खराब लाइफस्टाइल और खानपान की वजह से आजकल लोगों को डायबिटीज जैसी लाइलाज बीमारी हो रही है। भारत में पिछले कुछ सालों में डायबिटीज के मामलों में इजाफा हुआ है। आईडीएफ एटलस डाटा 2021 के अनुसार भारत में लगभग 74.2 मिलियन लोग डायबिटीज से जूझ रहे हैं। डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है, जिसको सही लाइफस्टाइल और खानपान के जरिए कंट्रोल में किया जाता है। भारत में डायबिटीज के रिस्क, लक्षण और बचाव के उपायों के बारे जागरूकता फैलाने के लिए ओनलीमायहेल्थ की कॉम्यूनिटी सेहत क्लब की ओर से "डायबिटीज फ्री इंडिया" कैंपेन का आयोजन किया। इस कैंपेन में डॉक्टर और योग गुरु ने लोगों के साथ बातचीत करके उन्हें न सिर्फ इस बीमारी के बारे में बताया, बल्कि इसे कैसे कंट्रोल में किया जा सकता है, इसकी भी जानकारी दी। इस कैंपेन के दौरान बीटओ द्वारा लोगों का फ्री हेल्थ चेकअप भी किया गया।
क्या डाइट से डायबिटीज को कंट्रोल किया जा सकता है?
कैंपेन में आम जनता के सवालों का जवाब देते हुए, बीटओ के कंसल्टेंट डायबिटोलॉजिस्ट डॉ. आयुष चंद्रा ने कहा कि यह एक ऐसी समस्या है, जिसे डाइट और लाइफस्टाइल में बदलाव करके कंट्रोल किया जा सकता है। डॉक्टर का कहना है कि रोजाना 800 से 1200 कैलोरी वाले भोजन को डाइट में शामिल किया जाए, तो इससे ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल हो सकता है और डायबिटीज टाइप 1 को ठीक किया जा सकता है। हेल्थ एक्सपर्ट ने कहा कि डायबिटीज के मरीज जौ, दलिया, सामक चावल, कोद्रव चावल, गेहूं, सूजी जैसी चीजों को अपनी डेली डाइट में शामिल करें, तो इससे ब्लड शुगर लेवल को मेंटेन रखने में मदद मिलती है। इसके अलावा, डायबिटीज में अरहर की दाल, काबुली चने, हरे चने और कुलथी की दाल का सेवन करना भी फायदेमंद होता है।
इसे भी पढ़ेंः कंप्यूटर की तरह तेज काम करेगा दिमाग, आज से ही फॉलो करें एक्सपर्ट की ये 4 टिप्स
इसे भी पढ़ेंः डायबिटीज में कौन-कौन से फल खा सकते हैं? जानें एक्सपर्ट से
योग से भी ठीक हो सकता है डायबिटीज
हेल्थ कैंपेन के दौरान वहां मौजूद लोगों से योगाभ्यास भी करवाया गया। योग गुरु रिद्धि जैन का कहना है कि रोजाना योग करने से ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है और डायबिटीज जैसी बीमारी से राहत मिल सकती है। दरअसल, रोजाना योग करने से पाचन, प्रतिरक्षा और परिसंचरण को सुधारने में मदद मिलती है। जिसकी वजह से शरीर के सभी अंदरूनी अंग सही तरीके से काम करते हैं और इंसुलिन सही मात्रा में बनता है। जब इंसुलिन सही तरीके से बनता है, तो डायबिटीज जैसी बीमारी नहीं होती है। एक्सपर्ट का कहना है कि जो लोग डायबिटीज टाइप-1, डायबिटीज टाइप-2 और प्री-डायबिटीज जैसी चीजों से जूझ रहे हैं, उन्हें रोजाना कम से कम आधे तक योगाभ्यास करना चाहिए। डायबिटीज के मरीज स्पाइनल ट्विस्ट, धनुरासन, पश्चिमोत्तानासन और बलासन जैसी मुद्राएं करके ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल कर सकते हैं।
जानकारी के लिए बता दें कि ओनलीमायहेल्थ और सेहत क्लब द्वारा भारत के विभिन्न हिस्सों में समय-समय पर हेल्थ कैंपेन का आयोजन किया जाता है। इन हेल्थ कैंप को आयोजित करने का मुख्य उद्देश्य लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना है। ताकि वह अपने खानपान, लाइफस्टाइल और तनाव को मैनेज करना सीखें और बीमारियों से मुक्त रहें।