
आज तक आपने गेंहू, चने, बाजरे, राई और मक्के के आटे के बारे में सुना होगा। लेकिन आज हम आपको केले के आटे के फायदे के बारे में बता रहे हैं। केले का आटा, कच्चे और सूखे हुए केले का पाउडर है ये आटा किसी सुपरफूड से कम नहीं है। ज्यादातर लोग इसका इस्&z
आज के समय में अच्छी बॉडी बनाने का शौक न सिर्फ युवाओं तक सीमित रह गया है बल्कि इस होड़ में उम्रदराज लोग और बच्चे भी शामिल है। इस बिगड़ते माहौल में फिटनेस न सिर्फ दिखावे तक सीमित रह गया है बल्कि यह शरीर की जरूरत भी बन गया है। ऐसे में लोग घंटों जिम में वक्त बिताते हैं। जो लोग वर्किंग होते हैं या जॉब करते हैं वह जैसे तैसे रात को वक्त निकालकर जिम जाते हैं। आज हम आपको एक ऐसी चीज के बारे में बता रहे हैं जिसे खाने के बाद आपको बॉडी बनाने के लिए जिम के धक्के नहीं खाने पड़ेंगे। इस चीज का नाम है कच्चे केले का आटा। जी हां, कच्चे केले के आटे में इतने सारे पोषक तत्व होते हैं कि यह अपने आप में एक सूपरफूड बन जाता है। इसके नियमित सेवन से शरीर को वह सभी जरूरी पोषक तत्व मिलते हैं जिनकी शरीर को जरूरत होती है।
कच्चे केले का आटा
आज तक आपने गेंहू, चने, बाजरे, राई और मक्के के आटे के बारे में सुना होगा। लेकिन आज हम आपको केले के आटे के फायदे के बारे में बता रहे हैं। केले का आटा, कच्चे और सूखे हुए केले का पाउडर है ये आटा किसी सुपरफूड से कम नहीं है। ज्यादातर लोग इसका इस्तेमाल केक और बिस्कुट बनाने में करते है। यह आटा पोषक तत्वों से भरपूर होता है। अगर आप इसे घर पर बनाना चाहते हैं तो कच्चे केले को काटकर, धोकर फिर धूप में सुखा लें और फिर मिक्सी में पिसकर इस्तेमाल करें। आप इससे घर में बिस्कुट, नमकीन और केक आदि बना सकते हैं। बच्चे भी इसे आटे से बनी चीजों को बड़े चाव से खाएंगे।
बच्चों के विकास के लिए केला बहुत फायदेमंद होता है। केले में मिनरल और विटामिन पाया जाता है जिसका सेवन करने से बच्चों का विकास अच्छे से होता है। इसलिए बच्चों की डाइट में केले को जरूर शमिल करना चाहिए। केला बुजुर्गों के लिए सबसे अच्छा फल है। क्योंकि इसे बहुत ही आसानी से छीलकर खाया जा सकता है। इसमें विटामिन-सी, बी6 और फाइबर होता है जो बढ़ती उम्र में जरूरी होता है। ये बुजुर्गों में पेट के विकार को भी यह समाप्त करता है।
पोटेशियम हमारे शरीर के लिए काफी जरूरी होता है लेकिन ये हर तरह के खाद्य पदार्थ में नहीं मिलता। इसलिए कई बार शरीर में पोटेशियम की कमी भी हो जाती है। जबकि आप कच्चा केला खाकर भरपूर मात्रा में पोटेशियम ले सकते हैं। कच्चा केला पोटेशियम का खजाना होता है जो आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है और आपको दिनभर एक्टिव बनाए रखेगा। इसके अलावा कच्चे केले में विटामिन बी6 व विटामिन सी होता है जो कोशिकाओं को पोषण देने का काम करता है। इसी के साथ कच्चे केले में सेहतमंद स्टार्च और एंटी-ऑक्सीडेंट्स भी होते हैं जो आपके पाचन तंत्र को दुरुस्त रखने में सहायक है।
इसे भी पढ़ें : मोटापा ही नहीं डिप्रेशन भी बढ़ाती हैं ऑयली चीजें, और भी हैं कई खतरे
कच्चे केले से दूर होती हैं ये बीमारियां
- केला दिल के मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद होता है। नियमित रूप से केला खाने से शरीर में रक्त संचार (ब्लड का फ्लो) बेहतर होता है। इस कारण केला खाने से हार्ट-अटैक की संभावना कम होती है। इसमें आयरन भरपूर मात्रा में होता है, जिसके कारण खून में हीमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ती है। हर रोज दो केला खाने वालों को दिल की बीमारियां और पाचन की समस्याएं नहीं होती हैं।
- केले का सेवन नियमित रूप से करने से ब्लड प्रेशर सामान्य रहता है। केले में पोटैशियम पाया जाता है, जो ब्डल प्रेशर के कारण होने वाले हार्ट अटैक के खतरे को कम करता है। यह हाइपरटेंशन की बीमारी को भी नियंत्रित करता है। चूंकि केला प्राकृतिक रूप से सोडियम फ्री यानी सोडियम से मुक्त होता है, इसलिए ब्लड की समस्या में केला खाना फायदेमंद होता है।

- तनाव और डिप्रेशन होने पर केले का सेवन कीजिए। एक शोध में यह बात सामने आई है कि केला खाने से तनाव और डिप्रेशन से निजात मिलती है, और तनावग्रस्त लोग केला खाने के बाद अच्छा महसूस करते हैं। इसलिए ऐसा माना जाता है कि स्टूडेंट्स को कम से कम एक केला रोज खाना चाहिए। केले में प्रोटीन और कई एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं, जो कि दिमाग को रिलैक्स करते हैं।
ऐसे अन्य स्टोरीज के लिए डाउनलोड करें: ओनलीमायहेल्थ ऐप
Read More Articles On Miscellaneous In Hindi
इस जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है हालांकि इसकी नैतिक जि़म्मेदारी ओन्लीमायहेल्थ डॉट कॉम की नहीं है। हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें। हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है।