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क्‍या आपके स्‍क‍िन केयर प्रोडक्‍ट्स में भी मौजूद है माइक्रोप्‍लास्‍ट‍िक्‍स? जानें इसके नुकसान

क्‍या कभी आपने चेक क‍िया है क‍ि आपके स्‍क‍िन केयर प्रोडक्‍ट में माइक्रोप्‍लास्‍ट‍िक्‍स है या नहीं। जानें इसके मौजूद होने के क्‍या नुकसान होते हैं।
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क्‍या आपके स्‍क‍िन केयर प्रोडक्‍ट्स में भी मौजूद है माइक्रोप्‍लास्‍ट‍िक्‍स? जानें इसके नुकसान

Side Effects of Microplastics in Skin Care Products: माइक्रोप्‍लास्‍ट‍िक, प्‍लास्‍ट‍िक का सूक्ष्‍म रूप है जो स्‍क‍िन केयर उत्‍पाद, कपड़े, सिगरेट और कॉस्‍मेट‍िक्‍स में मौजूद होता है। ये स्‍क‍िन केयर और ब्‍यूटी उत्‍पादों के जर‍िए हमारी स्‍क‍िन में जाते हैं। माइक्रोप्‍लास्‍ट‍िक, हमारी त्‍वचा में एक परत बना देते हैं। इससे त्‍वचा के रोम छ‍िद्र सांस नहीं ले पाते और अन्‍य न्‍यूट्र‍िएंट्स को एब्‍सॉर्ब नहीं कर पाते। पर्सनल केयर और कॉस्‍मेट‍िक प्रोडक्‍ट्स में 1 से 90 प्रत‍िशत तक माइक्रोप्‍लास्‍ट‍िक मौजूद होते हैं। मेकअप उत्‍पादों में स‍िल‍िकॉन, माइक्रोप्‍लास्‍ट‍िक, ग्‍लूटन और आर्ट‍िफ‍िश‍ियल फ्रेग्नेंस भी मौजूद होता है। आगे जानते हैं माइक्रोप्‍लास्‍ट‍िक त्‍वचा को कैसे नुकसान पहुंचाता है। इस व‍िषय पर बेहतर जानकारी के ल‍िए हमने ओम स्किन क्लीनिक, लखनऊ के वरिष्ठ कंसलटेंट डर्मेटोलॉज‍िस्‍ट डॉ देवेश मिश्रा (Dr. Devesh Mishra) से बात की।     

side effects of microplastics

क‍िन चीजों में मौजूद होता है माइक्रोप्‍लास्‍ट‍िक?- Products Containing Microplastics

मह‍िलाएं कॉस्‍मेट‍िक्‍स में ल‍िपस्‍ट‍िक और ल‍िपबाम का इस्‍तेमाल करती हैं। इसमें भी माइक्रोप्‍लास्‍ट‍िक पाया जाता है। इसके अलावा साबुन, टूथपेस्‍ट, डि‍यो और स्‍क‍िन केयर के सभी उत्‍पादों में माइक्रोप्‍लास्‍ट‍िक म‍िलाया जाता है। आजकल बाजार में कई तरह के स्‍क‍िन केयर उत्‍पाद मौजूद हैं। हम ब‍िना सोचे-समझे ही इन उत्‍पादों का इस्‍तेमाल करना शुरू कर देते हैं। ये स्‍क‍िन केयर उत्‍पाद कई बार हमारी त्‍वचा को फायदा पहुंचाने के बजाय नुकसान पहुंचाते हैं। माइक्रोप्‍लास्‍टि‍क क्रीम, लोशन, स्‍क्रब और क्‍लींजर जैसे स्‍क‍िन केयर उत्‍पादों में भी मौजूद हो सकता है।      

माइक्रोप्‍लास्‍ट‍िक के कारण त्‍वचा में सूजन और जलन हो सकती है  

कई स्‍क‍िन केयर प्रोडक्‍ट्स में माइक्रोप्‍लास्‍ट‍िक मौजूद होते हैं। कई ऐसे स्‍क्रब भी होते हैं ज‍िनमें माइक्रोप्‍लास्‍ट‍िक मौजूद होता है। यह स्‍क‍िन में जलन, रेडनेस और सूजन पैदा कर सकते हैं। ज‍िन लोगों की स्‍क‍िन सेंस‍िट‍िव होती है, उनकी त्‍वचा को माइक्रोप्‍लास्‍ट‍िक मौजूद होता है। स्‍क्रब वाले उत्‍पादों में माइक्रोब‍ीड्स ज्‍यादा होते हैं। इसल‍िए हमें कम से कम माइक्रोबीड्स वाले उत्‍पादों को खरीदना चाह‍िए।    

माइक्रोप्‍लास्‍ट‍िक के कारण स्‍क‍िन इन्‍फेक्‍शन हो सकता है 

माइक्रोप्‍लास्‍ट‍िक हमारी स्‍क‍िन के पोर्स में आसानी से आ जाते हैं। ये छोटे कणों की तरह हमारी स्‍क‍िन में रहते हैं और ऑयल, धूल और और बैक्‍टीर‍िया को साथ में जोड़ लेते हैं। माइक्रोप्‍लास्‍ट‍िक के कारण स्‍क‍िन का नेचुरल बैलेंस खराब होता है। इस कारण स्‍क‍िन इन्‍फेक्‍शन की समस्‍या होती है। माइक्रोप्‍लास्‍ट‍िक को त्‍वचा से आसानी से न‍िकाल पाना मुश्‍क‍िल होता है। स्‍क‍िन केयर उत्‍पादों में से माइक्रोप्‍लास्‍ट‍िक की मौजूदगी चेक करना जरूरी है। लंबे समय तक माइक्रोप्‍लास्‍ट‍िक वाले स्‍क‍िन केयर उत्‍पादों के इस्‍तेमाल से त्‍वचा खराब हो सकती है। 

इसे भी पढ़ें- एक्‍सरसाइज करने से स्‍क‍िन पर क्‍या असर पड़ता है? एक्‍सपर्ट से जानें

माइक्रोप्‍लास्‍ट‍िक के खतरे से कैसे बचें?

  • मेकअप प्रोडक्‍ट्स का इस्‍तेमाल कम से कम करें।
  • रात को सोने से पहले मेकअप र‍िमूव करना न भूलें। 
  • आपको ऐसे उत्‍पादों का इस्‍तेमाल करना है जो माइक्रोप्‍लास्‍ट‍िक और दूसरे हान‍िकारक केम‍िकल्‍स से मुक्‍त हो। 

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