Water Fasting in Hindi: वजन कम करने के लिए न जाने लोग क्या-क्या करते हैं। कुछ लोग अजीब-अजीब डाइट फॉलो करते हैं। तो वहीं कुछ लोग अलग-अलग तरह के उपवास भी रखते हैं। आजकल वॉटर फास्टिंग का नाम भी पॉपुलर हो रहा है। जैसा कि आपको नाम से समझ आ रहा होगा, वॉटर फास्टिंग में खाने के अलावा कुछ भी तरल पदार्थ ले सकते हैं, जो कि लिक्विड हो। जैसे- पानी, नारियल पानी और नींबू पानी आदि। कुछ लोग ऐसा मानते हैं कि ऐसा करने से शरीर डिटॉक्स होता है। कुछ स्टडीज में ऐसा बताया गया है कि वॉटर फास्टिंग करने से क्रॉनिक डिजीज का खतरा कम होता है और फैट सेल्स भी घटते हैं जिससे वजन कम होता है। हालांकि हर किसी को यह डाइट सूट करे, यह जरूरी नहीं है। साथ ही वॉटर फास्टिंग पर हुई सीमित स्टडीज के आधार पर यह कहा नहीं जा सकता है कि यह हमारे शरीर के लिए कितना फायदेमंद है। पूरे दिन केवल पानी के सहारे दिन काटने से आपकी सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है। इस लेख में हम जानेंगे कि किन लोगों को वॉटर फास्टिंग से बचना चाहिए और इसके क्या नुकसान हो सकते हैं। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने तबाता फिटनेस की प्रबंधक, न्यूट्रिशनिस्ट और फिटनेस एक्सपर्ट पायल अस्थाना से बात की।
किन लोगों को नहीं रखना चाहिए जल उपवास?- Who Should Avoid Water Fasting
- अगर उम्र 18 साल से कम है, तो वॉटर फास्टिंग से बचना चाहिए।
- जिन लोगों की उम्र 70 साल से ज्यादा है, उन्हें भी वॉटर फास्टिंग नहीं करना चाहिए।
- शिशु को स्तनपान कराने वाली महिलाओं को भी वॉटर फास्टिंग से बचना चाहिए।
- ईटिंग डिसआर्डर है, तो भी आपको जल उपवास से बचना चाहिए।
- गुर्दे के रोगी और माइग्रेन के रोगियों को भी जल उपवास नहीं करना चाहिए।
- हार्ट की बीमारी है, डायबिटीज या थायराइड होने पर भी वॉटर फास्टिंग से बचना चाहिए।
- बीपी के मरीज हैं तो भी वॉटर फास्टिंग करने से बचें।
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वॉटर फास्टिंग के नुकसान- Water Fasting Side Effects
पोषक तत्वों की कमी हो सकती है
बिना कुछ खाए हमारे शरीर को ऊर्जा नहीं मिलेगी। साथ ही हमारे शरीर में पोषक तत्वों की कमी हो सकती है। पोषण की दृष्टि से केवल तरल पदार्थ लेना काफी नहीं है। इसे लंबे समय तक बरकरार नहीं रखा जा सकता।
वजन घटने के बजाय बढ़ सकता है
वॉटर फास्टिंग को ज्यादातर वे लाग ट्राई करते हैं जिन्हें वजन घटाना होता है। लेकिन आपको बता दें कि इस तरह के उपवास से वजन कम होने के बजाय बढ़ सकता है। क्योंकि जब आप उपवास खत्म करेंगे, तो कम खाने के बजाय ज्यादा खा लेंगे।
शरीर में कमजोरी आ सकती है
वॉटर फास्टिंग से शरीर में कमजोरी आ सकती है। पूरे दिन भूखा रहने से शरीर में किसी भी काम के लिए ऊर्जा नहीं बचती। इसलिए इंसान शारीरिक और मानसिक तौर पर जल्दी थक जाता है। जिस तरह फोन को चलाने के लिए चार्ज करना जरूरी है। ठीक उसी तरह इंसान के शरीर को स्वस्थ रखने के लिए भोजन खाना जरूरी है।
लो ब्लड शुगर की समस्या हो सकती है
वॉटर फास्टिंग के कारण लो ब्लड शुगर की समस्या हो सकती है। शुगर लेवल कम होने से सिर में दर्द होता है। व्यक्ति को चक्कर आ सकता है, चिड़चिड़ापन या तनाव जैसे लक्षण भी नजर आ सकते हैं। इन लक्षणों को अनदेखा नहीं किया जा सकता। इसलिए वॉटर फास्टिंग से बचना चाहिए।
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