पोटेशियम की कमी का संकेत हैं ये 5 बदलाव, बीमारी बनने से पहले बरतें सावधानी

आमतौर पर लोग विटामिन, प्रोटीन, मिनरल और आयरन को तो शरीर के लिए जरूरी मानते हैं, लेकिन पोटैशियम को अक्‍सर नजरअंदाज कर देते हैं। 
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पोटेशियम की कमी का संकेत हैं ये 5 बदलाव, बीमारी बनने से पहले बरतें सावधानी

आमतौर पर लोग विटामिन, प्रोटीन, मिनरल और आयरन को तो शरीर के लिए जरूरी मानते हैं, लेकिन पोटैशियम को अक्‍सर नजरअंदाज कर देते हैं। लेकिन क्‍या आप जानते हैं कि पोटेशियम की कमी से शरीर को अनेक प्रकार की समस्‍याओं का सामना करना पड़ सकता है। पोटेशियम ऐसा मिनरल है जो शरीर के लिए बहुत महत्‍वपूर्ण है। पोटेशियम दिल, किडनी और अन्‍य अंगों के सामान्‍य रूप से काम करने के लिए आवश्‍यक है। पोटेशियम एक इलेक्ट्रोलाइट है जो ऊतकों, कोशिकाओं, नसों और मांसपेशियों के लिए जरूरी है। यह पोषक तत्‍वों को कोशिकाओं के अंदर और अपशिष्‍ट उत्‍पादों को कोशिकाओं से बाहर ले जाने में मदद करता है। इसलिए पोटेशियम की कमी से होने वाले लक्षण नजर आने पर तुरन्त चिकित्सक से सलाह लें और इसके कमी को पूर्ण करने की कोशिश करें।

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पोटेशियम की कमी के लक्षण

  • पेट में दर्द और दस्त होना
  • निर्जलीकरण और शरीर में पानी की कमी
  • जी मचलना और उल्टी होना
  • दिल की धड़कन तेज होना
  • ब्लड प्रेशर का हाई होना
  • मांसपेशियों में दर्द महसून होना
  • हमेशा थकान रहना और कमजोरी
  • सोडियम की मात्रा का बढ़ना
  • भूख न लगना और खाने का मन न करना

हो सकती हैं ये 2 बीमारियां

पोटेशियम एक ऐसा खनिज है जो शरीर की गतिविधियों से जुड़े संकेतों को दिमाग तक पहुंचाता है। शरीर में पोटैशियम की कमी हो जाने की स्थिति में ये संकेत दिमाग तक नहीं पहुंच पाते हैं। जिसके चलते तनाव और डिप्रेशन की समस्या होने का खतरा रहता है। तनाव का सीधा असर हमारे मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ता है। इसके अलावा हाई ब्‍लड प्रेशर और हाइपरटेंशन के जोखिम को भी ये कमी बढ़ा सकती है। इसके साथ ही जब इसकी मात्रा शरीर में गिरने लगती है तो ये दिमाग के काम करने की क्षमता को भी प्रभावित करता है और मूड स्विंग अर्थात विचारों में अजीब परिवर्तन होने लगता है। इसलिए जितनी हो सके शरीर में पोटेशियम की कमी को पूरा करें।

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क्या हैं इसकी पूर्ति के स्त्रोत

टमाटर, आलू, केला, बीन्स, हरी पत्तेदार सब्जियां, दही, मछली, मशरूम आदि में यह भरपूर मात्रा में होता है। अतः पोटैशियम की कमी से होने वाले लक्षण जब नजर आने लगें तो तुरन्त डॉक्टर से सलाह लें और इसकी कमी को जितन जल्दी हो सके पूरा करें।

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