कोरोनावायरस लॉकडाउन के कारण हम सभी घरों में कैद है, इसके कारण हम सब स्वस्थ और सक्रिय नहीं रह पा रहे हैं। ऐसे में लॉकडाउन के कारण हम सभी को जल्दी मौत का खतरा है। इसे रोकने के लिए, यह महत्वपूर्ण है कि हम स्वस्थ और सक्रिय रहने पर ध्यान केंद्रित करें। हालांकि कुछ लोग घर पर एक्सरसाइज कर रहे होंगे, तो कुछ लोग लॉकडाउन के खत्म होने के बाद वापस जिम शुरू कर खुद को फिट और स्वस्थ रखने का सोच रहे होंगे। लेकिन शायद ऐसा जल्दी संभव न हो, क्योंकि COVID-19 महामारी को कंट्रोल करने में काफी समय लग सकता है, जिसके लिए सोशल डिस्टेंसिंग जरूरी है। फिर ऐसे में सवाल उठता है कि आप जिम नहीं जा सकते हैं, तो आप अपने आप को कैसे फिट रखेंगे? इसका जवाब है कि आप वॉकिंग और साइकिलिंग को चुनें। यह आपको फिट और स्वस्थ रखने का एक अच्छा विचार हो सकता है। जी हां, अपनी फिटनेस को बनाए रखने और स्वस्थ रहने के लिए रोजाना साइकिलिंग और वॉकिंग काफी फायदेमंद है। साइकिलिंग और वॉकिंग आपको बीमारियों से बचाव और एक स्वस्थ लंबा जीवन जीने में मददगार हैं।
लॉकडाउन और सेहत
लॉकडाउन और आइसोलेशन न केवल हमारे शारीरिक, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य पर भी असर डाल रहे हैं। हालांकि ये परिवर्तन और समस्याएं आपको अभी दिखाई नहीं देंगे, लेकिन आगे चलकर आपकी सेहत पर असर डाल सकते हैं। लॉकडाउन के कारण बहुत से लोगों में तनाव से भी गुजर रहे हैं, जो कि इंसान को अंदर से खोखला करता जा रहा है। इसलिए आपको अपनी पोस्ट-लॉकडाउन टू-डू लिस्ट में वॉकिंग और साइकिलिंग को शामिल करना चाहिए। हाल में हुए एक अध्ययन में भी पाया गया है कि ये दोनों ही चीजें आपको स्वस्थ और रोगमुक्त रहने में मदद कर सकती हैं। इसके अलावा, बढ़ती उम्र को रोकने के लिए रोजाना साइकिल चलाना भी अच्छा है।
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लंबा और स्वस्थ जीवन जीने में मददगार है साइकिलिंग और वॉकिंग
हाल में हुए लैंसेट प्लेनेटरी हेल्थ द्वारा 300,000 से अधिक लोगों पर किए गए शोध से पता चलता है कि हमारे स्वास्थ्य के लिए पोस्ट लॉकडाउन की स्थिति में ट्रांसपोर्ट की महत्वपूर्ण भूमिका है। जो लोग कारों के साथ ट्रेवल करते हैं, उन्हें दिल की बीमारी और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियां होने का अधिक खतरा होता है। लेकिन अध्ययन से पता चलता है कि पैदल चलना और साइकिल चलाना अपने आप को सुरक्षित रखने के लिए सबसे अच्छा निवारक उपाय है। अध्ययन की संख्या बताती है कि साइकिल चलाने से हृदय रोगों, समय से पहले मृत्यु और कैंसर के जोखिम में क्रमशः 24%, 20% और 16% की कमी आती है।
दूसरी ओर वॉकिंग की बात करें, तो वॉकिंग यानि पैदल चलने से कैंसर का खतरा 7% तक कम हो जाता है, जो एक छोटी संख्या हो सकती है लेकिन यह आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
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क्या कहती है रिसर्च?
यह नई रिसर्च के शोधकर्ता, कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के डॉ. रिचर्ड पैटरसन ने कहा, "जब तक बड़ी संख्या में लोग COVID-19 लॉकडाउन से वापस काम करना शुरू कर देते हैं, तो सभी के लिए जरूरी है कि वह अपने ट्रांसपोर्ट के विकल्पों पर पुनर्विचार करें या इसका अच्छा समय है"।
सक्रिय रहें, स्वस्थ रहें
इस वैश्विक महामारी ने हमें हमारे जीवन का सबसे बड़ा पाठ पढ़ाया है। स्वस्थ जीवन एक विकल्प नहीं, बल्कि जीवनशैली होना चाहिए। हमें अपने स्वास्थ्य पर ध्यान देना चाहिए और उसी के अनुसार चीजों का चुनाव करना चाहिए। हालांकि कि आपकी कार या स्कूटर आपकी निश्चित रूप से बहुत मदद करते हैं, लेकिन आपको अपनी जड़ों को नहीं भूलना चाहिए- आपके पैर और पैदल चलना। ये कुछ कदम पैदल चलना आपकी सेहत में बड़े अंतर ला सकते हैं। इसलिए, जैसे ही लॉकडाउन खत्म हो जाता है, अपने लेस को बांधें और अपनी आदत को बदल पैदल चलना शुरू करें।
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