कैंसर के इलाज में डॉक्टर रोग की गंभीरता के आधार पर इलाज की प्रक्रिया को चुन सकते हैं। इसके इलाज में रेडियोथैरेपी और कीमोथेरेपी का इस्तेमाल किया जाता है। कुछ मरीजों को कीमोथेरेपी के कई सेशन से गुजरना पड़ता है। इलाज की थेरेपिज से व्यक्ति के शरीर में कई हानिकारक प्रभाव भी दिखाई देते हैं। इनमें म्यूकोसाइटिस को भी शामिल किया जाता है। इस स्थिति में मुंह और आंतों के मार्ग को कवर करने वाली परत जिसे म्यूकस मेम्ब्रेन (Mucous membrane) कहा जाता है, में सूजन आ जाती है। इस सूजन की वजह से मुंह में छाले हो सकते हैं। इसके अलावा, व्यक्ति को खाना खाते समय गले में दर्द होता है। म्यूकोसाइटिस होने पर व्यक्ति को तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए। इसके इलाज में सही खानपान और इलाज मुख्य भूमिका निभाता है। फिलहाल इस लेख में यशोदा सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल के ऑनकोलॉजिस्ट डॉक्टर अभिषेक यादव से जानते हैें कि म्यूकोसाइटिस से बचाव कैसे (Prevention tips of mucositis) किया जाता है।
म्यूकोसाइटिस से बचाव के उपाय - Prevention Tips Of Mucositis In Hindi
ओरल हाइजिन पर ध्यान दें
स्टडी के अनुसार म्यूकोसाइटिस से बचाव के लिए नियमित रूप से मुंह की सफाई (maintain oral hygine in mucositis) करना महत्वपूर्ण है। दिन में कम से कम दो बार सोफ्ट ब्रिसल वाले ब्रश से दांत साफ करें और एक माइल्ड माउथवॉश का इस्तेमाल करें। यह मुंह में बैक्टीरिया को बढ़ने से रोकता है और संक्रमण के खतरे को कम करता है।
डाइट में बदलाव करें
म्यूकोसाइटिस से बचने के लिए ऐसे आहार का सेवन करें जो नरम और आसानी से पचने वाले हों। ठंडे और लिक्विड फूड का सेवन करना फायदेमंद होता है। ऐसे में आप दही, शेक या फलों के जूस का सेवन (diet changes during mucositis) कर सकते हैं। वहीं, इस दौरान मसालेदार, ज्यादा खट्टे और देरी से पचने वाले आहार का सेवन न करें, इससे म्यूक्स मेम्ब्रेन को नुकसान हो सकता है।
ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं
शरीर को हाइड्रेट रखना म्यूकोसाइटिस से बचने में मदद कर सकता है। दिन भर में पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं ताकि मुंह न सूखें। इससे म्यूकस मेम्ब्रेन हाइड्रेटेड रहती है। पानी के अलावा, आप नारियल पानी या सूप का भी सेवन कर सकते हैं।
धूम्रपान और शराब से दूर रहें
धूम्रपान और शराब म्यूकोसाइटिस के लक्षण को बढ़ा (avoid smoking and alcohol) सकते हैं। धूम्रपान और एल्कोहल म्यूकस मेम्ब्रेन में संवेदनशीलता को बढ़ाने का कारण बन सकते हैं। इससे इंफेक्शन का खतरा अधिक होता है। इसे दूरी बनाने से म्यूकोसाइटिस से रिकवर करने और बचाव करने में मदद मिलती है।
नियमित रूप से चेकअप कराएं
कैंसर का इलाज कराने वाले मरीजों को ओरल हेल्थ की जांच नियमित रूप से करानी चाहिए। डॉक्टर म्यूकोसाइटिस के प्रभाव को कम करने के लिए डॉक्टर मरीज को माउथ रिंस या कुछ दवाएं दे सकते हैं। इस दौरान किसी भी तरह से लक्षणों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
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Prevention Tips Of Mucositis In Hindi: इस दौरान गर्म चीजों को खाने से बचना चाहिए। साथ ही, ठंडी चीजों को खाने से समस्या में आराम मिलता है। इस दौरान मुंह की समस्याओं को दूर करने के लिए मसालेदार खाने से दूरी बनाएं। साथ ही, अन्य तरह की समस्याओं से बचने के लिए आप डॉक्टर से संपर्क करें।
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