सावधान! एक ग्लास वाइन आपके याददाश्‍त पर लगा सकती है ग्रहण

अगर आप रोजाना केवल स्वाद के लिए वाइन पीते हैं तो ये रिसर्च रिपोर्ट पढ़ लें।
  • SHARE
  • FOLLOW
सावधान! एक ग्लास वाइन आपके याददाश्‍त पर लगा सकती है ग्रहण


बीयर पीने से तो वजन बढ़ता है लेकिन वाइन पीने से क्या...? इसलिए अधिकतर लोग सोचते हैं कि वाइन पीने से कोई नुकसान नहीं होता है। लेकिन ऐसा नहीं है। वाइन की गिनती एल्कोहल में होती है तो जाहिर सी बात है कि उससे नुकसान होता ही होगा। हाल ही में एक रिसर्च में इस बात की पुष्टि हुई है कि सिर्फ एक पाइंट वाइन यानि एक गिलास वाइन पीने से स्वास्थ्य पर बूरा असर पड़ता है।

 

ये हैं रिसर्च के परिणाम

रिसर्च के अनुसार, मिडिल ऐज के वे लोग जो रोजाना मजे में एक ग्लास वाइन पी लेते हैं उनकी याद्दाश्त पर बुरा असर पड़ता है। ऐसे लोगों की 70 की उम्र पहुंचने तक मेमोरी पावर कम हो जाती है। यानि उनका ब्रेन श्रिंक होने लगता है। यहां तक की जो अल्टरनेटिव डेज़ में भी ड्रिंक करते हैं उन पर भी वाइन का बूरा असर पड़ता है और उनके भी ब्रेन श्रिंक‍ होने का खतरा बढ़ जाता है।


ये रिसर्च ऑक्सफोर्ड एंड यूनिवर्सिटी कॉलेज में हुई है। इसमें शोधकर्ताओं ने रिसर्च में पाया कि एक सप्ताह में 14 से 21 यूनिट वाइन ड्रिंक करना 175 एमएल बीयर पीने के बराबर है। इस मात्रा में इन दोनों पेय पदार्थों को ड्रिंक करने से दिमाग छोटा हो जाता है और बुढ़ापे में दिमाग की पॉवर कमजोर हो जाती है।

 

डिमेंशिया के रुप में दिखता है असर

एक्सपर्ट चेतावनी देते हैं कि एल्कोहल का असर पहले बहुत कम लेवल पर र्स्टाट होता है।  फिर धीरे-धीरे करके इसका असर दिखने को मिलता है जो कि डिमेंशिया के परिणाम के तौर पर नजर आता है। यह रिसर्च रिपोर्ट ब्रिटिश मेडिकल जर्नल में पब्लिश हुई। यह रिसर्च 30 साल के गैप में 43 से 73 साल तक के 550 लोगों पर की गई है। रिसर्च में इन लोगों की डाइट, एल्कोहल लिए जाने की मात्रा, इनकी क्षमताएं और ब्रेन को स्कैन किया गया।


रिसर्च के परिणामों के अनुसार लगातार अल्टरनेटिव डेज़ या राजाना एल्कोहल का सेवन करने से दिमाग का राइट हिस्सा हिप्पोकैम्पस छोटा हो जाता है। ये वही हिस्सा है जो मैमोरी और नेविगेशन से संबंधित है।

 

Read more Health News in Hindi.

Read Next

सावधान! छुट्टी वाले दिन ज्यादा सोना मतलब ये है समस्या

Disclaimer

How we keep this article up to date:

We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.

  • Current Version