
मुंह को स्वस्थ रखने के लिए ब्रश करना काफी नहीं है। इसके लिए ओरल हाइजीन का ध्यान रखना महत्पवूर्ण है। आइए विस्तार से जानते हैं।
क्या आप अपना टूथपेस्ट बार-बार बदलते हैं? अगर आपका जवाब हां है, तो जान लीजिए कि सभी टूथपेस्ट लगभग एक जैसे ही काम करते हैं। आप कौन-सा टूथपेस्ट इस्तेमाल कर रहे हैं, इससे कोई खास फर्क नहीं पड़ता। दांतों की मजबूत रखने में टूथपेस्ट नहीं बल्कि ओरल हाइजीन यानी पूरे मुंह की सफाई महत्वपूर्ण है। दांतों की सेहत टूथपेस्ट के फ्लेवर में नहीं बल्कि दांतों और मसूड़ों की सही तरीके से सफाई में छिपी है।
अगर आप अपनी डेली हाइजीन के दौरान थोड़ा-सा समय और ध्यान अपने मुंह की सही तरीके से सफाई पर देंगे तो आप कई गंभीर बीमारियों से खुद को बचा पाएंगे। तो चलिए जानते हैं कि किस तरह आप अपने मुंह को साफ, स्वस्थ और बीमारियों से दूर रख सकते हैं।
ओरल हाइजीन से नहीं होगा बीमारियों का खतरा
जिस तरह से आप अपने शरीर को स्वच्छ रखते हैं, ठीक वैसे ही अगर आप अपने मुंह को स्वच्छ नहीं रखेंगे तो दांतों व मसूड़ों से संबंधित कई संक्रमणों होने का खतरा बढ़ सकता है। दांतों में सड़न, जिंजिवाइटिस, बैक्टीरियल संक्रमण, सांसों की बदबू आदि जैसी परेशानियां तो होंगी ही, साथ ही इससे शरीर के दूसरे हिस्सों में भी समस्याएं हो सकती हैं। एक रिसर्च के मुताबिक, दांतों और मसूढ़ों की समस्या हृदय रोग का कारण बन सकती हैं।
क्या है टूथपेस्ट की भूमिका
बाजार में अलग-अलग ब्रांडेड टूथपेस्ट उपलब्ध होते हैं जो दांतों को मजबूत, साफ और चमकदार बनाने के कई तरह-तरह के दावे भी करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इन अलग-अलग टूथपेस्ट का काम एक जैसा ही होता है। जो है, दांतों की सफाई। ऐसे में आप कौन सा टूथपेस्ट इस्तेमाल करते हैं ये जरुरी नही, बल्कि इससे ज्यादा जरूरी यह है कि आप कितनी बार उस टूथपेस्ट से अपने दांतों को साफ करते हैं।
आपको बता दें कि हर टूथपेस्ट में स्वीटनिंग एजेंट, एब्रेसिव, फोमिंग व कलरिंग करीब-करीब एक जैसे ही होते हैं। इन सबमें टेस्ट व फ्लेवर अलग-अलग रखने के लिए कंपनियां अपने हिसाब से अलग-अलग फ्लेवरिंग एजेंट डाल देती हैं। दंतमंजन में नीम, बबूल और नमक के दावे सिर्फ विज्ञापन में इमोशनल टच देने के लिए होते हैं क्योंकि पुराने जमाने में लोग अपने दांत साफ करने के लिए आमतौर पर नीम, बाबूल जैसी चीजों का इस्तेमाल करते थे।
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टूथब्रश इस्तेमाल करते समय रखें ध्यान
आप चाहें ब्रश करने के लिए कोई भी टूथपेस्ट इस्तेमाल करें इससे फर्क नहीं पड़ता, लेकिन इस बात का आपको हमेसा ध्यान रखना है कि आपका टूथब्रश कितना असरदार है, आपके लिए यह जानना बहुत जरूरी है। टूथपेस्ट दांतों की सफाई में 10 फीसदी भूमिका निभाता है। लेकिन 80 से 95 फीसदी का काम आपका ब्रश ही करता है। वैसे तो बाजारों में टूथब्रश के बहुत से विकल्प मौजूद हैं पर इन्हें खरीदते वक्त हमेशा इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि ब्रश मुलायम हों जिससे दांतों की सफाई भी हो और आपके मसूड़ों को कोई नुकसान भी न हो।
ब्रश करने का सही तरीका
अक्सर लोग भूल जाते हैं कि जिस तरह शरीर की सफाई जरूरी है, ठीक वैसे ही मुंह की सफाई भी जरूरी है। अगर आप दिन में दो बार ब्रश करते हैं तो बहुत अच्छी बात है लेकिन यह भी जरूरी है कि आपके ब्रश करने का तरीका कितना सही है। ब्रश करने का सही तरीका यह है कि जब आप ब्रश करें तो अपने ब्रश को दांतों के ऊपर से नीचे और दाएं से बाएं करते हुए साफ करें। ऐसे ही आप एक साथ तीन दांतों पर इसी विधि से ब्रश करें। वहीं ब्रश करने के दौरान जीभ की सफाई करना भी बेहद जरूरी है।
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अपनाएं ये हेल्दी हैबिट्स
सही तरीके से ब्रश करना ही आपके ओरल हाइजीन के लिए काफी नहीं होता। इसके लिए आपको कई छोटी-छोटी सावधानियां भी बरतनी जरूरी हैं, जैसे:
- दिन में दो बार ब्रश जरूर करें।
- खाने के बाद हमेशा कुल्ला जरूर करें।
- कभी भी बहुत अधिक चॉकलेट, कैफीन आदि का सेवन करने से बचें।
- पान मसाला और धूम्रपान से हमेशा दूरी बनाकर रखें।
- बच्चों के दूध वाले दांतों का भी उसी तरह खयाल रखें और कम उम्र से ही बच्चों को ब्रश करने के आदत डालें।
Inputs: Dr. Anubha Verma, MDS Orthodontics And Dentofaciao Orthopedics, NDMC Hospital, Delhi.
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