आम धारणा के विपरीत दौड़ने से घुटने के जोड़ों में सूजन कम होती है और यह ऑस्टियोअर्थराइटिस की प्रक्रिया को भी धीमा करता है। एक स्टडी में ये बात सामने आई है। अमेरिका के यूटा में ब्रिघम यंग यूनिवर्सिटी में एक्सरसाइज विज्ञान के सहायक प्रोफेसर व स्टडी के सहलेखक मैट सीली ने कहा, 'यह विचार की लंबी दूरी की दौड़ आपके घुटनों के लिए बुरी है, एक मिथक हो सकता है।'
शोध का प्रकाशन पत्रिका 'यूरोपियन जर्नल ऑफ अप्लाइड साइकॉलोजी' में किया गया है। इसमें शोधकर्ताओं ने सूजन पैदा करने वाले घुटनों के जोड़ों के द्रवों का कई स्वस्थ महिलाओं और पुरुषों में माप किया। इनकी उम्र 18-35 के बीच रही। इसे दौड़ने के बाद और पहले दोनों समय मापा गया।
शोधकर्ताओं ने पाया कि सिनोवियल द्रव से निकाले गए विशेष चिन्हक- दो साइटोकाइंस जीएम-सीएसएफ और आईएल-15 की प्रतिभागियों में दौड़ने के 30 मिनट बाद इनकी मात्रा में कमी हुई।
जब यही द्रव बिना दौड़ लगाए पहले और बाद में निकाले गए तो सूजन चिन्हक एक समान स्तर पर ही रहे। ब्रिघम यंग यूनिवर्सिटी में हुई स्टडी के प्रमुख लेखक राबर्ट हाल्डॉल ने कहा, 'हमें पता चला कि युवा, स्वस्थ व्यक्तियों में एक्सरसाइज एक गैर-सूजन वाला वातावरण पैदा करता है जो लंबे समय के लिए जोड़ों के लिए फायदेमंद होता है।'
हाल्डॉल की स्टडी के परिणामों से संकेत मिलता है कि एक्सरसाइज से ऑस्टियोअर्थाइटिस जैसे रोगों में जोड़ों में अपक्षय वाली बीमारियों में देरी से शुरुआत में मददगार होते हैं।
Image Source: BMJ Blogs&LifeStyle