
दफ्तरों में लगातार कई-कई घंटों तक एकटक बैठकर काम करने वाले व घंटो टेलीविजन और कंप्यूटर से चिपके रहने वाले लोगों के गंभीर बीमारियों की चपेट में आने की आशंका सामान्य स्थितियों में रहने वालो की तुलना में 61 प्रतिशत तक बढ़ जाती हैं।
जी हां वाशिंगटन पोस्ट और हफपोस्ट में प्रकाशित ताजातरीन शोध की मानें तो जो लोग लगातार छह घंटे या इससे अधिक समय तक बैठे रहकर काम करते हैं, उनके कैंसर, मधुमेह, दिल का दौरा, मांसपेशियों एवं हड्डियों से संबंधित गंभीर बीमारियों की चपेट में आने का जोखिम कई गुणा अधिक हो जाता है।
यूनिवर्सिटी ऑफ साउथ कारोलिया के प्रोफेसर स्टेवन ब्लेयर ने इस विषय की गंभीरता के चलते इस पर 40 वर्षों तक अनुसंधान किया है। ब्लेयर ने कहा कि "यह सच है कि कसरत कर हम कई तरह की बीमारियों से बच सकते हैं, लेकिन इसका यह मतलब तकई नहीं है कि लगातार बैठकर काम करने अथवा टेलीविजन देखने से होने वाले नुकसान बचा जा सकता है।
दरअसल लंबे समय से बैठे रहने से हमारी मांसपेशियां क्रियाशील नहीं रहती, जिस कारण हमारे दिमाग को ताजा खून और ऑक्सीजन नहीं मिल पाती है।
ब्लेयर ने यह भी कहा कि लंबे समय तक बैठे रहने से मांसपेशिया के फैट को भी कम ही जला पाती है और जिस कारण फैटी एसिड दिल की कार्य प्रणाली में रूकावट पैदा करता है।
लंबे समय तक बैठे रहने से हमारा रक्तचाप उच्च होता है और खराब केलोस्ट्राल में वृद्धि तो होती ही है साथ-साथ कई तरह के कैंसर तथा अन्य गंभीर बीमारियां भी हो सकती हैं। इसके कराण शरीर का उपापचय बिगड़ जाता है और अधिक इंसुलिन बनने लगती है।
Source: Washingtonpost & Mayoclinic
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