पार्टनर पर चिल्लाने या ऊंची आवाज में बोलने से रिश्ते पर पड़ते हैं ये 5 निगेटिव प्रभाव, जानें क्यों बुरी है आदत

अपनी बात मनवाने के लिए आप पार्टनर से ऊंची आवाज में बात कर लेते हैं या उन पर चिल्ला देते हैं, लेकिन इसका आपके पार्टनर पर इन 5 तरीकों से प्रभाव पड़ता है।
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पार्टनर पर चिल्लाने या ऊंची आवाज में बोलने से रिश्ते पर पड़ते हैं ये 5 निगेटिव प्रभाव, जानें क्यों बुरी है आदत

रिश्तों में छोटी-मोटी बहस और कहा-सुनी तो होती ही रहती है। हर समय कोई आपकी बात से सहमत हो, ये जरूरी भी नहीं है और लॉजिकल भी नहीं है। मगर कई बार कुछ लोगों का नेचर ऐसा ओवर-डॉमिनेटिंग होता है कि वो अपनी बात समझाने के लिए सामने वाले पर चिल्लाने लगते हैं या ऊंची आवाज में बोलने लगते हैं। अगर आप अपने पार्टनर के साथ ऐसा करते हैं, तो इससे आपके रिश्ते पर कई नकारात्मक प्रभाव पड़ते हैं। ऊंची आवाज में बात करना वैसे भी अच्छी आदत नहीं है। लेकिन आपके पार्टनर के मनोविज्ञान पर इसका क्या असर पड़ता है, हम आपको बता रहे हैं।

shouting partner

पार्टनर को लगती है चोट

अगर आप अपने पार्टनर पर चिल्लाते हैं या उनसे ऊंची आवाज में बात करते हैं, तो इसका सीधा सा मतलब यह है कि आप अपनी बात मनवाने के लिए ऊंची आवाज को हथियार की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं। इसे भले ही आप हिंसा न मानें, मगर इस तरह बात करने से पार्टनर को चोट जरूर लगती है। इस बात का आपके रिश्ते पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इसलिए आपको जो भी समझाना है आप धीमी आवाज में प्यार से समझा सकते हैं।

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झूठ बोलना शुरू कर देते हैं पार्टनर

अगर आप हर बात में अपने पार्टनर पर चिल्लाते हैं और उन्हें बेइज्जती महसूस कराते हैं, तो ये तरीका भले ही आपको संतुष्ट कर देता है, लेकिन इससे धीरे-धीरे आप अपने पार्टनर के मन में नफरत की जगह बनाते जाते हैं। बहुत सारे पार्टनर्स ऐसा करने पर झूठ बोलना शुरू कर देते हैं, जिससे अंततः नुकसान आपका ही है। इसलिए पार्टनर के साथ हमेशा प्यार से पेश आएं। उन्हें बराबर का सम्मान दें और बराबरी से बात करें, भले ही आपको उनकी स्पष्ट गलती दिखाई दे रही है।

आप हर हाल में अपने आप को सही साबित करना चाहते हैं

ऊंची आवाज में बात करने पर आपके बॉडी लैंग्वेज का कई बार आपके पार्टनर के मनोविज्ञान पर बुरा असर पड़ता है। इससे आपके पार्टनर को महसूस होता है कि आप हर हाल में उन्हें अपनी बात मानने के लिए मजबूर कर रहे हैं। ऐसे में पार्टनर को यह महसूस हो सकता है कि रिश्ते में उनकी कोई अहमियत नहीं है और उनके फैसले या बात की कोई वैल्यू नहीं है। इसलिए आपको अपने पार्टनर के साथ हमेशा सलीके से पेश आना चाहिए। उनकी बातों को समझना और गलत लगने पर प्यार से समझाने से ही रिश्ता बेहतर बनता है।

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आपस का प्यार होता है कम

जो लोग डॉमिनेटिंग नेचर के होते हैं, उनका अपने पार्टनर के साथ रिश्ता हमेशा बुरा ही होता है। दरअसल प्यार के लिए बराबरी का एहसास बहुत जरूरी है। जबकि डॉमिनेटिंग पार्टनर्स के साथ रहने वाले लोग अक्सर अपने रिश्ते में दबाव महसूस करते हैं, जिससे उनके मन में अपने पार्टनर के लिए वैसा सम्मान और वैसा प्यार कभी आता ही नहीं है, जिसकी एक अच्छे रिश्ते में जरूरत होती है।

yelling at partner

इमोशनल कनेक्ट खत्म हो जाता है

जो लोग अपने पार्टनर से चिल्ला कर बात करते हैं, उन्हें अपनी बात मनवाने के लिए ऊंची आवाज का सहारा लेते हैं, उनके और उनके पार्टनर के बीच का इमोशनल कनेक्ट खत्म हो जाता है। ऐसे लोग अक्सर सिर्फ समाज की व्यवस्था में बंधे हुए जोड़े हो सकते हैं, लेकिन प्रेमी कभी नहीं हो सकते हैं। इसलिए पार्टनर के साथ इमोशनली कनेक्ट रहने के लिए जरूरी है कि आप उन्हें बराबर का सम्मान दें, बड़े फैसलों में उनकी राय लें और उनसे प्यार से बात करें।

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