Early Puberty: मोटापे के कारण वक्‍त से पहले जवान हो रहे बच्चे, जानें बचाव के उपाय

Obesity and Early Puberty in Kids: मोटापे के कारण बच्चों में अर्ली प्यूबर्टी की समस्या सबसे ज्यादा होती है, जानें इससे बचाव के टिप्स।

Prins Bahadur Singh
Written by: Prins Bahadur SinghUpdated at: Feb 23, 2023 18:57 IST
Early Puberty: मोटापे के कारण वक्‍त से पहले जवान हो रहे बच्चे, जानें बचाव के उपाय

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Obesity and Early Puberty in Kids: टीनएज के दौरान लड़के और लड़कियों के शरीर में तमाम बदलाव आने शुरू होते हैं। किशोरावस्था के दौरान शरीर में आने वाले बदलाव को प्यूबर्टी कहते हैं। लड़कियों में प्यूबर्टी या यौवन के लक्षण लगभग 12 साल के बाद आने शुरू होते हैं। लेकिन आज के समय में असंतुलित खानपान, शरीर में जल्दी होने वाले हार्मोनल बदलाव और असंतुलित जीवनशैली के कारण लड़कियों में प्यूबर्टी के लक्षण जल्दी शुरू हो जाते हैं। अब 7 साल की उम्र से ही प्यूबर्टी के लक्षण लड़कियों में देखे जा सकते हैं। अर्ली प्यूबर्टी या समय से पहले बच्चों का जवान होना कई कारणों से हो सकता है। ऐसा होना सामान्य नही है और इसे नजरअंदाज नही करना चाहिए। अर्ली प्यूबर्टी में बच्चों को पीरियड्स से जुड़ी परेशानियां और ब्रेस्ट के आकर में बदलाव जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। वेबएमडी पर प्रकाशित एक शोध में कहा गया है की लड़कों की तुलना में लड़कियों में अर्ली प्यूबर्टी के मामले बहुत ज्यादा सामने आ रहे हैं। इस स्थिति में लड़कियों का शरीर समय से पहले बढ़ने लगता है लेकिन उनका शारीरिक विकास रुक जाता है। अर्ली प्यूबर्टी या समय से पहले जवान होने के पीछे मोटापा भी एक बड़ा कारण है। आइये इस लेख में विस्तार से जानते हैं मोटापे की वजह से प्यूबर्टी पर पड़ने वाले प्रभाव और इससे बचाव के तरीके।

मोटापे के कारण अर्ली प्यूबर्टी- Obesity and Early Puberty in Kids in Hindi

असंतुलित खानपान और खराब जीवनशैली के कारण मोटापे की समस्या बहुत तेजी से बढ़ रही है। मोटापे के कारण शरीर में कई गंभीर बीमारियां शुरू हो जाती हैं। मोटापे के कारण लड़कियों में अर्ली प्यूबर्टी की समस्या बेहद आम है। प्यूबर्टी की शुरुआत होने पर लड़कियों में समय से पहले पीरियड्स आना और स्तनों के आकार में बदलाव होना शुरू हो जाता है। मोटापे की समस्या में बच्चों के शरीर का वजन बहुत तेजी से बढ़ जाता है और इसकी वजह से शरीर में एक्स्ट्रा फैट और एस्ट्रोजन बढ़ जाता है। शरीर में एस्ट्रोजन हॉर्मोन का असंतुलन होने के कारण प्यूबर्टी की शुरुआत जल्दी होने लगती है। मोटापे के कारण शरीर में फैट टिश्यू की प्रॉब्लम बढ़ने लगती है और इसकी वजह से शरीर में हार्मोनल बदलाव होते हैं। इसलिए बचपन में बच्चों को संतुलित आहार और एक्टिव जीवनशैली देने की सलाह दी जाती है।

Obesity and Early Puberty in Kids

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अर्ली प्यूबर्टी के लक्षण- Early Puberty Symptoms in Hindi

अर्ली प्यूबर्टी होने पर लड़के और लड़कियों में शारीरिक बदलाव उम्र से पहले शुरू हो जाते हैं। इसकी वजह से तेजी से हाइट भी बढ़ सकती है और प्राइवेट पार्ट्स में बदलाव होने लगते हैं। लड़कियों में अर्ली प्यूबर्टी के लक्षण इस तरह से दिखाई देते हैं-

  • ब्रेस्ट में उभार आना
  • प्राइवेट पार्ट में हेयर आना
  • पीरियड्स शुरू होना
  • हाइट तेजी से बढ़ना
  • स्किन से जुड़ी समस्याएं 

अर्ली प्यूबर्टी से बचाव के टिप्स- Early Puberty Prevention Tips in Hindi

अर्ली प्यूबर्टी से बचाव के लिए बच्चों का खानपान और जीवनशैली हेल्दी और संतुलित होनी चाहिए। अर्ली प्यूबर्टी से बचने के लिए शरीर के वजन को कंट्रोल में रखना चाहिए। इसके अलावा अगर लड़कियों में अर्ली प्यूबर्टी के लक्षण दिखाई देते हैं, तो सबसे पहले आपको डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। अर्ली प्यूबर्टी की समस्या शरीर में होने वाले हार्मोनल बदलाव और मोटापे की वजह से सबसे ज्यादा होती है। इस समस्या से बचने के लिए खानपान हेल्दी रखें और बहुत ज्यादा फैटी चीजों को डाइट में शामिल करने से बचें।

(Image Courtesy: Freepik.com)

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