चेहरे पर लाल दाने और धब्बे उभरने के क्या कारण हो सकते हैं? डॉक्टर से जानें इससे बचाव के लिए टिप्स

चेहरे पर लाल-लाल दाने आना या किसी तरह का दाग-धब्बा दिखना कई समस्याओं का संकेत हो सकता है। डर्मेटोलॉजिस्ट से जानें इसका कारण और बचाव के तरीके।

 

Monika Agarwal
Written by: Monika AgarwalUpdated at: Jan 06, 2021 22:16 IST
चेहरे पर लाल दाने और धब्बे उभरने के क्या कारण हो सकते हैं? डॉक्टर से जानें इससे बचाव के लिए टिप्स

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चेहरे पर लाल दाने और छोटे-छोटे धब्बे उभरना आम समस्या है। टीन एज में चेहरे पर इस तरह के दाने और धब्बे अक्सर देखने को मिल जाते हैं। चेहरा हमारी पर्सनैलिटी का सबसे अहम हिस्सा होता है इसलिए इस पर दाग-धब्बे व्यक्ति के मनोबल और आत्मविश्वास को ठेस पहुंचाते हैं। समस्या चेहरे के त्वचा की हो तो बेहद सहजता और गम्भीरता बरतने की जरूरत होती है। अगर आप ऐसी समस्या होने पर डॉक्टर से संपर्क कर लेते हैं, तो संभव है कि दाने और धब्बे जल्दी ठीक हो जाएं वरना कई बार लंबे समय तक इन्हें नजरअंदाज करने से चेहरे पर परमानेंट दाग बन जाता है। सही स्किनकेयर स्पेशलिस्ट से सलाह लेकर आप इस समस्या को बढ़ने से रोक सकते हैं। लेकिन उससे भी ज्यादा जरूरी है इन लाल धब्बों (red spots) के लक्षणों के बारे में जानने की।

क्या है वजह (Reasons For Red Spots on Face)

स्किन केयर एक्सपर्ट और डर्मेटोलॉजिस्ट डॉक्टर भावुक मित्तल के अनुसार, त्वचा पर लाल रंग के धब्बे आम बात हैं जो कई तरह के हो सकते हैं, जो कभी-कभी चकत्ते जैसे दिखते हैं। इसके अलावा त्वचा में संक्रमण के फैलने से एलर्जी या जलन के कारण भी ऐशे धब्बे हो सकते हैं। इसे मेडिकल भाषा में मैक्यूल (macule) कहते हैं। इसका इलाज आसानी से किया जा सकता है। डॉक्टर मित्तल के अनुसार त्वचा में लाल धब्बे होने के कई अन्य कारण भी है जैसे-  संक्रमण, ब्लड में इंफेक्शन, फंगल इंफेक्शन, दवाओं का साइड इफ़ेक्ट, टॉक्सिक एपिडर्मल नेक्रोलिसिस आदि।

red spots on face

कहीं ये तो घमौरियां नहीं (Heat Rash)

त्वचा में लाल धब्बे घमौरियों की वजह से भी बनते हैं। घमौरियां यानी की हीट रैश तभी बनते हैं जब अपकी त्वचा के छिद्र पसीने से बंद हो जाते हैं। अगर टीन एजर्स त्वचा में पसीना आना एक समय के बाद बंद हो जाये तो त्वचा में फफोले की तरह दिखने वाली छोटी गांठे बन जाती हैं। जो लाल होने के साथ खुजली से भरी हो सकती हैं। ज्यादा गम्भीर मामले में कैलामाइन लोशन सहित मलहम और क्रीम के साथ इलाज किया जा सकता है।

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एटॉपिक डर्मेटाइटिस भी हो सकती है (Skin Eczema)

ये त्वचा में एक प्रकार का एक्जीमा होता है। जो अधिकतर बच्चों में होता है और जब तक बच्चा किशोर अवस्था में आता है तब तक कई बार उभरता है। एक्सपर्ट की मानें तो ये आनुवांशिक हो सकता है। या इस तरह का संक्रमण किसी के सम्पर्क में आने या किसी ऐसी चीज को छूने से भी हो सकता है। इससे बचने के लिए त्वचा को मॉइस्चराइज रखना जरूरी है। आप इसके इलाज के लिए डॉक्टर की सलाह जरुर लें।

RASHESBENEFITS

चर्मरोग (Skin Rashes)

त्वचा से सम्बंधित रोग चर्मरोग अधिकतर किसी के सम्पर्क में आने से होता है। टीन एजर्स को इससे एलर्जी भी हो सकती है। उनको फंगल इंफेक्शन के चलते धीरे-धीरे दाने की समस्या हो सकती है। जिससे फफोले निकल सकते हैं। इसका इलाज इस बात पर निर्भर करता है कि उन पर किसी एलर्जी का कैसा असर हुआ है। वो ओवर-द-काउंटर क्रीम और एंटीथिस्टेमाइंस से राहत पा सकते हैं। अगर स्थिति में सुधार ना दिखे तो बिना देर किये अपने डॉक्टर से प्रिस्क्रिप्शन भी ले सकते हैं।

दाद (Rash with Blisters)

दाद की समस्या आम है। दाद फफोले के साथ दर्दनाक और खुजलीदार हो सकते हैं। जो चेहरे या शरीर के एक तरफ विकसित होता है। यह वैरिकाला जोस्टर वायरस के कारण होता है। शोध के मुताबिक जिस वायरस से चिकनपॉक्स बनता है उसी वायरस से दाद की समस्या भी होती है। अगर टीन्स को पहले कभी चिकनपॉक्स हुआ है, तो वायरस वर्षों बाद सक्रिय हो सकता है और दाद का कारण बन सकता है। रोग नियंत्रण और रोकथाम के लिए टीका लगवा सकते हैं।

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स्किन खुजली (Swimmers Rash And Itch)

ज्यादा देर पानी में रहने या स्विमिंग करने से त्वचा में खुजली हो सकती है। क्योंकि कई बार पानी में कई तरह के वायरस होते हैं, जो त्वचा को नुकसान पहुंचा सकते हैं। बता दें सबसे ज्यादा ये वायरस तालाबों, झीलों और महासागरों में होते हैं। जब लोग पानी में तैरते हैं तो ये संक्रमण फैलाने वाले वायरस या बैक्टीरिया उनकी त्वचा में चिपक जाते हैं। जिससे जलन और खुजली के साथ-साथ छोटे लाल रंग के दाने या छाले बनते हैं। इस बीच खुजली की क्रीम लगाकर इनके लक्षणों को कम कर सकते हैं।


कैसे करें बचाव  (Preventions)

टीन एजर्स में हॉर्मोन का लेवल असंतुलित होता रहता है। जिससे शरीर से लेकर त्वचा तक में कई बदलाव आते हैं। इसके आलावा भी कई वजहों से त्वचा में गम्भीर समस्याएं हो सकती हैं। टीन एजर्स इससे बचने के लिए कई बातों पर ध्यान दे सकते हैं, जो इस तरह हैं।

  • चेहरे को साफ़ रखने के लिए बार-बार धोएं।
  • बाहरी कॉस्मेटिक के इस्तेमाल से बचें।
  • किसी का भी तौलिय इस्तेमाल ना करें। अपने इस्तेमाल के लिए एक तौलिया अलग रखें।
  • एक अच्छे स्किनकेयर रूटीन को अपनाएं।
  • मृत त्वचा कोशिकाओं को हटाने के लिए स्क्रब करें।

अगर आपके चेहरे पर भी लाल धब्बे हैं या उसके कुछ लक्षण आपको नजर आते हैं तो बिना देर किये डॉक्टर को जरुर दिखाएं।

डॉक्टर भावुक मित्तल, डर्मेटोलॉजिस्ट, कोलंबिया एशिया हॉस्पिटल गाजियाबाद से बातचीत पर आधारित

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