms Of Cancer Progression In Hindi

Signs and Symptoms of Cancer Progression01 (4)

तेजी से वजन घटना

कैंसर के मरीजों में वजन घटना एक सामानय लक्षण होता है। आमतौर पर कैंसर होने पर बिना कोशिश किए ही मरीज का वजन घट रहा होता है। जबकि, वह अपनी डाइट में किसी तरह के बदलाव नहीं करता है। इसी तरह, जब कैंसर की स्थिति बिगड़ रही होती है और सही ट्रीटमेंट नहीं मिल रहा होता है, तब भी यह स्थिति बनी रहती है। इसका मतलब है कि वजन में लगातार कमी आ रही होती है और कोशिश के बावजूद वजन स्थिर नहीं होता है।

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दर्द का बढ़ना

शरीर के जिस भी हिस्से में कैंसर होता है, वहां दर्द और असहजता बनी रहती है। लेकिन, ट्रीटमेंट की मदद से उसमें सुधार आने लगता है। अगर, ट्रीटमेंट के बावजूद मरीज की स्थिति बिगड़ रही होती है यानी दिनों दिन दर्द बढ़ रहा होता है और कंडीशन गंभीर हो रही होती है, तो इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए। ऐसे में यह समझ लेना चाहिए कैंसर फैल रहा है या प्रभावित हिस्से में उसका ट्रीटमेंट सही तरह से नहीं हो रहा है।

बाउल मूवमेंट में बदलाव

चाहे कैंसर शरीर के किसी भी हिस्से में हो। इसका प्रभाव पूरे शरीर पर दिखता है। जैसे कैंसर की वजह से बाउल मूवमें बदलाव आने लगते हैं। जैसे मरीज को कब्ज या डायरिया हो जाता है। मल त्याग प्रक्रिया भी मुश्किल होने लगती है। ऐसा इसलिए, क्योंकि कैंसर की वजह से डाइजेस्टिव सिस्ट पर बुरा असर पड़ना शुरू हो चुका होता है। इसका मतलब है कि कैंसर की स्थिति बिगड़ रही है। यहां तक कि कैंसर की वजह से यूरिन फ्रिक्वेंसी में भी बदलाव देखे जा सकते हैं और कभी-कभी यूरिन में ब्लड भी आने लगता है।

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गांठ का बनना

आमतौर पर शरीर में गांठ को हम कैंसर से जोड़कर देखते हैं। इसलिए, जब भी शरीर में किसी भी तरह की गांठ नजर आती है, तो डॉक्टर उसकी जांच करने की सलाह देते हैं। इससे पता चलता है कि गांठ कैंसर युक्त है या कैंसर रहित है। बहरहाल, कैंसर के ट्रीटमेंट के बाद भी अगर शरीर में गांठ हो रहे हैं, जो ठीक नहीं हो रहे हैं। इसका मतलब है कि कैंसर की स्थिति गंभीर हो रही है।

अक्सर थकान रहना

कैंसर अपने आप में एक ऐसी बीमारी है, जो व्यक्ति को थकान और कमजोरी से भर देती है। लेकिन, अगर ट्रीटमेंट के बावजूद ऐसा होता है, मरीज खुद को कमजोरी और थकान से भरा हुआ पाता है, तो यह सही संकेत नहीं है। मरीज को हर समय रेस्ट करने की जरूरत महसूस होती है, जरा सा काम करके ही थकान होने लगती है और कमजोरी भी उन्हें घेरे रहती है। अगर कैंसर के मरीजों को इनमें से कोई भी लक्षण दिखे, तो समझ जाएं कि कैंसर की स्थिति बिगड़ रही है।

बार-बार बुखार आना

जब बार-बार बुखार आए और उसका कारण समझ न आए, तो उसे कैंसर से जोड़कर देखा जाता है। इसे कंफर्म करने के लिए कुछ जरूरी जांच की जाती है। इससे यह पता चलता है कि मरीज को कैंसर के कारण बुखार आ रहा है या नहीं? लेकिन, कैंसर के ट्रीटमें के बाद भी इस तरह की स्थिति बनी रहती है, तो इसे नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। यही नहीं, कैंसर की वजह से ब्लीडिंग और नील पड़ने की दिक्कत भी हो जाती है।

All Image Credit: Freepik

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