
वेगन आहार योजना बेहद कड़ी शाकाहार आहार योजना है इसमें अंडे और मांसाहार का सेवन तो किया ही नहीं जाता साथ ही दूध और उससे बने उत्पादों का सेवन भी नहीं किया जाता।
वेजन आहार योजना- वेजन एक प्रकार की शाकाहारी आहार योजना है, जिसमें अंडे, डेयरी उत्पाद और सभी पशु उत्पादों का सेवन नहीं किया जाता। कई वेजन ऐसे आहार का सेवन भी नहीं करते, जो पशु उत्पादों का प्रयोग कर बनाये जाते हैं, जैसे रिफाइंड चीनी और कुछ प्रकार की वाइन आदि। अधिकतर वेजन ऐसे उत्पाद भी नहीं खाते, जो जानवरों पर टॅस्ट किये गए हों। इतना ही नहीं अधिकतर वेजन आहार के साथ-साथ व्यवहार में भी पशु उत्पादों का उपयोग नहीं करते। ऐेसे लोग चमड़े, फर और ऊन से बने उत्पादों से दूर रहते हैं।
हालांकि इस बात को लेकर अकसर बहस होती है कि कुछ आहार जैसे शहद आदि को वेजन आहार योजना में शामिल किया जाए अथवा नहीं। अगर आप वेजन आहार योजना वाले किसी व्यक्ति के लिए खानपान तैयार कर रहे हैं, तो बेहतर है इस तरह के उत्पादों को न ही शामिल किया जाए।
अमेरिका में करीब पचास लाख लोग किसी न किसी प्रकार की शाकाहारी आहार योजना का पालन करते हैं। शाकाहारी आहार योजना के कुछ लाभ व नुकसान होते हैं। अगर आपको इस आहार योजना के नफे नुकसान के बारे में अंदाजा होगा, तो इससे आपको यह फैसला लेने में आसानी होगी कि आपको इसे फॉलो करना चाहिए अथवा नहीं।
अगर आप एक वेजन आहार योजना वाले व्यक्ति की तुलना मांसाहार खाने वाले से करें, तो आप पाएंगे कि वेजन आहार वाले व्यक्ति में सीरम कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम होता है, रक्तचाप भी कम होता है और साथ ही उसे हृदय रोग का खतरा भी कम होता है। इसके साथ ही वह मांसाहारी के मुकाबले अधिक पतला होता है। लेकिन, इसके साथ ही वेजन डायअ के कुछ नुकसान भी हैं। और इन्हें जानना भी बेहद अहम है।
प्रोटीन के स्तर में खतरनाक गिरावट
यह तो आपको मालूम ही होगा कि प्रोटीन शरीर निर्माण में काफी अहम होता है। और प्रोटीन का सबसे अच्छा स्रोत मांसाहार भोजन और डेयरी उत्पादों को माना जाता है, लेकिन आप तो कड़े वेजन डायट पर चल रहे हैं, तो ऐसे में आपको पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन नहीं मिलता। अब आपको शुद्ध शाकाहार से कितनी मात्रा में प्रोटीन मिलेगा यह बात सोचने लायक है।
मांसाहार के विपरीत किसी भी शाकहारी आहार में एमीना एसिड प्रोफाइल नहीं होता। हालांकि शाकाहारी भोजन में प्रोटीन की मात्रा बिलकुल नहीं मिलती, अगर वे कुछ सब्जियों का रोजाना सेवन करें, तो उन्हें कुछ मात्रा में प्रोटीन मिल सकता है। अब यह पूरी तरह हम पर निर्भर करता है कि हम स्वाद और पौष्टिकता में से किसे अधिक तरजीह देते हैं। प्रोटीन की कमी से जख्मों के ठीक होने में अधिक समय लगता है साथ ही, शरीर में अधिक फ्लूड का निर्माण होता है। इतना ही नहीं यदि आपके शरीर में प्रोटीन अधिक है तो आपको थकान और मांसमेशी घनत्व में कमी का भी सामना करना पड़ सकता है।
आयरन और विटामिन बी12 की कमी
शोधों में यह पाया गया है कि सभी शाकाहारियों में विटामिन बी12 और आयरन की कमी होती है, हालांकि इस कमी को मल्टी विटामिन्स की मदद से दूर किया जा सकता है।
लगातार भूख
हालांकि वेजन आहार योजना का पालन करने वाले अधिकतर लोग, मांसाहारियों के मुकाबले पतले होते हैं, लेकिन उनमें से कुछ फास्ट और जंक फूड के आदि हो जाते हैं। इसके पीछे बड़ी वजह उन्हें लगातार लगने वाली भूख होती है। भेाजन तृष्णा इस बात का संकेत है कि आपके शरीर को कुछ चाहिए और वह नहीं मिल पा रहा है।
अन्य नुकसान
वेजन आहार योजना अपनाने वाले लोगों को कामेच्छा में कमी, रोजमर्रा के कामों में रूचि न रहना और नींद में खलल जैसी परेशानियों का सामना भी करना पड़ता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि शरीर को पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्व नहीं मिल रहे होते।
हर आहार योजना की तरह वेजन आहार योजना के भी अपने नफे नुकसान हैं। इसलिए इसे अपनाने से पहले आपको इनके बारे में सही जानकारी हासिल करना जरूरी होता है।
इस जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है हालांकि इसकी नैतिक जि़म्मेदारी ओन्लीमायहेल्थ डॉट कॉम की नहीं है। हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें। हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है।